नई दिल्ली: आंदोलन को 50 दिन पूरे हो गए हैं और टिकरी बॉर्डर पर किसान अपनी मांगों को लेकर डटे हुए हैं.इसी के साथ इन 50 दिनों तक किसानों ने अपने रहने खाने की व्यवस्था भी यही की हुई है. प्रदर्शन स्थल पर ही किसान एक दूसरे के साथ मिलकर लंगर बना रहे हैं.
पंजाब के बरनाला से आए भारतीय किसान यूनियन एकता (डकौंडा) के प्रधान दर्शन सिंह ने बताया कि रोजाना दोपहर और रात के खाने की व्यवस्था की हुई है.एक जगह पर सैकड़ों लोगों के लिए लंगर बनाया जा रहा है. और ऐसे ही अलग-अलग जगह पर टुकड़ी में लंगर बनाने की व्यवस्था है, जहां पर 2 टाइम का खाना सभी लोग मिलकर बना रहे हैं.
पंजाब में भी जारी है पिछले चार महीनों से लंगर
दर्शन सिंह ने बताया के लंगर कई महीनों से जारी है टिकरी बॉर्डर पर प्रदर्शन से पहले लंगर बरनाल में 4 महीने से चल रहा है, और अब यहां पर 50 दिनों से लंगर इसी प्रकार से किसानों के लिए बनाया जा रहा है. जिसमें हम रोटी, सब्जी, आलू मटर, पनीर, साग आदि सभी चीजें बना रहे हैं.
लंगर बनाने में महिलाएं भी कर रही मदद
इस लंगर में हमने देखा कि अस्थाई रूप से चूल्हे की व्यवस्था की हुई है, जिस पर एक बड़ा उल्टा तवा रखकर, एक साथ करीब 10 रोटियां बनाई जा रही हैं. साथ ही तीन चार लोग मिलकर रोटियां बेल रहे हैं. कोई रोटियों में घी लगाने का काम कर रहा है. सभी किसान मिलजुल कर यहां पर लंगर बना रहे हैं. अपने गांव से महिलाएं भी इस प्रदर्शन में शामिल हुई है, जो इस लंगर में रोटियां बेलते हुए नजर आई.
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उन्होंने कहा कि सरकार ने हमें परेशान किया हुआ है, सरकार की मनमानी के चलते हम लोग आज सड़कों पर है, उन्होंने कहा कि सरकार जब तक कृषि कानून वापस नहीं लेती, हम इसी तरीके से सड़कों पर डटे रहेंगे.