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दिल्ली में पशुओं के लिए 20 श्मशान घाट बनाने का प्रस्ताव

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Published : Jul 25, 2021, 11:59 AM IST

नॉर्थ एमसीडी, साउथ और ईस्ट एमसीडी के साथ मिलकर दिल्ली के अलग-अलग इलाकों में आवारा पशुओं और पालतू पशुओं के लिए श्मशान घाट बनाने की तैयारी कर रही है. यह शमशान घाट हर 10 लाख की आबादी पर जानवरों के लिए बनाए जाएंगे.

20 शमशान घाट बनाने का प्रस्ताव
20 शमशान घाट बनाने का प्रस्ताव

नई दिल्ली: राजधानी दिल्ली की सबसे बड़ी सिविक एजेंसी नॉर्थ एमसीडी, साउथ और ईस्ट एमसीडी के साथ मिलकर दिल्ली के अलग-अलग इलाकों में आवारा पशुओं और पालतू पशुओं के लिए श्मशान घाट बनाने की तैयारी कर रही है. यह शमशान घाट हर 10 लाख की आबादी पर जानवरों के लिए बनाए जाएंगे. आपको बता दें इन सभी श्मशान घाट में निगमों के द्वारा सभी सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएंगी.

यह शमशान घाट सीएनजी बेस्ड होंगे. अभी तक दिल्ली के अंदर जानवरों के अंतिम संस्कार के लिए कोई भी डेडीकेटेड श्मशान घाट नहीं है. जिसके बाद इसकी कमी भी दूर हो जाएगी. नॉर्थ एमसीडी के मेयर राजा इकबाल सिंह के द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार नॉर्थ एमसीडी जल्द ही इस पूरे प्रोजेक्ट पर काम शुरू करने जा रही है. कई गैर सरकारी संगठनों ने भी इस पूरी योजना को लेकर ना सिर्फ अपना इंटरेस्ट दिखाया है बल्कि निगम की सहायता करने के लिए भी आगे आए है. जिसके चलते यह प्रोजेक्ट जल्दी पूरे हो पाएंगे साथ ही इन प्रोजेक्ट को लेकर नॉर्थ एमसीडी के ऊपर किसी भी तरह का कोई वित्तीय भार नहीं पड़ेगा.

पशुओं के लिए 20 श्मशान घाट बनाने का प्रस्ताव.

ये भी पढ़ें- वित्तिय संकट में North MCD, दिल्लीवासियों पर पड़ रहा अतिरिक्त भार


फिलहाल दिल्ली के अंदर बड़े पशुओं के मरने के बाद उनके क्रिमिनेशन को लेकर कोई परेशानी नहीं है. जिनके चमड़े का इस्तेमाल अलग-अलग कामों में होता है, लेकिन छोटे जानवर जैसे कुत्ता, बिल्ली, भेड़, बकरी, सूअर आदि का अंतिम संस्कार करना एक बड़ी समस्या है. ऐसे जानवर अगर रोड एक्सीडेंट या प्राकृतिक मौत से मर जाते हैं तो उनके मरने के बाद उनकी डेट बॉडी कई दिनों तक सड़कों पर जहां-जहां बड़ी रहती है. जिसके बाद बदबू आती है और लोगों को परेशानी होती है या फिर लोग ऐसे शवों को कहीं खाली प्लॉट और नालियों में फेंक देते हैं. जिसकी वजह से बीमारी फैलने का भी खतरा बना रहता है. ऐसे में अब डेडीकेटेड श्मशान घाट बनने के बाद इस तरह की समस्या का भी समाधान होगा.

ये भी पढ़ें- नोएडा: पोस्टमार्टम हाउस से ग्राउंड रिपोर्ट, देखिए किस हालत में है डीप फ्रीजर ?


