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प्यार में मलाइका खान बन गई रानी शर्मा लेकिन समाज ने जिंदगी बना दी 'नर्क'

2013 में रविंद्र और मलाइका की मुलाकात निगम बोध घाट पर हुई. वहीं से दोनों के दिलों में एक दूसरे के लिए मोहब्बत पनपती गई और कुछ ही समय बाद दोनों ने शादी कर ली. लेकिन परिवार और समाज ने आज तक दोनों को स्वीकार नहीं किया है. दोनों ने अपनी मोहब्बत तो मुकम्मल कर ली लेकिन परिवार और समाज आज भी उन्हें फूंटी आंख नहीं देखता.

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Published : May 5, 2019, 10:45 AM IST

Updated : May 5, 2019, 2:52 PM IST

प्यार में मलाइका खान बन गई रानी शर्मा लेकिन समाज ने जिंदगी बना दी 'नर्क'

नई दिल्ली: आजादी के 70 साल बाद भी जाति और धर्म की जंजीरें भारत तोड़ नहीं पाया है. 21वीं शताब्दी में भी इंसानियत और मोहब्बत को प्राथमिकता ना देकर लोग एक दूसरे को जाति और धर्म के आधार पर आंक रहे हैं.

कहा जाता है कि हर मजहब मोहब्बत सिखाता है लेकिन खुद मोहब्बत का कोई मजहब नहीं होता.

पुरानी दिल्ली के निगम बोध घाट पर बरसों से रह रहे रविंद्र शर्मा और मलाइका खान मोहब्बत की मिसाल हैं. लेकिन लोग धर्म के नाम पर मोहब्बत का बंटवारा कर रहे हैं.

2013 में हुई थी मुलाकात
2013 में रविंद्र और मलाइका की मुलाकात निगम बोध घाट पर हुई. वहीं से दोनों के दिलों में एक दूसरे के लिए मोहब्बत पनपती गई और कुछ ही समय बाद दोनों ने सात जन्मों के लिए बंधन में बंधने का फैसला किया और शादी कर ली.

प्यार में मलाइका खान बन गई रानी शर्मा लेकिन समाज ने जिंदगी बना दी 'नर्क'

रविंद्र और मलाइका इस बात से बेखबर थे कि उनका यह फैसला उन दोनों के आने वाले भविष्य को जोखिम भरा बना देगा.

'भाईयों ने हड़प ली संपत्ति'
रविंद्र निगम बोध घाट पर अपने पुश्तैनी घर में रहते हैं और नाव चला कर अपना पालन पोषण करते हैं. हालांकि शादी से पहले रविंद्र का अच्छे स्तर का व्यापार था लेकिन शादी के बाद उनकी संपत्ति उनके भाईयों ने यह कहकर हड़प ली कि तुमने एक मुसलमान लड़की से विवाह किया है.

रविंद्र के घर वालों ने कई बार उन्हें समझाया और कहा कि इस लड़की को छोड़ दो हम तुम्हें दोबारा से अपना लेंगे लेकिन रविंद्र अपने फैसले पर डटे रहे और उन्होंने मलाइका खान का हाथ नहीं छोड़ा.

मलाइका खान बनीं रानी शर्मा
मलाइका खान ने शादी के बाद अपना नाम बदल कर रानी शर्मा कर लिया. दोनों ने एक दूसरे के धर्म को बेहिचक अपना लिया. मलाइका खान सुबह उठकर मंदिर धोती और माता रानी का श्रृंगार करती.

रविंद्र और मलाइका की खुशहाल जिंदगी देख कर उनके परिवार वालों को घृणा होने लगी और परिवार ने मलाइका खान पर टिप्पणी करना शुरू कर दिया.

'प्रताड़ित करना शुरू किया'
कुछ ही दिनों में उनके मंदिर में प्रवेश पर प्रतिबंध लगा दिया हालांकि मलाइका खान ने अपनी हिंदू धर्म के प्रति आस्था बरकरार रखी वह रोज सुबह सवेरे यमुना जी के किनारे जाती और दीया जलातीं.

