नई दिल्ली: दिल्ली के सीजीओ कंपलेक्स स्थित एसएससी मुख्यालय के बाहर भरी बरसात के बीच सोमवार को फिर एसएससी में आयु की गणना की तिथि बदलने को लेकर छात्रों ने विरोध प्रदर्शन किया. वहीं सीजीओ कंपलेक्स स्ट्रीट एसएससी मुख्यालय के बाहर विरोध कर रहे छात्रों को पुलिस ने हिरासत में लेकर लोधी कॉलोनी पुलिस स्टेशन ले जाया गया है.
आंदोलित छात्रों के समर्थन में पहुंचे युवा हल्ला बोल के राष्ट्रीय महासचिव प्रशांत कमल ने कहा है कि छात्र लगातार तिथि बदलने की मांग करते हुए एससी चेयरमैन बाहर आओ के नारे लगा रहे थे. भारी बारिश के बावजूद छात्र वहां से नहीं हटे. प्रदर्शन स्थल से प्रशांत कमल उनके साथियों, एडवोकेट आकाश विद्यार्थी, अमित प्रकाश, राकेश पाल सहित कुछ अन्य छात्रों को हिरासत में लेकर लोधी कॉलोनी थाने ले जाया गया.
हाल ही में कर्मचारी चयन आयोग (SSC) ने एसएससी सीजीएल 2023 (SSC CGL 2023) का विज्ञापन प्रकाशित किया है. इसमें आयु की गणना 1 अगस्त 2023 से की गई है, इसके परिणामस्वरूप लाखों अभ्यर्थी जिनकी उम्र 1 जनवरी 1993 से 31 जुलाई 1993 के बीच पायी जाती है, वो अपने अंतिम प्रयास से हमेशा के लिए वंचित रह जायेंगे.
इसके अतिरिक्त जिन अभ्यर्थियों की उम्र 27 वर्ष है, वो भी 27 वर्ष या इससे नीचे वाले पदों की पात्रता से बाहर हो जा रहे हैं. कर्मचारी चयन आयोग समय-समय पर आयु गणना की तिथि में संशोधन करता आया है. पिछले वर्षों जैसे 2012, 2015 और 2016 में भी आयु गणना की तिथि को अगस्त रखा गया था. परन्तु, अभ्यर्थियों के अनुरोध को देखते हुए इसमें संशोधन किया गया और आयु गणना की तिथि को पुनः 1 जनवरी कर दिया गया था. पिछले कुछ वर्षों में कोरोना वायरस के कारण लाखों परीक्षार्थियों के जीवन पर अत्यन्त प्रतिकूल असर पड़ा है.
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ईटीवी भारत से बात करते हुए लखनऊ से दिल्ली के जंतर-मंतर पर प्रदर्शन करने आए छात्र विक्रम ने बताया कि इस सन्दर्भ में पीड़ित अभ्यर्थियों ने कर्मचारी चयन आयोग को हजारों पत्र स्पीड पोस्ट द्वारा भेजे, हजारों से भी ज्यादा शिकायतें प्रधानमंत्री ग्रीवांस पोर्टल एवं DoPT पोर्टल पर डाली गयी है. हम लोगों ने केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल से भी मुलाकात की.
उन्होंने कहा था कि जो समस्या है उसका समाधान किया जाएगा, लेकिन हमें 2 दिन बाद फॉर्म भरना है और अभी तक हमारी समस्याओं पर कोई ज्यादा ध्यान नहीं दिया गया है. कई साथी छात्रों ने एसएससी को पत्र लिखकर तिथि परिवर्तित करने की मांग भी की है, लेकिन आयोग के तरफ से कोई जवाब नहीं आया. छात्रों की मांग है कि एसएससी के चेयर मैन उनसे मिलकर उनकी पीड़ा को समझे और तिथि फिर से 1 जनवरी किया जाए.
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