दिल्ली की तीनों एमसीडी अपने क्षेत्र में हर 10 लाख की आबादी पर पशुओं के क्रिमिनेशन के मद्देनजर श्मशान घाट बनाने का प्लान कर रही है. जिसको लेकर बाकायदा ब्लूप्रिंट जो बनाया जा रहा है. दिल्ली की जनसंख्या तकरीबन 2 करोड़ है ऐसे में निगमों द्वारा 20 क्रिमिनेशन बनाए जाएंगे. इस पूरे प्रोजेक्ट को आने वाले मास्टर प्लान 2041 में शामिल करने के लिए भी एमसीडी ने अपनी तरफ से एक प्रस्ताव डीडीए के पास भेजा है.

नई दिल्ली: राजधानी दिल्ली की सबसे बड़ी सिविक एजेंसी नॉर्थ एमसीडी, साउथ और ईस्ट एमसीडी के साथ मिलकर दिल्ली के अलग-अलग इलाकों में आवारा पशुओं और पालतू पशुओं के लिए श्मशान घाट बनाने की तैयारी कर रही है. यह शमशान घाट हर 10 लाख की आबादी पर जानवरों के लिए बनाए जाएंगे. आपको बता दें इन सभी श्मशान घाट में निगमों के द्वारा सभी सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएंगी.

यह शमशान घाट सीएनजी बेस्ड होंगे. अभी तक दिल्ली के अंदर जानवरों के अंतिम संस्कार के लिए कोई भी डेडीकेटेड श्मशान घाट नहीं है. जिसके बाद इसकी कमी भी दूर हो जाएगी. नॉर्थ एमसीडी के मेयर राजा इकबाल सिंह के द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार नॉर्थ एमसीडी जल्द ही इस पूरे प्रोजेक्ट पर काम शुरू करने जा रही है. कई गैर सरकारी संगठनों ने भी इस पूरी योजना को लेकर ना सिर्फ अपना इंटरेस्ट दिखाया है बल्कि निगम की सहायता करने के लिए भी आगे आए है. जिसके चलते यह प्रोजेक्ट जल्दी पूरे हो पाएंगे साथ ही इन प्रोजेक्ट को लेकर नॉर्थ एमसीडी के ऊपर किसी भी तरह का कोई वित्तीय भार नहीं पड़ेगा.

पशुओं के लिए 20 श्मशान घाट बनाने का प्रस्ताव.

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फिलहाल दिल्ली के अंदर बड़े पशुओं के मरने के बाद उनके क्रिमिनेशन को लेकर कोई परेशानी नहीं है. जिनके चमड़े का इस्तेमाल अलग-अलग कामों में होता है, लेकिन छोटे जानवर जैसे कुत्ता, बिल्ली, भेड़, बकरी, सूअर आदि का अंतिम संस्कार करना एक बड़ी समस्या है. ऐसे जानवर अगर रोड एक्सीडेंट या प्राकृतिक मौत से मर जाते हैं तो उनके मरने के बाद उनकी डेट बॉडी कई दिनों तक सड़कों पर जहां-जहां बड़ी रहती है. जिसके बाद बदबू आती है और लोगों को परेशानी होती है या फिर लोग ऐसे शवों को कहीं खाली प्लॉट और नालियों में फेंक देते हैं. जिसकी वजह से बीमारी फैलने का भी खतरा बना रहता है. ऐसे में अब डेडीकेटेड श्मशान घाट बनने के बाद इस तरह की समस्या का भी समाधान होगा.

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दिल्ली की तीनों एमसीडी अपने क्षेत्र में हर 10 लाख की आबादी पर पशुओं के क्रिमिनेशन के मद्देनजर श्मशान घाट बनाने का प्लान कर रही है. जिसको लेकर बाकायदा ब्लूप्रिंट जो बनाया जा रहा है. दिल्ली की जनसंख्या तकरीबन 2 करोड़ है ऐसे में निगमों द्वारा 20 क्रिमिनेशन बनाए जाएंगे. इस पूरे प्रोजेक्ट को आने वाले मास्टर प्लान 2041 में शामिल करने के लिए भी एमसीडी ने अपनी तरफ से एक प्रस्ताव डीडीए के पास भेजा है.

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