धीरे धीरे रविंद्र के परिवार वालों ने मलाइका खान को शारीरिक और मानसिक रूप से प्रताड़ित करना शुरू कर दिया.

गंभीर स्थिति होने पर भी दोनों ने एक दूसरे का साथ नहीं छोड़ा. धीरे धीरे स्थिति और गंभीर रूप धारण करने लगी, अब मलाइका खान रविंद्र के बच्चे की मां बनने वाली थी लेकिन आए दिन घर में होते झगड़ों के कारण मलाइका खान का गर्भपात हो गया. ऐसा एक बार नहीं 5 सालों में तीन बार हुआ कि मलाइका खान अपने होने वाले बच्चे के सपने संजोती लेकिन वह बच्चा झगड़ों का शिकार हो जाता.

'बड़ा भाई करता है मारपीट'
रविंद्र और मलाइका आज परिवार के साथ-साथ सामाजिक बहिष्कार भी सह रहे हैं. हालांकि मलाइका खान के परिवार वालों ने रविंद्र शर्मा को अपना लिया लेकिन रविंद्र शर्मा के परिवार वाले मलाइका खान को किसी कीमत पर अपनाना नहीं चाहते और तरह-तरह के अभद्र शब्दों का प्रयोग कर उनको जलील करते हैं.

रविंद्र शर्मा ने बताया कि उनका बड़ा भाई दिल्ली पुलिस में सेवा दे रहा है जिसकी वजह से अक्सर वह उनसे और उनकी पत्नी के साथ मारपीट करता है. साथ ही यह भी कहता है कि दिल्ली पुलिस में है इसलिए उसका कोई कुछ नहीं बिगाड़ सकता.

सोचने वाली बात है कि ऐसी घटनाओं को देखकर कहीं ना कहीं एक मन में विचार उत्पन्न होता है कि हम आगे तो बढ़ रहे हैं लेकिन हमारी मानसिकता आज भी उसी चौराहे पर खड़ी है जहां 70 साल पहले थी.

नई दिल्ली: आजादी के 70 साल बाद भी जाति और धर्म की जंजीरें भारत तोड़ नहीं पाया है. 21वीं शताब्दी में भी इंसानियत और मोहब्बत को प्राथमिकता ना देकर लोग एक दूसरे को जाति और धर्म के आधार पर आंक रहे हैं.

कहा जाता है कि हर मजहब मोहब्बत सिखाता है लेकिन खुद मोहब्बत का कोई मजहब नहीं होता.

पुरानी दिल्ली के निगम बोध घाट पर बरसों से रह रहे रविंद्र शर्मा और मलाइका खान मोहब्बत की मिसाल हैं. लेकिन लोग धर्म के नाम पर मोहब्बत का बंटवारा कर रहे हैं.

2013 में हुई थी मुलाकात
2013 में रविंद्र और मलाइका की मुलाकात निगम बोध घाट पर हुई. वहीं से दोनों के दिलों में एक दूसरे के लिए मोहब्बत पनपती गई और कुछ ही समय बाद दोनों ने सात जन्मों के लिए बंधन में बंधने का फैसला किया और शादी कर ली.

प्यार में मलाइका खान बन गई रानी शर्मा लेकिन समाज ने जिंदगी बना दी 'नर्क'

रविंद्र और मलाइका इस बात से बेखबर थे कि उनका यह फैसला उन दोनों के आने वाले भविष्य को जोखिम भरा बना देगा.

'भाईयों ने हड़प ली संपत्ति'
रविंद्र निगम बोध घाट पर अपने पुश्तैनी घर में रहते हैं और नाव चला कर अपना पालन पोषण करते हैं. हालांकि शादी से पहले रविंद्र का अच्छे स्तर का व्यापार था लेकिन शादी के बाद उनकी संपत्ति उनके भाईयों ने यह कहकर हड़प ली कि तुमने एक मुसलमान लड़की से विवाह किया है.

