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फीस जमा नहीं करने पर स्कूल ने बच्चों को निकाला, 'DM ने दिया था फ्री पढ़ाने का आदेश' - school fees

गौतमबुद्ध नगर के डीएम ने ग्रेटर नोएडा के होली पब्लिक स्कूल में पुनीत और मानवी शर्मा का एडमिशन कराया था. डीएम ने स्कूल प्रशासन को आदेश दिया था कि बच्चों से कोई फीस ना वसूली जाए.

पीड़ित बच्चें और मां etv bharat
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Published : Jul 16, 2019, 10:18 AM IST

Updated : Jul 16, 2019, 10:43 AM IST

नई दिल्ली/नोएडा: ग्रेटर नोएडा के एक नामी स्कूल ने दो बच्चों को स्कूल से निकाल दिया क्योंकि वो बच्चे फीस जमा नहीं कर पाए. मिर्जापुर गांव की रहने वाली रजनीश शर्मा के पति की 7 साल पहले मौत हो गई थी. जिसके बाद पीड़ित महिला ने गौतम बुद्ध नगर के डीएम से अपने बच्चों को पढ़ाने के लिए गुहार लगाई थी.

DM ने करवाया था बच्चों का एडमिशन
जिस पर गौतम बुद्ध नगर के डीएम ने ग्रेटर नोएडा के होली पब्लिक स्कूल में पुनीत और मानवी शर्मा का एडमिशन कराया था. डीएम ने स्कूल प्रशासन को आदेश दिया था कि बच्चों से कोई फीस ना वसूली जाए.

स्कूल फीस न देने पर दो मासूमो स्कूल से निकाला

स्कूल प्रशासन ने की फीस की डिमांड
पीड़ित का कहना है कि स्कूल प्रशासन ने एक दो महीने तक तो कोई फीस नहीं ली. लेकिन कुछ समय बाद स्कूल प्रशासन ने पीड़ितों से पढ़ाई के बदले 2000 रुपये फीस के तौर पर लेना शुरू कर दिया.
पीड़ित का कहना है कि वह बड़ी मुश्किल से पैसे इक्कठे कर अपने दोनों बच्चों को पढ़ा रही थी, लेकिन स्कूल प्रशासन ने अचानक से फीस बढ़ाते हुए 4 हजार की डिमांड कर दी.

फीस न देने पर बच्चों को स्कूल से भगा दिया
जब पीड़ित द्वारा इतनी फीस न देने की बात कही गई तो स्कूल प्रशासन ने दोनों मासूम बच्चों को स्कूल से भगा दिया. बच्चे 4 दिन से स्कूल जाने को तरस रहे हैं.

पीड़ित महिला कपड़े सिलकर परिवार चला रही है

पीड़ित बच्चों का कहना है कि उनकी मां सिलाई कर फीस जमा करती है, और इसी से उनका घर चलता है. दोनों बच्चों न बेसिक शिक्षा अधिकारी से स्कूल फीस मामले की शिकायत करने की कोशिश की, लेकिन 12 बजने के बाद तक अधिकारी अपने दफ्तर में नहीं पहुंचे थे.

नई दिल्ली/नोएडा: ग्रेटर नोएडा के एक नामी स्कूल ने दो बच्चों को स्कूल से निकाल दिया क्योंकि वो बच्चे फीस जमा नहीं कर पाए. मिर्जापुर गांव की रहने वाली रजनीश शर्मा के पति की 7 साल पहले मौत हो गई थी. जिसके बाद पीड़ित महिला ने गौतम बुद्ध नगर के डीएम से अपने बच्चों को पढ़ाने के लिए गुहार लगाई थी.

DM ने करवाया था बच्चों का एडमिशन
जिस पर गौतम बुद्ध नगर के डीएम ने ग्रेटर नोएडा के होली पब्लिक स्कूल में पुनीत और मानवी शर्मा का एडमिशन कराया था. डीएम ने स्कूल प्रशासन को आदेश दिया था कि बच्चों से कोई फीस ना वसूली जाए.

स्कूल फीस न देने पर दो मासूमो स्कूल से निकाला

स्कूल प्रशासन ने की फीस की डिमांड
पीड़ित का कहना है कि स्कूल प्रशासन ने एक दो महीने तक तो कोई फीस नहीं ली. लेकिन कुछ समय बाद स्कूल प्रशासन ने पीड़ितों से पढ़ाई के बदले 2000 रुपये फीस के तौर पर लेना शुरू कर दिया.
पीड़ित का कहना है कि वह बड़ी मुश्किल से पैसे इक्कठे कर अपने दोनों बच्चों को पढ़ा रही थी, लेकिन स्कूल प्रशासन ने अचानक से फीस बढ़ाते हुए 4 हजार की डिमांड कर दी.

फीस न देने पर बच्चों को स्कूल से भगा दिया
जब पीड़ित द्वारा इतनी फीस न देने की बात कही गई तो स्कूल प्रशासन ने दोनों मासूम बच्चों को स्कूल से भगा दिया. बच्चे 4 दिन से स्कूल जाने को तरस रहे हैं.

