नई दिल्लीः पूरे देश समेत राजधानी दिल्ली के बाजारों को इस इस साल त्योहारी सीजन में रिकॉर्ड तोड़ हुए व्यापार के चलते बड़ी राहत मिली है. देश के सबसे बड़े व्यापारी संगठन कैट द्वारा साझा की गई जानकारी के अनुसार, पिछले कुछ सालों के मुकाबले इस साल बाजार में ना सिर्फ रिकॉर्ड तोड़ ट्रेड हुआ, बल्कि उसमें 40% का भी इजाफा देखा गया है.
कैट रिसर्च विंग के अनुसार, इस साल 1.7 लाख करोड़ रुपए का कारोबार दिवाली पर हुआ है, जो पिछले कई सालों के मुकाबले अधिक है. 2021 में यह आंकड़ा 1.25 लाख करोड़ का था. वहीं, चीनी सामान की बिक्री में रिकॉर्ड तोड़ गिरावट दर्ज की गई है. कैट के अनुसार, चीन को इस साल त्योहारी सीजन में व्यापार के मामले में 75 हजार करोड़ रुपए का नुकसान हुआ है.
पूरी जानकारी कैट की रिसर्च विंग और ट्रेड डेवलपमेंट सोसाइटी ने देश के 30 शहरों में किए गए एक सर्वे के आधार पर जारी की हैं. यह सर्वे 26 सितम्बर से 26 अक्टूबर के दौरान लगातार विभिन्न चरणों में किया गया.
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कैट के राष्ट्रीय महामंत्री प्रवीन खंडेलवाल ने बताया कि दिवाली पर बड़े पैमाने पर बाजारों में जिस तरह से ग्राहकों की भीड़ उमड़ी, उसने इस मिथक को तोड़ दिया कि ई कॉमर्स व्यापार जल्दी देश के रिटेल व्यापार में अपनी पैठ बना लेगा. इस बड़े व्यापार से यह भी स्पष्ट हो गया कि " सस्ता ही ज्यादा बिकेगा" की अवधारणा का अब ग्राहकों की खरीदी व्यवहार में कोई स्थान नहीं है, बल्कि अब ग्राहक सामान की क्वालिटी पर ज्यादा ध्यान दे रहे हैं.
इन शहरों में हुआ सर्वेः कैट ने यह सर्वे दिल्ली, मुंबई, पुणे, नागपुर, सूरत, अहमदाबाद, भोपाल, इंदौर, कलकत्ता, हैदराबाद,चेन्नई, पॉन्डिचेरी, बेंगलुरु, रायपुर, रांची, भुवनेश्वर, जयपुर, लखनऊ, कानपुर, झांसी, वाराणसी, तिनसुकिया, जम्मू, जमशेदपुर, तिरुअनंतपुरम, पटना, चंडीगढ़, अमृतसर, लुधियाना एवं गुड़गांव में किया. सर्वे में यह भी ध्यान में आया कि इस बार दिवाली खरीद में टियर 2 एवं टियर 3 शहर, शहरीकृत ग्रामीण क्षेत्र आदि के व्यापारियों ने अपने नजदीक के शहरों से खूब खरीदारी की.
वहीं, महानगरों एवं बड़े शहरों के थोक व्यापारियों ने भी बड़ी मात्रा में अंतराज्यीय बिक्री की. देश भर में रिटेल बाजारों में स्थानीय ग्राहकों ने भी दिल खोलकर खरीदारी की और कमोबेश महंगाई का कोई खास असर ग्राहकों की खरीदी पर नहीं पड़ा, क्योंकि हर वर्ग की जरूरत के हिसाब से सामान की खूब बिक्री हुई.
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इस साल इनकी रही ज्यादा डिमांडः इस साल दिवाली की बिक्री में मौटे तौर पर जिन वस्तुओं में ज्यादा एवं बड़ा व्यापार हुआ, उनमें मुख्य रूप से एफएमसीजी आइटम्स, कंज्यूमर, ड्युरेबल्स, किराना, खाद्यान, मोबाइल, इलेक्ट्रॉनिक्स, इलेक्ट्रिकल फिटिंग एवं इलेक्ट्रिक का अन्य सामान, फर्नीचर, कंप्यूटर एवं कंप्यूटर से संबंधित सामान, स्टेनलेस स्टील, एल्युमीनियम एवं पीतल के बर्तन, किचन के उपकरण एवं किचन की वस्तुएं, टैक्सटाइल, रेडिमेड गारमेंट एवं फैशन के कपडे़, कास्मेटिक, व्यक्तिगत उपयोग की वस्तुएं, गिफ्ट आइटम्स, घड़िया, दीवार घड़ियां, सजावटी पेंटिंग, खिलौने, रेडिमेड खाद्य वस्तुएं, ऑफिस व घर की साज सज्जा का सामान, फर्निशिंग फैब्रिक्स, ज्वेलरी, सोने एवं चांदी का सामान, ऑटोमोबाइल्स, मिठाई एवं नमकीन, बेकरी प्रोडक्ट्स, कन्फेक्शनरी, दिवाली पूजा का सामान, बिजली के उपकरण, कागज एवं स्टेशनरी, बिल्डर हार्डवेयर, लकड़ी एवं प्लाईवुड आदि शामिल हैं. वहीं, ट्रेवल, कैब सर्विस, रेस्टॉरेंट, गली मोहल्ले में काम करने वाले हलवाई, कुम्हार, शिल्पकार, कारीगर आदि ने भी इस दिवाली बड़ा व्यापार किया है.
दिवाली की बिक्री के बाद अब व्यापारी शादियों के सीजन की बिक्री की तैयारियों में जुट गए हैं और उम्मीद है कि इस वर्ष कोरोना का कोई प्रतिबन्ध नहीं रहेगा. इसलिए शादियां भी बड़े धूमधाम से होंगी, जिससे व्यापार में बड़ी वृद्धि होगी. इस बार शादियों का सीजन 4 नवम्बर से शुरू हो रहा है, जिसका पहला चरण 14 दिसंबर तक चलेगा. फिर वापस एक महीने अंतराल के बाद 14 जनवरी से शादियों के सीजन का दूसरा चरण शुरू होगा.