नई दिल्ली: दिल्ली के कनॉट प्लेस में शुक्रवार को स्वाद और संस्कृति का संगम सरस फूड फेस्टिवल (saras food festival ) का आगाज हुआ. मुख्य अतिथि ग्रामीण विकास एवं इस्पात राज्यमंत्री फग्गन सिंह कुलस्ते मौजूद रहे. उन्होंने कहा कि हमारा लक्ष्य महिलाओं को सशक्त करना है. हमारा लक्ष्य है कि हर सेल्फ हेल्प ग्रुप की महिलाओं को कम से कम एक लाख रुपये का प्रॉफिट हो.
उन्होंने कहा कि हमलोग मिलकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का जो सपना है एक भारत श्रेष्ठ भारत उसे साकार करना है. साथ ही वोकल फॉर लोकल के सपनों को भी साकार करना है. इस तरह के कार्यों से ही पीएम का जो सपना है आत्मनिर्भर भारत का वह साकार हो पाएगा. इस अवसर पर ग्रामीण विकास मंत्रालय के अपर सचिव (आरएल) शैलेश कुमार व सचिव नागेन्द्र नाथ सिन्हा समेत तमाम अधिकारी व लोग मौजूद रहे. साथ ही कुलस्ते ने विभिन्न फूड स्टॉलों पर जाकर उनके जायका का स्वाद भी चखा. साथ ही सरस से जुड़े सामान की बिक्री के लिए ऑनलाइन पोर्टल भी लांच किया गया. जो www.esaras.in है.
फेस्टिवल में राजधानी के लोगों को एक बार फिर भारतीय संस्कृति, खान पान की झलक दिखाई देगी. सरस फूड फेस्टिवल के तहत दिल्ली और समीपवर्ती राज्यों के लोग 17 राज्यों की संस्कृति और स्वाद के संगम के संगम से न केवल रूबरू हो सकेंगे, बल्कि इन राज्यों के सामाजिक ताने बाने के बारे में भी जान सकेंगे. वहां की प्रसिद्ध व्यंजनों से परिचित हो सकेंगे और उसका स्वाद ले सकेंगे. यह राजधानी का एक लोकप्रिय उत्सव है, जिसमें न केवल दिल्ली बल्कि दिल्ली के बाहर के लोग भी विभिन्न राज्यों के व्यंजन चखने और उसे कैसे बनाते हैं यह जानने के लिए आते हैं.
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ग्रामीण विकास मंत्रालय भारत सरकार द्वारा शुरू किए गए आयोजन में देश भर के 17 राज्यों की करीब 150 महिला उद्यमी व स्वयं सहायता समूहों की महिलाएं भाग ले रही हैं. खास बात है कि यहां आई सभी महिलाओं ने पीएम मोदी को थैंक्स कहा कि उनकी वजह से वह इस मेले में शिरकत करने के लिए आई. सरस फूड फेस्टिवल में आने वालों के लिए किसी तरह का टिकट नहीं है. यह उत्सव सुबह 11 बजे से रात 10 बजे तक चलेगा.
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