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QR कोड से लैस हुए दिल्ली के 6 हजार ऑटो, LG बोले- महिलाओं की सुरक्षा हमारी प्राथमिकता

दिल्ली में महिलाओं के सुरक्षा के लिए ऑटो-टैक्सी में क्यूआर कोड लगाये गए हैं. दिल्ली पुलिस ने छह हजार ऑटो-टैक्सी को क्यूआर कोड से लैस कर दिया है.

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Published : Aug 24, 2019, 9:23 PM IST

QR कोड से लैस ऑटो-टैक्सी, etv bharat

नई दिल्ली: राजधानी दिल्ली में पुलिस द्वारा महिलाओं की सुरक्षा के लिए ऑटो-टैक्सी में लगाए गए क्यूआर कोड को उपराज्यपाल अनिल बैजल ने एक शुरुआत बताया है. उन्होंने बताया कि दिल्ली के प्रत्येक ऑटो-टैक्सी को क्यूआर कोड से जोड़ने की दिशा में काम चल रहा है.

छह हजार ऑटो-टैक्सी को क्यूआर कोड से लैस किया गया

महिलाओं की सुरक्षा प्राथमिकता
उपराज्यपाल अनिल बैजल के अनुसार राजधानी में रोजाना लाखों की संख्या में महिलाएं ऑटो-टैक्सी में सफर करती हैं. इसलिए इन्हें सुरक्षित बनाना उनकी प्राथमिकता है.
फिलहाल दिल्ली पुलिस ने छह हजार ऑटो-टैक्सी को क्यूआर कोड से लैस कर दिया है. लेकिन इस दिशा में काफी आगे जाने की आवश्यकता है.
उन्होंने बताया कि आने वाले समय में दिल्ली के प्रत्येक ऑटो-टैक्सी में हिम्मत प्लस ऐप का क्यूआर कोड लगाया जाएगा ताकि इनमें सफर करने वाले बुजुर्ग और महिलाएं खुद को सुरक्षित महसूस करें.

लाइसेंस को क्यूआर कोड से जोड़ा जाएगा
दिल्ली के उपराज्यपाल अनिल बैजल ने बताया कि महिलाओं की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए प्रत्येक ऑटो-टैक्सी चालक के लाइसेंस को हिम्मत प्लस एप के क्यू आर कोड से जोड़ने की तैयारी की जा रही है.
उन्होंने बताया कि अगले कुछ सालों में दिल्ली के भीतर चलने वाली सभी ऑटो टैक्सी क्यूआर कोड से लैस होंगी. ऐसा होने से ऑटो-टैक्सी में सफर करने वाली सभी महिलाएं एवं बुजुर्ग खुद को पूरी तरीके से सुरक्षित महसूस करेंगे क्योंकि इन ऑटो टैक्सी के ऊपर दिल्ली पुलिस की पूरी तरह से नजर रहेगी.

क्यूआर कोड वाले को दे प्राथमिकता
उपराज्यपाल अनिल बैजल ने कहा कि राजधानी में रहने वाली महिलाओं को उन ऑटो-टैक्सी में सफर को प्राथमिकता देनी चाहिए जिनमें हिम्मत-प्लस ऐप का क्यूआर कोड लगा हो.
उन्होंने इसके लिए दिल्ली पुलिस को प्रचार-प्रसार और महिलाओं को जागरूक करने के निर्देश दिए. उन्होंने यह भी साफ किया कि इससे महिलाओं के बीच यह संदेश नहीं जाना चाहिए कि क्यूआर कोड के बिना चल रहे ऑटो-टैक्सी असुरक्षित हैं. महिलाओं को यह बताया जाए कि क्यूआर कोड वाले ऑटो-टैक्सी ज्यादा सुरक्षित हैं.

नई दिल्ली: राजधानी दिल्ली में पुलिस द्वारा महिलाओं की सुरक्षा के लिए ऑटो-टैक्सी में लगाए गए क्यूआर कोड को उपराज्यपाल अनिल बैजल ने एक शुरुआत बताया है. उन्होंने बताया कि दिल्ली के प्रत्येक ऑटो-टैक्सी को क्यूआर कोड से जोड़ने की दिशा में काम चल रहा है.

छह हजार ऑटो-टैक्सी को क्यूआर कोड से लैस किया गया

महिलाओं की सुरक्षा प्राथमिकता
उपराज्यपाल अनिल बैजल के अनुसार राजधानी में रोजाना लाखों की संख्या में महिलाएं ऑटो-टैक्सी में सफर करती हैं. इसलिए इन्हें सुरक्षित बनाना उनकी प्राथमिकता है.
फिलहाल दिल्ली पुलिस ने छह हजार ऑटो-टैक्सी को क्यूआर कोड से लैस कर दिया है. लेकिन इस दिशा में काफी आगे जाने की आवश्यकता है.
उन्होंने बताया कि आने वाले समय में दिल्ली के प्रत्येक ऑटो-टैक्सी में हिम्मत प्लस ऐप का क्यूआर कोड लगाया जाएगा ताकि इनमें सफर करने वाले बुजुर्ग और महिलाएं खुद को सुरक्षित महसूस करें.

