नई दिल्ली: आम आदमी पार्टी लगातार निगम पर हमलावर है. पार्टी की तरफ से विभिन्न मुद्दों को लेकर निगम को कटघरे में खड़ा किया जा रहा है. इसी क्रम में बुधवार को पार्टी के मुख्य प्रवक्ता सौरभ भारद्वाज ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के माध्यम से निगम को निशाने पर लिया. मुद्दा था, दक्षिणी दिल्ली नगर निगम द्वारा पार्षदों के फंड में बढ़ोतरी और निगम की ऑडिट रिपोर्ट का.
'हड़ताल पर हैं कर्मचारी'
सौरभ भारद्वाज ने कहा कि एक तरफ निगम के कर्मचारी वेतन की मांग को लेकर हड़ताल कर रहे हैं, निगम के नेता लगातार फंड की कमी की बात कर रहे हैं, वहीं इसी बीच दक्षिणी दिल्ली नगर निगम ने पार्षदों के फंड में बड़ी बढ़ोतरी कर दी है. उन्होंने बताया कि साउथ एमसीडी ने अब पार्षदों का फंड बढ़ाकर 50 लाख से एक करोड़ कर दिया है, जो पहले 25 लाख से 50 लाख किया गया था.
'कागजों पर होते हैं काम'
सौरभ भारद्वाज ने इस दौरान निगम को लेकर की गई कोर्ट की टिप्पणी का भी जिक्र किया और कहा कि कोर्ट तक यह कह चुका है कि निगम के मेयर, अधिकारियों और पार्षदों को मिलने वाली सुविधाएं क्यों न खत्म कर दी जाएं. इस दौरान दक्षिणी दिल्ली नगर निगम की ऑडिट रिपोर्ट दिखाते हुए उन्होंने कहा कि फंड में यह बढ़ोतरी इसलिए की गई है, क्योंकि इनके ज्यादातर काम सिर्फ कागजों पर ही होते हैं.
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'वर्क ऑर्डर से पहले ही खरीद'
ऑडिट रिपोर्ट का हवाला देते हुए सौरभ ने कहा कि कई ऐसे मामले इसमें है, जब वर्क ऑर्डर जारी होने से एक महीने पहले ही इससे जुड़े समान की खरीद हो है. यह खरीद भी सड़क बनाने वाली आरएमसी की है, जो 3 घंटे बाद ही इस्तेमाल लायक नहीं रहती. सौरभ भारद्वाज ने सीधे तौर पर आरोप लगाया कि फंड में इसलिए वृद्धि की गई है, ताकि पैसों की बंदरबांट हो सके.