CAA को संत समाज ने दिया समर्थन, मनोज तिवारी से की मुलाकात - भाजपा अध्यक्ष मनोज तिवारी
संत समाज के संतों से मनोज तिवारी ने कहा कि जब संत समाज भाजपा के साथ खड़ा है, तो इसका मतलब है कि समाज का समर्थन में मिल रहा है. जो सबसे अधिक महत्वपूर्ण है. हमने बहुत ही कोशिश की नागरिकता संशोधन कानून को लेकर झूठे भ्रम फैलाने वालों को समझाया जाए. लेकिन समझाया उसे जाता है, जो समझने की कोशिश करें. जो समझना ही नहीं चाहता उसे कैसे समझाया जा सकता है.
नई दिल्ली: नागरिकता संशोधन कानून को लेकर अपना समर्थन देने आए हिंदू संत समाज के लोगों ने दिल्ली बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष मनोज तिवारी से मुलाकात की. इन लोगों ने मनोज तिवारी को धन्यवाद किया. तब उन्होंने भी कहा कि उन्हें बड़ी खुशी हो रही है कि नागरिकता संशोधन कानून को लेकर कई लोगों द्वारा जनता के बीच फैलाए जा रहे हैं, जो झूठ और भ्रम से परेशान आप लोगों का मन सड़कों पर हो रही हिंसा से व्यथित है.
'संत समाज का समर्थन मतलब समाज का समर्थन'
संत समाज के संतों से मनोज तिवारी ने कहा कि जब संत समाज भाजपा के साथ खड़ा है, तो इसका मतलब है कि समाज का समर्थन में मिल रहा है. जो सबसे अधिक महत्वपूर्ण है. हमने बहुत ही कोशिश की नागरिकता संशोधन कानून को लेकर झूठे भ्रम फैलाने वालों को समझाया जाए. लेकिन समझाया उसे जाता है, जो समझने की कोशिश करें. जो समझना ही नहीं चाहता उसे कैसे समझाया जा सकता है.
'देश का सर्वांगीण विकास हो सके'
संत समाज के आए संतों ने मनोज तिवारी से कहा कि वह जिन-जिन इलाकों में रहते हैं वहां अगर कोई इस कानून को लेकर भ्रम फैलाता है, तो वे उसे दूर करने के प्रयास करते हैं, कुछ लोग ऐसे हैं, जो देश की खुशी को नहीं देखना चाहते हैं और विकास पथ पर चल रहे समाज की बाधा बनने को हमेशा तत्पर रहते हैं. जोकि नकारात्मकता की निशानी है.
नागरिकों को सुविधा देने के लिए केंद्र सरकार एनपीआर ला रही है. लेकिन विपक्ष उसका भी विरोध करने में लगा है, जो लोग देश को गर्त में गिराना चाहते हैं. लेकिन प्रधानमंत्री लोगों से स्वदेश निर्मित वस्तु को अपनाने की बात कर रहे हैं. जबकी देश का सर्वांगीण विकास हो सके. आतंकी और उपद्रवियों की हिंसा प्रवृत्ति से देश के विकास की गति अब नहीं रुकने वाली हैं.
Body:संत समाज का समर्थन मतलब समाज का समर्थन
जब संत समाज भाजपा के साथ खड़ा है तो इसका मतलब है कि समाज का समर्थन में मिल रहा है. जो सबसे अधिक महत्वपूर्ण है. हमने बहुत ही कोशिश की नागरिकता संशोधन कानून को लेकर झूठे भ्रम फैलाने वालों को समझाया जाए. लेकिन समझाया उसे जाता है जो समझने की कोशिश करें. जो समझना ही नहीं चाहता उसे कैसे समझाया जा सकता है.
संत समाज आम लोगों तक पहुंचाए अपनी बात
संत समाज के आए संतों ने मनोज तिवारी से कहा कि वह जिन जिन इलाकों में रहते हैं वहां अगर कोई इस कानून को लेकर भ्रम फैलाता है तो वे उसे दूर करने के प्रयास करते हैं कुछ लोग ऐसे हैं जो देश की खुशी को नहीं देखना चाहते हैं और विकास पथ पर चल रहे समाज की बाधा बनने को हमेशा तत्पर रहते हैं. जोकि नकारात्मकता की निशानी है. नागरिकों को सुविधा देने के लिए केंद्र सरकार एनपीआर ला रही है. लेकिन विपक्ष उसका भी विरोध करने में लगा है जो लोग देश को गर्त में गिराना चाहते हैं, वैसी बात करने हैं.
Conclusion:लेकिन प्रधानमंत्री लोगों से स्वदेश निर्मित वस्तु को अपनाने की बात कर रहे हैं. ताकि देश का सर्वांगीण विकास हो सके. आतंकी और उपद्रवियों की हिंसा प्रवृत्ति से देश के विकास की गति अब नहीं रुकने वाली हैं.
समाप्त, आशुतोष झा