नई दिल्ली/नोएडा: ग्रेटर नोएडा के एक नामी स्कूल ने दो बच्चों को स्कूल से निकाल दिया क्योंकि वो बच्चे फीस जमा नहीं कर पाए. मिर्जापुर गांव की रहने वाली रजनीश शर्मा के पति की 7 साल पहले मौत हो गई थी. जिसके बाद पीड़ित महिला ने गौतम बुद्ध नगर के डीएम से अपने बच्चों को पढ़ाने के लिए गुहार लगाई थी.
DM ने करवाया था बच्चों का एडमिशन
जिस पर गौतम बुद्ध नगर के डीएम ने ग्रेटर नोएडा के होली पब्लिक स्कूल में पुनीत और मानवी शर्मा का एडमिशन कराया था. डीएम ने स्कूल प्रशासन को आदेश दिया था कि बच्चों से कोई फीस ना वसूली जाए.
स्कूल प्रशासन ने की फीस की डिमांड
पीड़ित का कहना है कि स्कूल प्रशासन ने एक दो महीने तक तो कोई फीस नहीं ली. लेकिन कुछ समय बाद स्कूल प्रशासन ने पीड़ितों से पढ़ाई के बदले 2000 रुपये फीस के तौर पर लेना शुरू कर दिया.
पीड़ित का कहना है कि वह बड़ी मुश्किल से पैसे इक्कठे कर अपने दोनों बच्चों को पढ़ा रही थी, लेकिन स्कूल प्रशासन ने अचानक से फीस बढ़ाते हुए 4 हजार की डिमांड कर दी.
फीस न देने पर बच्चों को स्कूल से भगा दिया
जब पीड़ित द्वारा इतनी फीस न देने की बात कही गई तो स्कूल प्रशासन ने दोनों मासूम बच्चों को स्कूल से भगा दिया. बच्चे 4 दिन से स्कूल जाने को तरस रहे हैं.
पीड़ित महिला कपड़े सिलकर परिवार चला रही है
पीड़ित बच्चों का कहना है कि उनकी मां सिलाई कर फीस जमा करती है, और इसी से उनका घर चलता है. दोनों बच्चों न बेसिक शिक्षा अधिकारी से स्कूल फीस मामले की शिकायत करने की कोशिश की, लेकिन 12 बजने के बाद तक अधिकारी अपने दफ्तर में नहीं पहुंचे थे.