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अब विजिटिंग कार्ड भी हुआ डिजिटल, साथ रखने की समस्या हुई खत्म

अब जेब में विस्टिंग कार्ड रखकर चलने की समस्या खत्म हो गई है. छात्रों ने एंटरप्रेन्योरशिप माइंडसेट करिकुलम बिजनेस ब्लास्टर के तहत डिजिटल विजिटिंग कार्ड बनाकर विस्टिंग कार्ड लेकर चलने की समस्या खत्म कर दी है.

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Published : Mar 6, 2022, 2:08 PM IST

नई दिल्ली: अब जेब में विस्टिंग कार्ड रखकर चलने की समस्या खत्म हो गई है. दरअसल सर्वोदय को-एड सीनियर सेकेंडरी विद्यालय के छात्रों ने इस समस्या का निदान खोज निकाला है. छात्रों ने एंटरप्रेन्योरशिप माइंडसेट करिकुलम बिजनेस ब्लास्टर के तहत डिजिटल विजिटिंग कार्ड बनाकर विस्टिंग कार्ड लेकर चलने की समस्या खत्म कर दी है.

इस संबंध में ईटीवी भारत ने इन छात्रों से बात की जहां पर छात्रा वंशिका कौशिक ने बताया कि कोविड-19 के समय में कोई भी व्यक्ति विस्टिंग कार्ड नहीं दे पाता था और संक्रमण फैलने के डर की वजह से ना ही कोई पकड़ता था. इसी को ध्यान रखते हुए डिजिटल विजिटिंग कार्ड बनाने का ख्याल आया था. उन्होंने कहा कि विस्टिंग कार्ड को पीडीएफ फॉर्म में फोन रख सकते हैं.

अब विजिटिंग कार्ड भी हुआ डिजिटल

डिजिटल विजिटिंग कार्ड को लेकर छात्र हिमांशु ने बताया कि इसमें सभी जानकारी पर क्लिक किया जा सकता है. उन्होंने बताया क्लिक कर फोन, व्हाट्सएप, गूगल लोकेशन आदि तक का उपयोग किया जा सकता है. इसके अलावा उन्होंने कहा कि डिजिटल विजिटिंग कार्ड में ग्राहक की जरूरत के मुताबिक कई प्रकार सुविधाओं को जोड़ा जा सकता है. साथ ही कहा कि इसकी शुरुआती कीमत 399 रुपए है. डिजिटल कार्ड बिना इंटरनेट सुविधा के भी चल सकता है. लेकिन कुछ फीचर के लिए इंटरनेट की जरूरत होगी. वहीं छात्र हिमांशु ने कहा कि नॉर्मल विस्टिंग कार्ड को बार-बार प्रिंट कराने की आवश्यकता पड़ती है. लेकिन डिजिटल विजिटिंग कार्ड एक बार बनवाने के बाद हमेशा के लिए छुट्टी मिल जाती है.

ऐसी ही ज़रूरी और विश्वसनीय ख़बरों के लिए डाउनलोड करें ईटीवी भारत एप

नई दिल्ली: अब जेब में विस्टिंग कार्ड रखकर चलने की समस्या खत्म हो गई है. दरअसल सर्वोदय को-एड सीनियर सेकेंडरी विद्यालय के छात्रों ने इस समस्या का निदान खोज निकाला है. छात्रों ने एंटरप्रेन्योरशिप माइंडसेट करिकुलम बिजनेस ब्लास्टर के तहत डिजिटल विजिटिंग कार्ड बनाकर विस्टिंग कार्ड लेकर चलने की समस्या खत्म कर दी है.

इस संबंध में ईटीवी भारत ने इन छात्रों से बात की जहां पर छात्रा वंशिका कौशिक ने बताया कि कोविड-19 के समय में कोई भी व्यक्ति विस्टिंग कार्ड नहीं दे पाता था और संक्रमण फैलने के डर की वजह से ना ही कोई पकड़ता था. इसी को ध्यान रखते हुए डिजिटल विजिटिंग कार्ड बनाने का ख्याल आया था. उन्होंने कहा कि विस्टिंग कार्ड को पीडीएफ फॉर्म में फोन रख सकते हैं.

अब विजिटिंग कार्ड भी हुआ डिजिटल

डिजिटल विजिटिंग कार्ड को लेकर छात्र हिमांशु ने बताया कि इसमें सभी जानकारी पर क्लिक किया जा सकता है. उन्होंने बताया क्लिक कर फोन, व्हाट्सएप, गूगल लोकेशन आदि तक का उपयोग किया जा सकता है. इसके अलावा उन्होंने कहा कि डिजिटल विजिटिंग कार्ड में ग्राहक की जरूरत के मुताबिक कई प्रकार सुविधाओं को जोड़ा जा सकता है. साथ ही कहा कि इसकी शुरुआती कीमत 399 रुपए है. डिजिटल कार्ड बिना इंटरनेट सुविधा के भी चल सकता है. लेकिन कुछ फीचर के लिए इंटरनेट की जरूरत होगी. वहीं छात्र हिमांशु ने कहा कि नॉर्मल विस्टिंग कार्ड को बार-बार प्रिंट कराने की आवश्यकता पड़ती है. लेकिन डिजिटल विजिटिंग कार्ड एक बार बनवाने के बाद हमेशा के लिए छुट्टी मिल जाती है.

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