नई दिल्ली: दिल्ली के अधिकारों को लेकर मचे बवाल के बीच मंगलवार को आईटीओ स्थित शहीदी पार्क में आजादी का अमृत महोत्सव पार्क का उद्घाटन किया गया. पार्क देश को आजाद कराने वाले क्रांतिकारियों की गाथाओं व तमाम राज्यों की संस्कृति से ओतप्रोत है. पार्क का उद्घाटन उपराज्यपाल वीके सक्सेना, मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, महापौर शैली ओबरॉय द्वारा किया गया.
MCD ने शहीदी पार्क में आजादी का अमृत महोत्सव पार्क विकसित किया है. एमसीडी ने इस पार्क को देश का पहला खुला संग्रहालय भी करार दिया है. खास बात है कि एमसीडी ने दिल्ली सरकार के साथ खींचतान चलने के बावजूद उपराज्यपाल को अपने कार्यक्रम में बुलाया. इस पार्क को विकसित कराने में उपराज्यपाल ने व्यक्तिगत तौर पर काफी रुचि ली.
एमसीडी ने करीब 4.5 एकड़ में विकसित किए इस पार्क को बनाने पर 15 करोड़ रुपए खर्च किए. पार्क में प्रतिकृतियों, मूर्तियों को करीब 250 टन लोहे के कबाड़ से तैयार किया गया है. इस पार्क के बाहर दीवार पर जी-20 शिखर सम्मेलन के लोगों के साथ सभी राज्यों के विख्यात नृत्य की कलाकृतियां हैं. इसके अलावा पार्क से बाहर निकलने व प्रवेश द्वार के बीच क्रांतिकारियों की विशाल कलाकृति है.
इस पार्क के अंदर देश के स्वर्णिम काल, विदेशी आक्रांताओं के विरुद्ध युद्ध, महान मराठा सामाज्य, जन आंदोलन, सांस्कृतिक एवं सामाजिक जागरुकता, अदम्य सिख साम्राज्य, 1857 स्वाधीनता संग्राम, स्वाधीनता संघर्ष, स्वदेशी आंदोलन एवं सत्याग्रह, भारत की स्वाधीनता, संविधान आधारित एवं रियासतों का विलय आदि कलाकृतियां है. साथ ही पार्क में कई जगह फव्वारे भी है. इस पार्क के अंदर शहीद भगत सिंह, राजगुरु व सहदेव की प्रतिमा पहले से ही लगी है.
मुझे खुशी है कि पार्क की नींव भी मैंने रखी थी और उद्घाटन भी कर रहा हूं. मैं खुद को सौभाग्यशाली समझता हूं. साथ ही मैं चाहता हूं कि दिल्ली के स्कूल के बच्चों के लिए पार्क मुफ्त में खोला जाए. उनको मुफ्त में इस पार्क का भ्रमण कराया जाए. ताकि उन्हें इस पार्क में जो हमारे स्वतंत्रता सेनानी हैं महान योद्धा है. देश के वीर जवानों, महान योद्धा और भारत की संस्कृति को परखने का मौका मिले.
विनय सक्सेना, उपराज्यपाल
दिल्ली के मुख्यमंत्री केजरीवाल ने कहा कि इस पार्क की आधारशिला पिछले साल उपराज्यपाल वीके सक्सेना ने रखी थी और आज इसका उद्घाटन किया. उन्होंने कहा कि इसके लिए अधिकारी इंजीनियर बधाई के पात्र हैं. इसके साथ हम चाहते हैं कि दिल्ली के स्कूली बच्चों को फ्री में यह पार्क दिखाया जाए.