नई दिल्लीः कोविड-19 के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए जामिया मिल्लिया इस्लामिया ने दिसंबर के अंत में होने वाली सेमेस्टर परीक्षाएं ऑनलाइन मोड से आयोजित कराने का फैसला लिया है. वहीं परीक्षा नियंत्रक प्रोफेसर नाजिम हुसैन जाफरी ने कहा कि ऑनलाइन परीक्षा प्रॉक्टर्ड मेथड से कराई जाएगी, जिससे परीक्षा के दौरान नकल और अन्य गलत तरीकों के इस्तेमाल को रोका जा सके.
प्रॉक्टर मेथड से आयोजित होगी सेमेस्टर परीक्षा
बता दें कि विश्वविद्यालय अधिकारियों की कुलपति प्रोफेसर नजमा अख्तर और सभी फैकल्टी के डीन के साथ हुई मीटिंग में यह फैसला किया गया कि दिसंबर के अंत में होने वाली सेमेस्टर परीक्षा ऑनलाइन आयोजित कराई जाएगी. वहीं इसको लेकर परीक्षा नियंत्रक प्रोफेसर नाजिम हुसैन जाफरी ने कहा कि ऑनलाइन परीक्षाएं 3 तरीके से की जा सकती हैं- सेंटर बेस्ड, ओपन बुक और प्रॉक्टर्ड जिसमें से प्रॉक्टर्ड मेथड सबसे ज्यादा सुविधाजनक पाया गया है.
उन्होंने कहा कि इस माध्यम के तहत सॉफ्टवेयर टीम कैमरे के जरिए परीक्षा पर नजर बनाए. इस दौरान अगर कंप्यूटर सॉफ्टवेयर किसी तरह की हरकत पहचान करता है, जिससे परीक्षा में गलत चीजों के इस्तेमाल की संभावना हो, तो वह पूरे सिस्टम को अलर्ट कर देता है, जिससे परीक्षा में नकल की संभावनाओं को खत्म किया जा सकेगा और परीक्षा में पारदर्शिता बनी रहेगी. साथ ही उन्होंने कहा कि जिन छात्रों के पास लैपटॉप या कंप्यूटर की सुविधा नहीं होगी. वह अपने फोन से भी परीक्षा दे पाएंगे.
इस बार परीक्षा देना जरूरी
वहीं परीक्षा नियंत्रक ने कहा कि पहले छात्रों का मूल्यांकन असाइनमेंट के आधार पर किया गया था, लेकिन यूजीसी द्वारा जारी किए गए दिशा-निर्देशों के तहत परीक्षा कराना जरूरी है. ऐसे में ऑनलाइन परीक्षा आयोजित करने का फैसला लिया गया है. इस को लेकर छात्रों को पूर्व सूचना दे दी जाएगी. वहीं परीक्षा के दौरान छात्रों को अपने कंप्यूटर से प्रश्न पत्र डाउनलोड करना होगा और बिना नकल किए या किसी अन्य गलत तरीके का प्रयोग किए उसे हल करना होगा. इसके बाद अपनी उत्तर पुस्तिका को स्कैन कर या उसकी फोटो खींचकर भेजना होगा.
वहीं अहमद नियाजी ने कहा कि दिल्ली में बढ़ रहे कोविड-19 के मामले इस समय चिंता का विषय बने हुए हैं. सबसे ज्यादा उन छात्रों के लिए जो बाहरी प्रदेशों में रहते हैं. साथ ही कहा कि अभी परीक्षा को लेकर कोई आधिकारिक तौर पर नोटिस जारी नहीं किया गया है, जिसकी वजह से छात्रों में असमंजस की स्थिति बनी हुई है.