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नतीजे आने के दूसरे दिन बाद भी कांग्रेस कार्यालय में पसरा रहा सन्नाटा

मतगणना के पहले चरण से ही दिल्ली की सातों सीटों पर बीजेपी की बढ़त बनती गई. इस वजह से कांग्रेस कार्यकर्ता या तो घरों में लगातार रिजल्ट देखने में लगे रहे या फिर मतगणना कार्य में चले गये.

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Published : May 25, 2019, 3:44 AM IST

Updated : May 25, 2019, 12:15 PM IST

कांग्रेस कार्यालय में सन्नाटा

नई दिल्ली: लोकसभा चुनाव के नतीजे आने के एक दिन बाद भी दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कार्यालय में सन्नाटा पसरा रहा. कांग्रेस का कोई भी वरिष्ठ नेता या सदस्य यहां मौजूद नहीं था. कांग्रेस कार्यालय का शटर तो खुला था, लेकिन कार्यालय में कोई भी कार्यकर्ता नहीं था.

कांग्रेस कार्यालय में सन्नाटा

मतगणना के पहले चरण से ही दिल्ली की सातों सीटों पर बीजेपी की बढ़त बनती गई. इस वजह से कांग्रेस कार्यकर्ता या तो घरों में लगातार रिजल्ट देखने में लगे रहे या फिर मतगणना कार्य में चले गये.

बढ़ा कांग्रेस का वोट शेयर
2019 के दिल्ली लोकसभा चुनाव में कांग्रेस की सबसे बड़ी उम्मीद शीला दीक्षित थीं, लेकिन उन्हें भी मनोज तिवारी ने करारी शिकस्त दी. इस बार के चुनाव में दिल्ली कांग्रेस के लिए राहत की खबर ये रही कि कांग्रेस का जो वोट शेयर है वो बढ़कर 20 प्रतिशत से ऊपर चला गया है. वहीं आम आदमी पार्टी का वोट शेयर इस बार के लोकसभा चुनाव में घटकर सिर्फ 18 प्रतिशत रह गया है.

AAP की जमानत हुई जब्त
आपको बता दें कि आम आदमी पार्टी के दो बड़े नेताओं की जहां दिल्ली के लोकसभा चुनाव में जमानत जब्त हो गई, वहीं आप का वोट बैंक इस बार कहीं ना कहीं कांग्रेस पार्टी की झोली में जाता हुआ नजर आया. दिल्ली की 48 विधानसभाओं में आम आदमी पार्टी को वो समर्थन नहीं मिला जो मिलना चाहिए था.

यहां आम आदमी पार्टी से ज्यादा कांग्रेस और भारतीय जनता पार्टी को समर्थन मिला. वहीं जो मुस्लिम वोटर थे उन्होंने भी कहीं ना कहीं अपना मत आखिरी समय में बदला और वो कांग्रेस और बीजेपी की तरफ चले गए.

नई दिल्ली: लोकसभा चुनाव के नतीजे आने के एक दिन बाद भी दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कार्यालय में सन्नाटा पसरा रहा. कांग्रेस का कोई भी वरिष्ठ नेता या सदस्य यहां मौजूद नहीं था. कांग्रेस कार्यालय का शटर तो खुला था, लेकिन कार्यालय में कोई भी कार्यकर्ता नहीं था.

कांग्रेस कार्यालय में सन्नाटा

मतगणना के पहले चरण से ही दिल्ली की सातों सीटों पर बीजेपी की बढ़त बनती गई. इस वजह से कांग्रेस कार्यकर्ता या तो घरों में लगातार रिजल्ट देखने में लगे रहे या फिर मतगणना कार्य में चले गये.

बढ़ा कांग्रेस का वोट शेयर
2019 के दिल्ली लोकसभा चुनाव में कांग्रेस की सबसे बड़ी उम्मीद शीला दीक्षित थीं, लेकिन उन्हें भी मनोज तिवारी ने करारी शिकस्त दी. इस बार के चुनाव में दिल्ली कांग्रेस के लिए राहत की खबर ये रही कि कांग्रेस का जो वोट शेयर है वो बढ़कर 20 प्रतिशत से ऊपर चला गया है. वहीं आम आदमी पार्टी का वोट शेयर इस बार के लोकसभा चुनाव में घटकर सिर्फ 18 प्रतिशत रह गया है.

AAP की जमानत हुई जब्त
आपको बता दें कि आम आदमी पार्टी के दो बड़े नेताओं की जहां दिल्ली के लोकसभा चुनाव में जमानत जब्त हो गई, वहीं आप का वोट बैंक इस बार कहीं ना कहीं कांग्रेस पार्टी की झोली में जाता हुआ नजर आया. दिल्ली की 48 विधानसभाओं में आम आदमी पार्टी को वो समर्थन नहीं मिला जो मिलना चाहिए था.