रविंद्र के घर वालों ने कई बार उन्हें समझाया और कहा कि इस लड़की को छोड़ दो हम तुम्हें दोबारा से अपना लेंगे लेकिन रविंद्र अपने फैसले पर डटे रहे और उन्होंने मलाइका खान का हाथ नहीं छोड़ा.

मलाइका खान बनीं रानी शर्मा
मलाइका खान ने शादी के बाद अपना नाम बदल कर रानी शर्मा कर लिया. दोनों ने एक दूसरे के धर्म को बेहिचक अपना लिया. मलाइका खान सुबह उठकर मंदिर धोती और माता रानी का श्रृंगार करती.

रविंद्र और मलाइका की खुशहाल जिंदगी देख कर उनके परिवार वालों को घृणा होने लगी और परिवार ने मलाइका खान पर टिप्पणी करना शुरू कर दिया.

'प्रताड़ित करना शुरू किया'
कुछ ही दिनों में उनके मंदिर में प्रवेश पर प्रतिबंध लगा दिया हालांकि मलाइका खान ने अपनी हिंदू धर्म के प्रति आस्था बरकरार रखी वह रोज सुबह सवेरे यमुना जी के किनारे जाती और दीया जलातीं.

धीरे धीरे रविंद्र के परिवार वालों ने मलाइका खान को शारीरिक और मानसिक रूप से प्रताड़ित करना शुरू कर दिया.

गंभीर स्थिति होने पर भी दोनों ने एक दूसरे का साथ नहीं छोड़ा. धीरे धीरे स्थिति और गंभीर रूप धारण करने लगी, अब मलाइका खान रविंद्र के बच्चे की मां बनने वाली थी लेकिन आए दिन घर में होते झगड़ों के कारण मलाइका खान का गर्भपात हो गया. ऐसा एक बार नहीं 5 सालों में तीन बार हुआ कि मलाइका खान अपने होने वाले बच्चे के सपने संजोती लेकिन वह बच्चा झगड़ों का शिकार हो जाता.

'बड़ा भाई करता है मारपीट'
रविंद्र और मलाइका आज परिवार के साथ-साथ सामाजिक बहिष्कार भी सह रहे हैं. हालांकि मलाइका खान के परिवार वालों ने रविंद्र शर्मा को अपना लिया लेकिन रविंद्र शर्मा के परिवार वाले मलाइका खान को किसी कीमत पर अपनाना नहीं चाहते और तरह-तरह के अभद्र शब्दों का प्रयोग कर उनको जलील करते हैं.

रविंद्र शर्मा ने बताया कि उनका बड़ा भाई दिल्ली पुलिस में सेवा दे रहा है जिसकी वजह से अक्सर वह उनसे और उनकी पत्नी के साथ मारपीट करता है. साथ ही यह भी कहता है कि दिल्ली पुलिस में है इसलिए उसका कोई कुछ नहीं बिगाड़ सकता.

सोचने वाली बात है कि ऐसी घटनाओं को देखकर कहीं ना कहीं एक मन में विचार उत्पन्न होता है कि हम आगे तो बढ़ रहे हैं लेकिन हमारी मानसिकता आज भी उसी चौराहे पर खड़ी है जहां 70 साल पहले थी.

Intro:रविंद्र शर्मा और मलाइका खान ने कभी सोचा नहीं था कि उनका साथ रहने का फैसला उनका भविष्य अंधकार में ले जाएगा.


Body:आजादी के 70 साल बाद भी जाति और धर्म की जंजीरे भारत नहीं तोड़ पाया है 21 वीं शताब्दी में भी इंसानियत और मोहब्बत को प्राथमिकता ना देकर लोग एक दूसरे को जाति और धर्म के आधार पर आक रहे हैं.

कहां जाता है कि हर मजहब मोहब्बत सिखाता है लेकिन खुद मोहब्बत का कोई मजहब नहीं होता.

पुरानी दिल्ली के निगम बोध घाट पर बरसों से रह रहे रविंद्र शर्मा और मलाइका खान आज मिसाल है मोहब्बत की लेकिन लोग धर्म के नाम पर मोहब्बत का बंटवारा कर रहे हैं.

