नई दिल्ली: शनिवार शाम दिल्ली सरकार द्वारा जारी किए गए हेल्थ बुलेटिन के मुताबिक 24 घंटे में दिल्ली में कोरोना संक्रमण के 1404 मामले सामने आए हैं. यह बीते 20 दिनों का सबसे बड़ा आंकड़ा है. 18 जुलाई को 24 घंटे में 1475 केस आए थे और उसके बाद लगातार मामले कम होते गए. बीते हफ्ते तो लगातार तीन दिन हजार से कम केस थे. लेकिन अब फिर से दिल्ली में कोरोना का दायरा बढ़ने लगा है.
दिल्ली में टेस्ट करा रहे बाहर के लोग
दिल्ली में फिर से कोरोना की इस बढ़ती रफ्तार को लेकर हमने जब दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन से सवाल किया, तो उन्होंने इसका ठीकरा पड़ोसी राज्यों पर फोड़ दिया. सत्येंद्र जैन ने कहा कि काफी बड़ी संख्या में लोग दिल्ली से बाहर जैसे गाजियाबाद, नोएडा और फरीदाबाद जैसी जगहों से आकर दिल्ली में टेस्ट करा रहे हैं. उनके टेस्ट कराने की वजह से संख्या बढ़ जाती है.
कल 97 मरीज पड़ोसी राज्यों से आए
सत्येंद्र जैन ने यह भी बताया कि जब उनकी रिपोर्ट के बाद हमारे लोग चेक करने के लिए उनके दिए गए पर जाते हैं, तो पता चलता है कि वे दिल्ली से बाहर रहते हैं. इससे संबंधित डाटा साझा करते हुए सत्येंद्र जैन ने बताया कि बीते दिन दिल्ली के कोरोना अस्पतालों में जितने मरीज भर्ती हुए हैं, उनमें से 97 मरीज पड़ोस राज्यों के हैं, वहीं 224 मरीज दिल्ली के हैं. यानी दिल्ली के अस्पतालों में बाहर के 30-35 फीसदी मरीज भर्ती हो रहे हैं.
इसलिए फिर से भरने लगे बेड
क्या दिल्ली में कोरोना संक्रमण में फिर से हो रही वृद्धि का कारण बाहर से आने वाले लोग हैं? इस सवाल पर सत्येंद्र जैन ने कहा कि दिल्ली में तो कोरोना कम हो ही रहा है, लेकिन बाहर से बीमार होकर आए पेशेंट भी यहां इलाज करा रहे हैं. सत्येंद्र जैन ने यह भी कहा कि पहले हर दिन दिल्ली के कोरोना अस्पतालों में करीब 100 बेड भर रहे थे, इसमें बीते दिनों कमी आई. लेकिन कल इसलिए बढ़ोतरी हुई, क्योंकि 97 मरीज बाहर के थे.
बढ़ने लगी सक्रिय मरीजों की संख्या
दिल्ली में फिर से पांव पसार रहे कोरोना के मौजूदा हाल को इस आंकड़े से भी समझा जा सकता है कि राजधानी में कोरोना के सक्रिय मरीजों की संख्या फिर से बढ़ने लगी है. 4 अगस्त को सक्रिय मरीजों की संख्या 10 हज़ार से नीचे पहुंच गई थी, तब मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने इसे दिल्ली मॉडल की सफलता से जोड़ा था. लेकिन बीते दिन के हेल्थ बुलेटिन के अनुसार, अब यह संख्या 10,667 हो गई है.
धीमी हो गई रिकवरी दर
इसके अलावा, कोरोना को मात देने वालों के आंकड़े भी अब बीते महीने की तुलना में कम होने लगे हैं. बीते हफ्ते तो लगातार तीन दिनों तक यह संख्या हज़ार से नीचे रही थी. बीते कुछ दिनों में रिकवरी रेट किस तरह धीमी रही है, उसे इस आंकड़े से समझा जा सकता है कि दिल्ली में कोरोना रिकवरी को 70 से 80 फीसदी तक पहुंचने में मात्र 9 दिन का समय लगा था. लेकिन 13 जुलाई को 80 फीसदी को पार करने के बाद से अब तक यह दर 90 फीसदी तक नहीं पहुंच सकी है और अभी 89.75 फीसदी है .