नई दिल्ली: मणिपुर में हुई हिंसा को लेकर एक बार फिर मंगलवार को दिल्ली में प्रदर्शन किया गया. जंतर-मंतर पर एनसीपी शरद पवार गुट की तरफ से विरोध प्रदर्शन किया गया. इसके लिए महाराष्ट्र के पुणे से कई कार्यकर्ता दिल्ली पहुंचे थे. कार्यकर्ताओं ने प्रदर्शन के दौरान केंद्र सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. एनसीपी के युवा नेता धीरज शर्मा ने कहा कि मणिपुर में जारी हिंसा के बीच सरकार की चुप्पी यह दर्शाती है कि सरकार मणिपुर हिंसा को रोकना नहीं चाहती है. प्रधानमंत्री द केरल स्टोरी जैसे फिल्मों का प्रमोशन करते हैं, लेकिन मणिपुर पर कुछ नहीं बोल रहे.
धीरज शर्मा ने कहा कि मणिपुर हिंसा को लेकर लगातार सदन में सरकार से सवाल पूछा जा रहा है. प्रधानमंत्री के पास मणिपुर पर बात करने के लिए वक्त नहीं है. विपक्ष मणिपुर पर सवाल पूछ रहा है, लेकिन हमारे प्रधानमंत्री चुप्पी साधे बैठे हैं. हम लोग तब तक सवाल उठाते रहेंगे जब तक सरकार मणिपुर में शांति बहाल नहीं कर देती.
ये भी पढ़ें: दिल्ली के जंतर मंतर पर अखिल भारतीय कांग्रेस के आदिवासी नेताओं का प्रदर्शन, मणिपुर में राष्ट्रपति शासन की मांग
मणिपुर हिंसा के लिए कौन जवाबदेहः दिल्ली के जंतर मंतर पर प्रदर्शन में शामिल एनसीपी के दिल्ली प्रदेश इकाई के अध्यक्ष योगानंद शास्त्री ने कहा कि हम लोग मणिपुर में जो लगातार हिंसा हो रही है, उसको रोकने की मांग करते हैं. इसे लेकर एनसीपी सरकार की तरफ से ठोस कदम उठाए जाने की मांग कर रही है. शास्त्री ने दोषियों पर कार्रवाई के साथ ही सदन में प्रधानमंत्री से मामले पर जवाब की मांग की. उन्होंने सवाल किया कि आखिर मणिपुर में हुई हिंसा किसकी नाकामी है और अब तक क्यों नहीं हालात संभले हैं. जंतर मंतर पर लगातार अलग-अलग दलों द्वारा मणिपुर हिंसा के विरोध में प्रदर्शन किया जा रहा है.
ये भी पढ़ें: मणिपुर हिंसा को लेकर बीजेपी पर कांग्रेस हमलावर, केंद्र और राज्य सरकार को ठहराया जिम्मेदार