2013 में रविंदर और मलाइका की मुलाकात निगम बोध घाट पर हुई वहीं से दोनों के दिलों में एक दूसरे के लिए मोहब्बत पनपती गई और कुछ ही समय बाद दोनों ने सात जन्मों के लिए बंधन में बनने का फैसला किया और शादी कर ली.

रविंदर और मलाइका इस बात से बेखबर थे कि उनका यह फैसला उन दोनों के आने वाले भविष्य को जोखिम भरा बना देगा.

रविंदर निगम बोध घाट पर अपने पुश्तैनी घर में रहते हैं और नाव चला कर अपना पालन पोषण करते हैं हालांकि शादी से पहले रविंद्र का अच्छे स्तर का व्यापार था लेकिन शादी के बाद उनकी संपत्ति उनके भाइयों ने यह कहकर हड़प ली कि तुमने एक मुसलमान लड़की से विवाह किया है. रविंद्र के घर वालों ने कई बार उन्हें समझाया और कहा इस लड़की को छोड़ दो हम तुम्हें दोबारा से अपना लेंगे लेकिन रविंद्र अपने फैसले पर डटे रहे और उन्होंने मलाइका खान का हाथ नहीं छोड़ा.

मलाइका खान ने शादी के बाद अपना नाम बदल कर रानी शर्मा कर लिया, और दोनों ने एक दूसरे के धर्म को बेहिचक अपना लिया मलाइका खान सुबह उठकर मंदिर धोती और माता रानी का श्रृंगार करती, रविंदर और मलाइका की खुशहाल जिंदगी देख कर उनके परिवार वालों को घृणा होने लगी और परिवार ने मलाइका खान पर टिप्पणी करना शुरू कर दिया और कुछ ही दिनों में उनके मंदिर में प्रवेश पर प्रतिबंध लगा दिया हालांकि मलाइका खान ने अपनी हिंदू धर्म के प्रति आस्था बरकरार रखी वह रोज सुबह सवेरे यमुना जी के किनारे जाती और दिया जलातीं.

धीरे धीरे रविंद्र के परिवार वालों ने मलाइका खान को शारीरिक और मानसिक रूप से प्रताड़ित करना शुरू कर दिया.

गंभीर स्थिति होने के कारण भी दोनों ने एक दूसरे का साथ नहीं छोड़ा धीरे धीरे स्थिति और गंभीर रूप धारण करने लगी, अब मलाइका खान रविंद्र के बच्चे की मां बनने वाली थी लेकिन आए दिन घर में होते झगड़ों के कारण मलाइका खान का गर्भपात हो गया ऐसा एक बार नहीं 5 सालों में तीन बार हुआ कि मलाइका खान अपने होने वाले बच्चे के सपने सजाते लेकिन वह बच्चा झगड़ों का शिकार हो जाता.

रविंद्र और मलाइका आज परिवार के साथ साथ सामाजिक बहिष्कार भी सह रहे हैं हालांकि मलाइका खान के परिवार वालों ने रविंद्र शर्मा को अपना लिया लेकिन रविंद्र शर्मा के परिवार वाले मलाइका खान को किसी कीमत पर अपनाना नहीं चाहते और तरह-तरह के अभद्र शब्दों का प्रयोग कर उनको जलील करते हैं.

रविंद्र शर्मा ने बताया कि उनका बड़ा भाई दिल्ली पुलिस में सेवा दे रहा है जिसकी वजह से अक्सर वह उनको और उनकी पत्नी को धन खाता है और मारपीट करता है साथ ही यह भी कहता है कि दिल्ली पुलिस में है इसलिए उसका कोई कुछ नहीं बिगाड़ सकता.


Conclusion:सोचने वाली बात की है की ऐसी घटनाओं को देखकर कहीं ना कहीं एक मन में विचार उत्पन्न होता है कि हम आगे तो बढ़ रहे हैं लेकिन हमारी मानसिकता आज भी उसी चौराहे पर खड़ी है जहां 70 साल पहले थी.
Last Updated : May 5, 2019, 2:52 PM IST
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