नई दिल्ली: राजधानी के सरकारी स्कूलों के संचालन के लिए गठित स्कूल मैनजमेंट कमेटी (SMC) के फंड के इस्तेमाल को लेकर कमेटी के सदस्यों को ट्रेनिंग दी जाएगी.
शिक्षा निदेशालय के अंर्तगत आने वाले सरकारी स्कूलों में गठित SMC को मिलने वाला फंड को स्कूल के विकास कार्य में लगाया जाता है. वहीं पिछले साल इस फंड को जिस तरह से इस्तेमाल किया गया वो शिक्षा निदेशालय के तय मानकों पर खरा नहीं उतरा.
इसी को लेकर शिक्षा निदेशालय की तरफ से सभी सरकारी स्कूलों के HOS और SMC सदस्यों के लिए ऑनलाइन ट्रेनिंग का आयोजन किया जा रहा है. इसमें उन सभी पहलुओं की विस्तृत जानकारी दी जाएगी जहां SMC का फंड खर्च होना है.
SMC के लिए अलग से फंड निर्धारित
शिक्षा निदेशालय द्वारा सभी सरकारी स्कूलों में SMC के लिए अलग से फंड निर्धारित किया जाता है. इस फंड को स्कूल के जरूरी कार्यों के लिए इस्तेमाल किया जाता है. वहीं पिछले साल कुछ क्षेत्र ऐसे रहे जहां SMC फंड का उपयोग उचित मानक के अनुसार नहीं किया गया.
काम करने का तरीका स्पष्ट नहीं
इसको लेकर जब स्कूलों के HOS से बात की गई तो ये तथ्य सामने आए की कुछ क्षेत्रों में काम करने का तरीका स्पष्ट नहीं था, तो कुछ जगह ऐसी भी थी जहां कार्य की पुष्टि न होने से सन्देहास्पद स्थिति रही. जिसके चलते वहां फंड खर्च नहीं किया जा सका.
NGO के सहयोग से ट्रेनिंग
इन सभी बातों को संज्ञान में लेते हुए और SMC सदस्यों की समस्या समझते हुए शिक्षा निदेशालय की तरफ से साझा एनजीओ के सहयोग से सभी सरकारी स्कूलों में एक ऑनलाइन ट्रेनिंग का आयोजन किया जा रहा है.
पहले ये करें SMC सदस्यों को सूचित
इसके लिए सभी HOS को निर्देश दिए गए हैं कि वो SMC सदस्यों को इसकी पूर्व सूचना दे दें. ये ट्रेनिंग प्रोग्राम अटेंड करना सभी SMC सदस्यों और HOS के लिए अनिवार्य होगा.
बता दें कि सोमवार को यह ऑनलाइन ट्रेनिंग सभी सरकारी स्कूलों में करवाई जाएगी जिसके लिए सुबह की पाली के स्कूलों के लिए सुबह 10 से 11:30 बजे तक का समय निर्धारित किया गया है.
बताया जाएगा फंड के इस्तेमाल का तरीका
दूसरी पाली के स्कूलों में ये ट्रेनिंग दोपहर 2 बजे से 3:30 बजे तक होगी. ज्ञात हो कि इस ट्रेनिंग का मुख्य उद्देश्य SMC सदस्यों को SMC फंड के सही इस्तेमाल का तरीका बताना रहेगा. जिससे शिक्षा निदेशालय द्वारा तय किये गए मानकों के अनुसार ही इस फंड का इस्तेमाल स्कूलों के विकास कार्य के लिए किया जा सके.