लाइसेंस को क्यूआर कोड से जोड़ा जाएगा
दिल्ली के उपराज्यपाल अनिल बैजल ने बताया कि महिलाओं की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए प्रत्येक ऑटो-टैक्सी चालक के लाइसेंस को हिम्मत प्लस एप के क्यू आर कोड से जोड़ने की तैयारी की जा रही है.
उन्होंने बताया कि अगले कुछ सालों में दिल्ली के भीतर चलने वाली सभी ऑटो टैक्सी क्यूआर कोड से लैस होंगी. ऐसा होने से ऑटो-टैक्सी में सफर करने वाली सभी महिलाएं एवं बुजुर्ग खुद को पूरी तरीके से सुरक्षित महसूस करेंगे क्योंकि इन ऑटो टैक्सी के ऊपर दिल्ली पुलिस की पूरी तरह से नजर रहेगी.

क्यूआर कोड वाले को दे प्राथमिकता
उपराज्यपाल अनिल बैजल ने कहा कि राजधानी में रहने वाली महिलाओं को उन ऑटो-टैक्सी में सफर को प्राथमिकता देनी चाहिए जिनमें हिम्मत-प्लस ऐप का क्यूआर कोड लगा हो.
उन्होंने इसके लिए दिल्ली पुलिस को प्रचार-प्रसार और महिलाओं को जागरूक करने के निर्देश दिए. उन्होंने यह भी साफ किया कि इससे महिलाओं के बीच यह संदेश नहीं जाना चाहिए कि क्यूआर कोड के बिना चल रहे ऑटो-टैक्सी असुरक्षित हैं. महिलाओं को यह बताया जाए कि क्यूआर कोड वाले ऑटो-टैक्सी ज्यादा सुरक्षित हैं.

Intro:नई दिल्ली
दिल्ली पुलिस द्वारा महिलाओं की सुरक्षा के लिए ऑटो-टैक्सी में लगाये गए क्यूआर कोड को उपराज्यपाल अनिल बैजल ने केवल एक शुरुआत बताया है. उन्होंने बताया कि दिल्ली के प्रत्येक ऑटो-टैक्सी को क्यूआर कोड से जोड़ने की दिशा में काम चल रहा है. उन्होंने महिलाओं को भी ऐसे ऑटो-टैक्सी में सफर को प्राथमिकता देने के लिए कहा जिनमें क्यूआर कोड लगा हो. इसके लिए उन्होंने पुलिस को प्रचार-प्रसार करने के निर्देश दिए हैं.


Body:उपराज्यपाल अनिल बैजल के अनुसार राजधानी में रोजाना लाखों की संख्या में महिलाएं ऑटो-टैक्सी में सफर करती हैं. इसलिए इन्हें सुरक्षित बनाना उनकी प्राथमिकता है. फिलहाल दिल्ली पुलिस ने छह हजार ऑटो-टैक्सी को क्यूआर कोड से लैस कर दिया है, लेकिन इस दिशा में काफी आगे जाने की आवश्यकता है. उन्होंने बताया कि आने वाले समय में दिल्ली के प्रत्येक ऑटो-टैक्सी में हिम्मत प्लस ऐप का क्यूआर कोड लगाया जाएगा ताकि इनमें सफर करने वाले बुजुर्ग एवं महिलाएं खुद को सुरक्षित महसूस करें.






ऑटो-टैक्सी चालक के लाइसेंस को क्यूआर कोड से जोड़ा जाएगा
दिल्ली के उपराज्यपाल अनिल बैजल ने बताया कि महिलाओं की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए प्रत्येक ऑटो-टैक्सी चालक के लाइसेंस को हिम्मत प्लस एप के क्यू आर कोड से जोड़ने की तैयारी की जा रही है. उन्होंने बताया कि इस दिशा में ट्रांसपोर्ट विभाग काम कर रहा है. उन्होंने बताया कि अगले कुछ वर्षों में दिल्ली के भीतर चलने वाली सभी ऑटो टैक्सी क्यूआर कोड से लैस होंगी. ऐसा होने से ऑटो-टैक्सी में सफर करने वाली सभी महिलाएं एवं बुजुर्ग खुद को पूरी तरीके से सुरक्षित महसूस करेंगे क्योंकि इन ऑटो टैक्सी के ऊपर दिल्ली पुलिस की पूरी तरह से नजर रहेगी.






Conclusion:क्यूआर कोड वाले ऑटो-टैक्सी को दें प्राथमिकता

उपराज्यपाल अनिल बैजल ने कहा कि राजधानी में रहने वाली महिलाओं को उन ऑटो-टैक्सी में सफर को प्राथमिकता देनी चाहिए जिनमें हिम्मत-प्लस ऐप का क्यूआर कोड लगा हो. उन्होंने इसके लिए दिल्ली पुलिस को प्रचार-प्रसार एवं महिलाओं को जागरूक करने के निर्देश दिए. उन्होंने यह भी साफ किया कि इससे महिलाओं के बीच यह संदेश नहीं जाना चाहिए कि क्यूआर कोड के बिना चल रहे ऑटो-टैक्सी असुरक्षित हैं. महिलाओं को यह बताया जाए कि क्यूआर कोड वाले ऑटो-टैक्सी ज्यादा सुरक्षित हैं.


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