नई दिल्ली: दिल्ली की सत्ताधारी आम आदमी पार्टी और भारतीय जनता पार्टी में तकरार जारी है. यह तकरार 11 मई से ज्यादा बढ़ गई है. जब सुप्रीम कोर्ट ने दिल्ली सरकार को ट्रांसफर पोस्टिंग के आदेश लेने के लिए पावर दी. लेकिन सप्ताह दिन के भीतर केंद्र में बैठी भाजपा सरकार ने नया अध्यादेश लाकर दिल्ली का बॉस एलजी को बना दिया. इस घटनाक्रम में भाजपा ने आप पर आरोप लगाया कि विजिलेंस विभाग की फाइलों को गायब कर दिया गया. इस पर सौरभ भारद्वाज ने कहा कि वह झूठे बयान देने वाले भाजपा नेताओं पर मानहानि का केस दायर करेंगे.
AAP की छवि खराब करने की कोशिश: दिल्ली सरकार में मंत्री सौरभ भारद्वाज ने कहा कि जो आरोप भाजपा नेता लगा रहे हैं. वह गलत और झूठे हैं. 15 और 16 मई 2023 की रात को विशेष सचिव (सतर्कता) के कमरे की फाइलों को उनके वरिष्ठ सचिव (सतर्कता) द्वारा एक्सेस किया गया था. उन फाइलों को कभी भी दिल्ली सरकार के किसी मंत्री के साथ साझा नहीं किया गया. आज तक वही स्थिति बनी हुई है. फिर भी दिल्ली भाजपा के नेताओं ने आगे बढ़कर भ्रष्टाचार और फाइलों से छेड़छाड़ का आरोप लगाकर चुनी हुई सरकार की छवि खराब करने की कोशिश की. ऐसे में दिल्ली सरकार की तरफ से भाजपा के सभी नेताओं और अधिकारियों को मानहानि का नोटिस भेजा जाएगा.
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उच्च स्तरीय जांच का आदेश: सौरभ भारद्वाज ने कहा कि यह चिंता का विषय है कि दिल्ली सचिवालय के सीसीटीवी फुटेज, जिसमें मुख्यमंत्री, अन्य सभी मंत्रियों और दिल्ली सरकार के वरिष्ठ अधिकारियों के कार्यालय हैं. वहां इतनी आसानी से एक राजनीतिक दल को एक्सेस दिया गया. एक राजनीतिक दल को दिल्ली सचिवालय के सीसीटीवी फुटेज तक अवैध तरीके से पहुंचने की अनुमति देना गंभीर प्रशासनिक चूक है. ऐसे में इस मामले में मुख्य सचिव, दिल्ली सरकार के प्रशासनिक प्रमुख और अन्य सभी संबंधित अधिकारियों की भूमिका को लेकर उच्च स्तरीय जांच का आदेश दिया जाएगा.
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