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IGI एयरपोर्ट पर मिले बैग में नहीं था RDX, 16 घंटे बाद मिला बैग का मालिक

एयरपोर्ट के डीसीपी संजय भाटिया ने बताया कि दिल्ली आईजीआई एयरपोर्ट के टर्मिनल 3 पर जो बैग मिला था. उसको लेकर दिल्ली पुलिस के पास हरियाणा के बल्लभगढ़ का रहने वाला शाहिद हुसैन जानकारी लेकर पहुंचा.

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Published : Nov 1, 2019, 11:12 PM IST

Updated : Nov 1, 2019, 11:59 PM IST

आईजीआई एयरपोर्ट पर मिले बैग में आया नया मोड़, बैग में नहीं मिला आरडीएक्स

नई दिल्ली: इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के टर्मिनल तीन पर मिले बैग को लेकर जहां आरडीएक्स होने की संभावना जताई जा रही थी, तो वहीं इस मामले में नया मोड़ सामने आया है.सबसे अहम बात यह है कि दिल्ली पुलिस और सीआईएसएफ की आपसी उलझन के चलते 16 घंटे तक दिल्ली सेहमी हुई रही.

दरअसल यह बैग जिस व्यक्ति का था,उसने दिल्ली पुलिस को दावा किया कि उसका है. उसने बैग में मौजूद सभी सामान की पहचान कराई. इसके बाद यह साफ हो गया है कि बैग में आरडीएक्स नहीं था. ऐसे में बड़ा सवाल खड़ा होता है कि आखिर दिल्ली पुलिस और सीआईएसएफ 16 घंटे तक आखिर बैग के अंदर संदिग्ध सामान के दावे क्यों किए. बैग के मालिक की पहचान बल्लभगढ़ हरियाणा के निवासी शाहिद हुसैन के रूप में हुई है. फिलहाल उन्हें इस पूरे मामले पर क्लीन चिट दे दी गई.


बैग के मालिक ने इन सब सामान होने के किये दावे
एयरपोर्ट के डीसीपी संजय भाटिया ने बताया कि दिल्ली आईजीआई एयरपोर्ट के टर्मिनल 3 पर जो बैग मिला था. उसको लेकर दिल्ली पुलिस के पास हरियाणा के बल्लभगढ़ का रहने वाला शाहिद हुसैन जानकारी लेकर पहुंचा. जिसके बाद उसने दावा किया कि वह मुम्बई से दिल्ली आया था और एयरपोर्ट पर वो बैग भूल गया था. इसके बाद बैग की तलाश में वो इंदिरा गांधी एयरपोर्ट पहुंचा जहां उसने पुलिस को सूचना दी. वहीं उसने अपने बैग में कपड़े, चॉकलेट, ड्राई फ्रूट्स, लेपटॉप चार्जर और खिलौने होने का दावा किया था. जिसके बाद बैग की तलाशी ली गई तो उसमें यह सभी सामान पाया गया है. इस मामले पर दिल्ली पुलिस ने शाहिद हुसैन को क्लीन चिट दे दी है.


आखिर आरडीएक्स होने की कैसे मिली संभावना
इस पूरे मामले में सबसे चौंकाने वाली बात यह है कि सीआईएसएफ बैग में संदिग्ध होने की बात कर रहा था लेकिन देर शाम तक यह स्थिति स्पष्ट नहीं हो सकी थी कि आखिर बैग के अंदर क्या मौजूद है.हालांकि सीआईएसएफ ने बैग को कूल पिट में भी रख दिया था.लेकिन जिस तरीके से बैक के मालिक ने उसमें अन्य सामान होने के दावे किए. उससे यह बात साफ होती है कि कहीं ना कहीं सीआईएसएफ और दिल्ली पुलिस की आपसी उलझन ने दिल्ली के लोगों को 16 घंटे तक सहमा रखा.


