नई दिल्ली: दिल्ली भाजपा ने शुक्रवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर फिर से आप पार्टी और केजरीवाल सरकार पर निशाना साधा है. दिल्ली बीजेपी अध्यक्ष वीरेन्द्र सचदेवा ने कहा कि अरविंद केजरीवाल सरकार एक ऐसी सरकार है जिस पर एक मशहूर कहावत “ऐसा कोई सगा नहीं, जिसे इसने ठगा नहीं“ चरितार्थ होती है. 2013 में शुरू हुई आम आदमी पार्टी की राजनीतिक यात्रा के प्रारम्भ से ही दिल्ली के ऑटो रिक्शा, टैक्सी एवं छोटे कमर्शियल वाहनों के ड्राइवर अरविंद केजरीवाल के बड़े समर्थक रहे हैं. यह खेदजनक है कि केजरीवाल सरकार के शासन में इन सभी ड्राइवरों का भारी आर्थिक शोषण हो रहा है. इस प्रेस कॉन्फ्रेंस में प्रदेश प्रवक्ता प्रवीण शंकर कपूर एवं प्रदेश भाजपा के आटो टैक्सी प्रकोष्ठ के संयोजक वीर सिंह चैहान भी मौजूद रहे.
इस दौरान सचदेवा ने कहा कि सारी दिल्ली के ऑटो, टैक्सी एवं छोटे कमर्शियल वाहनों का फिटनेस सर्टिफिकेट जारी होता है. रोजाना 400 से 500 वाहन चालक यहां फिटनेस सर्टिफिकेट लेने आते हैं और इन सब में दो तरीके का घोटाला होता है, जिसको केजरीवाल सरकार के परिवहन मंत्री कैलाश गहलोत की शह है. वह बुराड़ी वाहन फिटनेस सेंटर में चल रहे करोड़ों रुपए के घोटाले के लिए जिम्मेदार हैं.
उन्होंने कहा है कि बुराड़ी फिटनेस सेंटर में अपनी आठ घंटे के ड्यूटी समय में 400 से 500 वाहनों का फिटनेस सर्टिफिकेट जारी करने के लिये मात्र एक वाहन इंस्पेक्टर तैनात है. कल्पना कीजिए कि वह इंस्पेक्टर बिना रूके काम करता है और तब हर मिनट एक वाहन को फिटनेस सर्टिफिकेट जारी करता है, जो लगभग नामुमकिन है. इसी तरह केजरीवाल सरकार ने चालक प्रशिक्षण कार्यक्रम को फिटनेस सर्टिफिकेट से जोड़ दिया है. अब हर ड्राइवर को अपने वाहन की फिटनेस कराने से पहले एक अरविंद केजरीवाल समर्थक एन.जी.ओ मानस फाऊंडेशन द्वारा आयोजित तीन घंटे की प्रशिक्षण क्लास में भाग लेना जरूरी है.
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दिल्ली भाजपा अध्यक्ष ने कहा है कि बुराड़ी फिटनेस सेंटर में मात्र एक इंस्पेक्टर की नियुक्ति एवं प्रशिक्षण क्लास अब ड्राइवरों एवं वाहन मालिकों के आर्थिक शोषण का बड़ा माध्यम बन गया हैं. उन्हें एक प्रशिक्षण एवं फिटनेस सर्टिफिकेट लेने के लिये 1500 से 2000 रुपए तक इंस्पेक्टर के दलालों की भेंट चढ़ाने पड़ते हैं. एक बार पैसे का खेल शुरू होते ही यह प्रशिक्षण एवं फिटनेस का खेल एक बड़े घोटाले में बदल जाता है, जिसके अंतर्गत ड्राइवर बुराड़ी सेंटर आये ना आये प्रशिक्षण क्लास एवं फिटनेस सर्टिफिकेट पलों में बन जाते हैं. यहां तक कि मृत ड्राइवरों के नाम एवं ड्राइविंग लाइसेंस नम्बर पर सर्टिफिकेट जारी हो जाते हैं. हैरानी की बात है कि बुराड़ी सेंटर में मृत ड्राइवर के नाम पर प्रशिक्षण एवं फिटनेस सर्टिफिकेट जारी करने के भ्रष्टाचार का एक मामला सामने आया है.
एक दिवंगत आटो ड्राइवर श्री जागीर सिंह का 15 नवम्बर 2017 को निधन हो गया था. अब पता चला है कि जागीर सिंह के नाम एवं ड्राइविंग लाइसेंस पर 2022-23 में लगभग 6 बार प्रशिक्षण क्लास में ट्रेनिंग लेने का तथा उनके विभिन्न वाहनों के फिटनेस सर्टिफिकेट जारी हुए.
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