पीड़ित महिला कपड़े सिलकर परिवार चला रही है

पीड़ित बच्चों का कहना है कि उनकी मां सिलाई कर फीस जमा करती है, और इसी से उनका घर चलता है. दोनों बच्चों न बेसिक शिक्षा अधिकारी से स्कूल फीस मामले की शिकायत करने की कोशिश की, लेकिन 12 बजने के बाद तक अधिकारी अपने दफ्तर में नहीं पहुंचे थे.

Intro:ग्रेटर नोएडा :- ग्रेटर नोएडा के एक नामी स्कूल में पढ़ने वाले दो मासूम छात्रों को स्कूल प्रशासन में सिर्फ इसलिए निकाल दिया क्योंकि दोनों मासूम छात्र के परिजनों के द्वारा स्कूल के द्वारा मांगी जा रही मोटी फीस वह जमा नहीं कर पा रहे थे . पीड़ित का कहना है कि वर्ष 2012 में उनके पिता की मौत हो गई थी जिसके बाद गौतम बुध नगर के डीएम ने बच्चों का एडमिशन इस स्कूल में कराया था और स्कूल प्रशासन को आदेश दिए थे कि दोनों बच्चों से फीस न ली जाए लेकिन उसके बावजूद भी स्कूल प्रशासन बच्चों से 2 हज़ार रुपये फीस वसूला था। लेकिन अभी स्कूल प्रशासन में फीस बढ़ाते हुए मासूम बच्चों से पर बच्चे के हिसाब से 4 हज़ार फीस की डिमांड की। जिस पर मासूम बच्चों ने 4000 रुपये न देने की बात कहते हुए स्कूल प्रशासन से गुहार लगाई। जिस पर स्कूल प्रशासन ने दोनों ही मासूम बच्चों को स्कूल से भगा दिया जिसके चलते हैं अब मासूम बच्चे पिछले 4 दिनों से स्कूल नहीं जा पाए हैं।


Body:
ग्रेटर नोएडा के मिर्जापुर गांव के रहने वाली राजेश शर्मा के पति का वर्ष 2012 में मौत हो गई थी जिसके बाद पीड़ित महिला ने गौतम बुध नगर के डीएम से अपने मासूम बच्चे को पढ़ाने के लिए गुहार लगाई थी जिस पर गौतम बुध नगर के डीएम ने कार्यवाही करते हुए ग्रेटर नोएडा में स्थित होली पब्लिक स्कूल में पुनीत में मानवी शर्मा का एडमिशन करा दिया था और स्कूल प्रशासन को आदेश दिया था कि बच्चों से कोई फीस ना वसूली जाए। पीड़ित का कहना है कि स्कूल प्रशासन ने एक दो महीने तक तो कोई फीस न लेने की जैसे जैसे समय बीता स्कूल प्रशासन पीड़ितों से पढ़ाई के बदले दो हजार रुपये फेस के तौर पर लेना शुरू कर दिया पीड़ित का कहना है कि जैसे तैसे में पैसे इक्कठे कर अपने दोनों बासु बच्चों को पढ़ा रही थी लेकिन स्कूल प्रशासन ने अब अचानक से फीस बढ़ाते हुए 4 हजार की डिमांड कर दी जब पीड़ित के द्वारा इतनी फीस न देने की बात कही गई तो स्कूल प्रशासन ने दोनों मासूम बच्चों को स्कूल से भगा दिया पीड़ित 4 दिनों से स्कूल जाने को तरस रहे हैं ।

बाईट :- रजनीश शर्मा ( मानवी शर्मा की माँ )

बाईट :- मानवी शर्मा ( पीड़ित )


Conclusion:
पीड़ित मासूम बच्चों का कहना है कि उनकी मां सिलाई का काम कर बच्चों की फीस जमा करती है लेकिन उसके बावजूद भी स्कूल प्रशासन लगातार बढ़े इसके चलते उन्हें स्कूल में पढ़ने नहीं दे रहा जिसके शिकायत करने के लिए अब दोनों मासूम बच्चे अपनी मां के साथ बेसिक शिक्षा अधिकारी से इसकी शिकायत करने पहुंचे लेकिन 12:00 बजने के बाद भी शिक्षा विभाग के आला अधिकारी अपने ऑफिस पर नजर नहीं आए तो वहीं दूसरी तरफ सबको शिक्षा सबको ज्ञान का नारा देने वाले भारत के प्रधानमंत्री के आदेशों को भी ऐसे स्कूल धता बताते हुए अपनी मनमानी कर रहे हैं अब देखना यह होगा कि ऐसे स्कूल वालों के खिलाफ कब तक जिला प्रशासन कार्यवाही कर पाएगा या फिर यह मासूम बच्चे अनपढ़ बनने के लिए मजबूर रहेंगे तो दूसरी तरफ स्कूल प्रशासन पूरे मामले पर कुछ भी बोलने से बच रहा है।
Last Updated : Jul 16, 2019, 10:43 AM IST
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