यहां आम आदमी पार्टी से ज्यादा कांग्रेस और भारतीय जनता पार्टी को समर्थन मिला. वहीं जो मुस्लिम वोटर थे उन्होंने भी कहीं ना कहीं अपना मत आखिरी समय में बदला और वो कांग्रेस और बीजेपी की तरफ चले गए.

Intro:लोकसभा चुनाव में दिल्ली कांग्रेस के हाथ लगीनिराशा, दिल्ली में 5 सीटों पर रही दूसरे नंबर पर कांग्रेस, आम आदमी पार्टी का वोट शेयर ट्रांसफर हुआ कांग्रेस के पक्ष में, दिल्ली कांग्रेस की सबसे बड़ी उम्मीद शीला दीक्षित को मिली 3,66,102 से वोटों से मिली हार


Body:नई दिल्ली: लोकसभा चुनाव के नतीजे एक दिन आने के बाद भी दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कार्यालय में पसरा रहा सन्नाटा, कांग्रेस का कोई भी वरिष्ठ नेता यह सदस्य नहीं था दिल्ली प्रदेश कार्यालय में मौजूद, लोकसभा चुनाव के नतीजे आने के बाद दिल्ली की सातों सीटों पर एक बार फिर भारतीय जनता पार्टी का कब्जा हो गया, वही सातों सीटों पर दिल्ली कांग्रेस को करारी शिकस्त का सामना करना पड़ा . दिल्ली कांग्रेस के वरिष्ठ नेता जयप्रकाश अग्रवाल को भाजपा के हर्षवर्धन ने हराया वहीं मीनाक्षी लेखी ने नई दिल्ली में ढाई लाख वोटों के अंतर से अजय माकन को हराया .2019 के दिल्ली लोकसभा चुनाव में कांग्रेस की सबसे बड़ी उम्मीद शीला दीक्षित थी लेकिन उन्हें भी मनोज तिवारी में 366102 वोटों से करारी शिकस्त दी. इस बार के चुनाव में दिल्ली कांग्रेस के लिए सहानुभूति खबर बस यह निकलकर सामने आई है कि कांग्रेस का जो वोट शेयर है वो बढ़कर 20% से ऊपर चला गया है वहीं आम आदमी पार्टी का वोट शेयर इस बार के लोकसभा चुनाव में घटकर सिर्फ 18 % रह गया है आपको बता दें कि आम आदमी पार्टी के दो बड़े नेताओं की जहां दिल्ली के लोकसभा चुनाव में जमानत जब्त हो गयी, वही आप का वोट बैंक इस बार कहीं ना कहीं कांग्रेस पार्टी की झोली में जाता हुआ नजर दिल्ली की 48 विधानसभाओं में आम आदमी पार्टी को वह समर्थन नहीं मिला जो मिलना चाहिए था वहां पर आम आदमी पार्टी से ज्यादा कांग्रेस और भारतीय जनता पार्टी को समर्थन आया ,जो आंकड़े चुनाव आयोग की तरफ से सामने आ रहे हैं उसके मुताबिक मिला आम आदमी पार्टी का वोट शेयर का बड़ा हिस्सा जहां कांग्रेस में चला गया वहीं दूसरी तरफ जो मुस्लिम वोटर थे उन्होंने भी कहीं ना कहीं अपना मत आखिरी समय में बदलाऔर वह कांग्रेस और भाजपा में डिवाइड हुआ


Conclusion:कुल मिलाकर देखा जाए तो दिल्ली लोकसभा के जो नतीजे आए हैं कहीं ना कहीं चौका देने वाले जरूर है कि नॉर्थ वेस्ट दिल्ली पश्चिमी दिल्ली इन दोनो सीटों पर काफी बड़े मार्जिन के साथ भारतीय जनता पार्टी के उम्मीदवारों को जीत मिलना, जो किसी ने एक्सपेक्ट भी नहीं की थी, कांग्रेस के लिए जो इकलौती सहानुभूति भरी खबर चुनाव में सामने आई है वह है उसका वोट बैंक जो पहले का मुकाबला बड़ा है जिससे लग रहा है कांग्रेस को कहीं ना कहीं ना आने वाले दिल्ली विधानसभा चुनावों में फायदा होगा और कांग्रेस अपने आप को दिल्ली की राजनीति में पुनर्जीवित कर सकेगी , बहरहाल अब सिर्फ एक ही सवाल है कि लोकसभा चुनावों में जो दिल्ली में को कांग्रेस की हार हुई है उसका ठीकरा दिल्ली के किस बड़े नेता केसर फूटता है
Last Updated : May 25, 2019, 12:15 PM IST
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