नई दिल्ली: सागर हत्याकांड मामले में क्राइम ब्रांच की जांच तेजी से आगे बढ़ रही है. अभी तक 9 आरोपियों की गिरफ्तारी हो चुकी है. वहीं 10 से ज्यादा आरोपी अभी फरार चल रहे हैं. इनमें हत्याकांड के समय छत्रसाल स्टेडियम में मौजूद बदमाशों के अलावा फरारी में उसकी मदद करने वाले भी शामिल हैं. इस मामले में पुलिस को 5 अगस्त से पहले आरोप पत्र दाखिल करना है.
जानकारी के अनुसार बीते 4 मई को छत्रसाल स्टेडियम में सागर धनखड़, सोनू महाल एवं अमित को बेरहमी से पीटा गया था. इस मामले में घायल सागर ने अस्पताल में उपचार के दौरान दम तोड़ दिया था.
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इस बाबत मॉडल टाउन थाने में हत्या का मामला दर्ज किया गया था और मौके से प्रिंस नामक आरोपी को पकड़ा गया था. प्रिंस के मोबाइल से पुलिस को एक वीडियो मिला था, जिसमें कथित तौर पर सुशील डंडे से सागर को पीट रहा था. इस वीडियो को फॉरेंसिक जांच के लिए भेजा गया था. इसकी रिपोर्ट में बताया गया कि वीडियो से किसी प्रकार की छेड़छाड़ नहीं हुई है.
अब तक 9 आरोपी हुए गिरफ्तार
हत्या के समय छत्रसाल स्टेडियम में 15 से ज्यादा बदमाश मौजूद थे. इनमें से सुशील सहित 9 आरोपियों को अभी तक गिरफ्तार किया जा चुका है. वहीं 10 से ज्यादा आरोपी चिह्नित हो चुके हैं, जिनकी तलाश चल रही है. इनमें से कुछ हत्या के आरोपी हैं जबकि कुछ पर सुशील को शरण देने का आरोप है.
साक्ष्य के रूप में पुलिस के लिए सुशील के कपड़े एवं मोबाइल बरामद करना आवश्यक है, लेकिन 10 दिन की रिमांड मिलने के बावजूद उन्हें कामयाबी नहीं मिली. हत्याकांड के मामले में पुलिस आरोपियों की कॉल डिटेल से लेकर उनकी लोकेशन तक मोबाइल कंपनी से निकलवा चुकी है.
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इसके अलावा वारदात के दो चश्मदीद गवाह एवं पीड़ित सोनू महाल और अमित के बयान दर्ज कर चुकी है. इसके अलावा स्टेडियम का पूरा नक्शा भी उन्होंने तैयार किया है, जिसमें बताया गया है कि वारदात के समय कौन कहां मौजूद था.
इन बिन्दुओं पर चल रही जांच
इस हत्याकांड में सुशील के खिलाफ अहम साक्ष्य पुलिस को मिल चुके हैं, लेकिन हत्याकांड की कड़ियों को जोड़ना बाकी है. हत्याकांड को लेकर एक तरफ जहां पुलिस आरोप पत्र तैयार करने में जुट गई है तो वहीं दूसरी तरफ फरार आरोपियों की तलाश में छापेमारी भी चल रही है.
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जल्द ही एफआईआर में सबूत नष्ट करने की धारा भी पुलिस जोड़ देगी. इसके अलावा सुशील के अपराधियों से मेलजोल को लेकर भी जांच चल रही है. पुलिस यह जानने का प्रयास कर रही है कि क्या सुशील आपराधिक गतिविधियों में भी लिप्त था. इससे संबंधित जानकारी भी आरोपपत्र में पुलिस शामिल करेगी.