नई दिल्ली: एक बहुत ही सनसनीखेज मामला सामने आ रहा है. मोदी सरकार ने सुप्रीम कोर्ट में कहा है कि रोफेल से संबंधित महत्वपूर्ण दस्तावेज चोरी हो गए हैं. सरकार ये बात राफेल मामले में पुनर्विचार याचिका की सुनवाई के दौरान कही.
सरकार के इस खुलासे के बाद से ही विपक्ष हमलावर हो गया है. दिल्ली मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने बड़ा हमला करते हुए कहा कि इसका मतलब मोदी जी ने चोरी की है. अब सारे कागज गायब कर दिए. अगर चोरी नहीं की होती तो कागज गायब करने की क्या जरूरत थी? ऐसा प्रधान मंत्री देश के लिए बेहद ख़तरनाक है जो सेना से सम्बंधित कागज ही गायब करवा दे.चांदनी चौक से आप की विधायक अलका लांबा ने कहा कि चौकीदार चोर है .... #राफ़ेल की फाइल गायब करवा दी.
बता दें कि सुप्रीम कोर्ट में सरकार ने कहा कि राफेल संबंधित दस्तावेज की चोरी हो गई है. इस मामले में जांच की जा रही है. यह राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़ा मुद्दा है, लिहाजा संवेदनशीलता से ही मामले को डील किया जा सकता है.
अटॉर्नी जनरल ने कहा कि रक्षा मंत्रालय से महत्वपूर्ण दस्तावेज गुम हो गए हैं. उन्होंने कहा कि जिन दस्तावेजों की चोरी हुई है, उस पर निर्भर नहीं किया जा सकता है. अटॉर्नी जनरल केके वेणुगोपाल ने कहा कि हिंदू अखबार, याचिकाकर्ता भूषण और अन्य लोग चोरी के दस्तावेजों पर भरोसा कर रहे हैं, जिसके लिए उन्हें आधिकारिक गोपनीयता अधिनियम के तहत अभियोजन का सामना करना पड़ेगा.
भूषण ने इसका विरोध किया. उन्होंने कहा कि सूचना के अधिकार के तहत मिली जानकारी भी कोई चीज होती है. प्रशांत भूषण ने कहा कि कोर्ट के सामने सरकार ने पूरे तथ्य नहीं रखे हैं. अगर सारे सबूत रखे जाते, तो कोर्ट का फैसला कुछ और होता. उन्होंने कहा कि जब प्राथमिकी दायर करने और जांच के लिए याचिका दाखिल की गईं तब राफेल पर महत्वपूर्ण तथ्यों को दबाया गया.
आपको बता दें कि राफेल को लेकर पुनर्विचार याचिका की सुनवाई खुली अदालत में की जा रही है.
गायब हुए राफेल के दस्तावेज, विपक्ष बोला- मतलब चौकीदार ने चोरी की है - Arvind Kejriwal
अटॉर्नी जनरल ने कहा कि रक्षा मंत्रालय से महत्वपूर्ण दस्तावेज गुम हो गए हैं. उन्होंने कहा कि जिन दस्तावेजों की चोरी हुई है, उस पर निर्भर नहीं किया जा सकता है. अटॉर्नी जनरल केके वेणुगोपाल ने कहा कि हिंदू अखबार, याचिकाकर्ता भूषण और अन्य लोग चोरी के दस्तावेजों पर भरोसा कर रहे हैं, जिसके लिए उन्हें आधिकारिक गोपनीयता अधिनियम के तहत अभियोजन का सामना करना पड़ेगा.
नई दिल्ली: एक बहुत ही सनसनीखेज मामला सामने आ रहा है. मोदी सरकार ने सुप्रीम कोर्ट में कहा है कि रोफेल से संबंधित महत्वपूर्ण दस्तावेज चोरी हो गए हैं. सरकार ये बात राफेल मामले में पुनर्विचार याचिका की सुनवाई के दौरान कही.
सरकार के इस खुलासे के बाद से ही विपक्ष हमलावर हो गया है. दिल्ली मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने बड़ा हमला करते हुए कहा कि इसका मतलब मोदी जी ने चोरी की है. अब सारे कागज गायब कर दिए. अगर चोरी नहीं की होती तो कागज गायब करने की क्या जरूरत थी? ऐसा प्रधान मंत्री देश के लिए बेहद ख़तरनाक है जो सेना से सम्बंधित कागज ही गायब करवा दे.चांदनी चौक से आप की विधायक अलका लांबा ने कहा कि चौकीदार चोर है .... #राफ़ेल की फाइल गायब करवा दी.
बता दें कि सुप्रीम कोर्ट में सरकार ने कहा कि राफेल संबंधित दस्तावेज की चोरी हो गई है. इस मामले में जांच की जा रही है. यह राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़ा मुद्दा है, लिहाजा संवेदनशीलता से ही मामले को डील किया जा सकता है.
अटॉर्नी जनरल ने कहा कि रक्षा मंत्रालय से महत्वपूर्ण दस्तावेज गुम हो गए हैं. उन्होंने कहा कि जिन दस्तावेजों की चोरी हुई है, उस पर निर्भर नहीं किया जा सकता है. अटॉर्नी जनरल केके वेणुगोपाल ने कहा कि हिंदू अखबार, याचिकाकर्ता भूषण और अन्य लोग चोरी के दस्तावेजों पर भरोसा कर रहे हैं, जिसके लिए उन्हें आधिकारिक गोपनीयता अधिनियम के तहत अभियोजन का सामना करना पड़ेगा.
भूषण ने इसका विरोध किया. उन्होंने कहा कि सूचना के अधिकार के तहत मिली जानकारी भी कोई चीज होती है. प्रशांत भूषण ने कहा कि कोर्ट के सामने सरकार ने पूरे तथ्य नहीं रखे हैं. अगर सारे सबूत रखे जाते, तो कोर्ट का फैसला कुछ और होता. उन्होंने कहा कि जब प्राथमिकी दायर करने और जांच के लिए याचिका दाखिल की गईं तब राफेल पर महत्वपूर्ण तथ्यों को दबाया गया.
आपको बता दें कि राफेल को लेकर पुनर्विचार याचिका की सुनवाई खुली अदालत में की जा रही है.
Rafael
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