सीआईएसएफ से पूछें क्यों बताया आरडीएक्स होने की सभांवना
दिल्ली आईजीआई एयरपोर्ट के डीसीपी संजय भाटिया का कहना है कि इस पूरे मामले में तफ्तीश पूरी हो गई है और बैग के अंदर वह सभी सामान बरामद हुआ है जो शाहिद हुसैन ने बताया है. लेकिन इस मामले पर संजय भाटिया का यह भी कहना है कि दिल्ली पुलिस ने बैग के अंदर आरडीएक्स होने की बात नहीं की थी. यह जानकारी सीआईएसएफ की ओर से अगर दी गई है तो वही इस बात का जवाब दे सकेंगे.

नई दिल्ली: इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के टर्मिनल तीन पर मिले बैग को लेकर जहां आरडीएक्स होने की संभावना जताई जा रही थी, तो वहीं इस मामले में नया मोड़ सामने आया है.सबसे अहम बात यह है कि दिल्ली पुलिस और सीआईएसएफ की आपसी उलझन के चलते 16 घंटे तक दिल्ली सेहमी हुई रही.

दरअसल यह बैग जिस व्यक्ति का था,उसने दिल्ली पुलिस को दावा किया कि उसका है. उसने बैग में मौजूद सभी सामान की पहचान कराई. इसके बाद यह साफ हो गया है कि बैग में आरडीएक्स नहीं था. ऐसे में बड़ा सवाल खड़ा होता है कि आखिर दिल्ली पुलिस और सीआईएसएफ 16 घंटे तक आखिर बैग के अंदर संदिग्ध सामान के दावे क्यों किए. बैग के मालिक की पहचान बल्लभगढ़ हरियाणा के निवासी शाहिद हुसैन के रूप में हुई है. फिलहाल उन्हें इस पूरे मामले पर क्लीन चिट दे दी गई.


बैग के मालिक ने इन सब सामान होने के किये दावे
एयरपोर्ट के डीसीपी संजय भाटिया ने बताया कि दिल्ली आईजीआई एयरपोर्ट के टर्मिनल 3 पर जो बैग मिला था. उसको लेकर दिल्ली पुलिस के पास हरियाणा के बल्लभगढ़ का रहने वाला शाहिद हुसैन जानकारी लेकर पहुंचा. जिसके बाद उसने दावा किया कि वह मुम्बई से दिल्ली आया था और एयरपोर्ट पर वो बैग भूल गया था. इसके बाद बैग की तलाश में वो इंदिरा गांधी एयरपोर्ट पहुंचा जहां उसने पुलिस को सूचना दी. वहीं उसने अपने बैग में कपड़े, चॉकलेट, ड्राई फ्रूट्स, लेपटॉप चार्जर और खिलौने होने का दावा किया था. जिसके बाद बैग की तलाशी ली गई तो उसमें यह सभी सामान पाया गया है. इस मामले पर दिल्ली पुलिस ने शाहिद हुसैन को क्लीन चिट दे दी है.


आखिर आरडीएक्स होने की कैसे मिली संभावना
इस पूरे मामले में सबसे चौंकाने वाली बात यह है कि सीआईएसएफ बैग में संदिग्ध होने की बात कर रहा था लेकिन देर शाम तक यह स्थिति स्पष्ट नहीं हो सकी थी कि आखिर बैग के अंदर क्या मौजूद है.हालांकि सीआईएसएफ ने बैग को कूल पिट में भी रख दिया था.लेकिन जिस तरीके से बैक के मालिक ने उसमें अन्य सामान होने के दावे किए. उससे यह बात साफ होती है कि कहीं ना कहीं सीआईएसएफ और दिल्ली पुलिस की आपसी उलझन ने दिल्ली के लोगों को 16 घंटे तक सहमा रखा.


सीआईएसएफ से पूछें क्यों बताया आरडीएक्स होने की सभांवना
दिल्ली आईजीआई एयरपोर्ट के डीसीपी संजय भाटिया का कहना है कि इस पूरे मामले में तफ्तीश पूरी हो गई है और बैग के अंदर वह सभी सामान बरामद हुआ है जो शाहिद हुसैन ने बताया है. लेकिन इस मामले पर संजय भाटिया का यह भी कहना है कि दिल्ली पुलिस ने बैग के अंदर आरडीएक्स होने की बात नहीं की थी. यह जानकारी सीआईएसएफ की ओर से अगर दी गई है तो वही इस बात का जवाब दे सकेंगे.

Intro:दिल्ली पुलिस और सीआईएसएफ की आपसी उलझन में 16 घण्टे सहमी रही दिल्ली

नई दिल्ली: इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के टर्मिनल तीन पर मिले बैग को लेकर जहां आरडीएक्स होने की संभावना जताई जा रही थी, तो वहीं इस मामले में नया मोड़ सामने आया है.सबसे अहम बात यह है कि दिल्ली पुलिस और सीआईएसएफ की आपसे उलझन के चलते 16 घंटे तक दिल्ली सेहमी हुई रही. दरअसल यह बैग जिस व्यक्ति का था,उसने दिल्ली पुलिस को दावा किया कि उसका है.उसने बैग में मौजूद सभी सामान की पहचान कराई. इसके बाद यह साफ हो गया है कि बैग में आरडीएक्स नहीं था.ऐसे में बड़ा सवाल खड़ा होता है कि आखिर दिल्ली पुलिस और सीआईएसएफ 16 घंटे तक आखिर बैग के अंदर संदिग्ध सामान के दावे क्यों किए. बैग के मालिक की पहचान बल्लभगढ़ हरियाणा के निवासी शाहिद हुसैन के रूप में हुई है. फिलहाल उन्हें इस पूरे मामले पर क्लीन चिट दे दी गई.


Body:बैग के मालिक ने इन सब सामान होने के किये दावे
एयरपोर्ट के डीसीपी संजय भाटिया ने बताया कि दिल्ली आईजीआई एयरपोर्ट के टर्मिनल 3 पर जो बैग मिला था उसको लेकर दिल्ली पुलिस के पास हरियाणा के बल्लभगढ़ का रहने वाला शाहिद हुसैन जानकारी लेकर पहुंचा. जिसके बाद उसने दावा किया कि वह अपने दोस्तों के साथ आईजीआई एयरपोर्ट से स्पाइस जेट की फ्लाइट से मुंबई गया था. लेकिन वहां पहुंचने पर उसे बैग नहीं मिला. वहीं शाम को उसकी वापसी की फ्लाइट थी. इसके बाद वह इंदिरा गांधी एयरपोर्ट पहुंचा जहां उसने पुलिस को सूचना दी.वहीं उसने अपने बैग में कपड़े, चॉकलेट, ड्राई फ्रूट्स, लेपटॉप चार्जर और खिलौने होने का दावा किया था.जिसके बाद बैग की तलाशी ली गई तो उसमें यह सभी सामान पाया गया है. इस मामले पर दिल्ली पुलिस ने शाहिद हुसैन को क्लीन चिट दे दी है.


आखिर आरडीएक्स होने की कैसे मिली संभावना
इस पूरे मामले में सबसे चौंकाने वाली बात यह है कि सीआईएसएफ बैग में संदिग्ध होने की बात कर रहा था लेकिन देर शाम तक यह स्थिति स्पष्ट नहीं हो सकी थी कि आखिर बैग के अंदर क्या मौजूद है.हालांकि सीआईएसएफ ने बैग को कूल पिट में भी रख दिया था.लेकिन जिस तरीके से बैक के मालिक ने उसमें अन्य सामान होने के दावे किए. उससे यह बात साफ होती है कि कहीं ना कहीं सीआईएसएफ और दिल्ली पुलिस की आपसी उलझन ने दिल्ली के लोगों को 16 घंटे तक सहमा रखा.


Conclusion:सीआईएसएफ से पूछें क्यों बताया आरडीएक्स होने की सभांवना
दिल्ली आईजीआई एयरपोर्ट के डीसीपी संजय भाटिया का कहना है कि इस पूरे मामले में तफ्तीश पूरी हो गई है और बैग के अंदर वह सभी सामान बरामद हुआ है जो शाहिद हुसैन ने बताया है. लेकिन इस मामले पर संजय भाटिया का यह भी कहना है कि दिल्ली पुलिस ने बैग के अंदर आरडीएक्स होने की बात नहीं की थी. यह जानकारी सीआईएसएफ की ओर से अगर दी गई है तो वही इस बात का जवाब दे सकेंगे.
Last Updated : Nov 1, 2019, 11:59 PM IST
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