नई दिल्ली : राजधानी दिल्ली में मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की देखरेख में प्रदूषण के स्तर को कम करने के लिए जितने प्रयास किए जा रहे हैं, इतना देश की किसी राज्य सरकार के स्तर से नहीं किया जा रहा है. दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने ये बात कही है. गोपाल राय ने बुधवार को दिल्ली के लोगों से खास अपील की और लोगों से संकल्प लेने के लिए कहा. उन्होंने लोगों से कहा कि दिल्ली में बढ़ते प्रदूषण को देखते हुए अगर संभव हो तो घर से काम (work from home) करें. इसके साथ ही साथ निजी वाहनों से चलने से परहेज करें. अगर आपके घर के आसपास से कोई निजी वाहन से आता है तो इसी गाड़ी में आएं. क्योंकि 50 फीसदी प्रदूषण गाड़ियों की वजह से है. लोगों को पटाखा नहीं जलाना चाहिए. दिल्ली की हवा इतनी खराब हो गई है कि बुजुर्गों और बच्चों को दिल्ली की हवा में सांस लेने में तकलीफ होने लगी है. बुधवार को पूरी दिल्ली का एयर क्वालिटी इंडेक्स 354 पहुंच गया है. जोकि बहुत खराब की श्रेणी में आता है.
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पंजाब को सपोर्ट नहीं कर रही केंद्र सरकार : गोपाल राय ने कहा कि दिल्ली में प्रदूषण का कारण यह है कि हरियाणा, पंजाब और उत्तरप्रदेश में किसान पराली जला रहे हैं, खासतौर पर पंजाब में हमने कृषि मंत्री से इस संबंध में बात की. किसानों को राहत देने के लिए मदद का आश्वासन दिया.लेकिन केंद्र सरकार पंजाब सरकार को सपोर्ट नहीं कर रही है जिसकी वजह से वहां पराली जलाया जा रहा है.उन्होंने कहा कि किसानों को यह बंद करना चाहिए.
प्रदूषण पर बंद होनी चाहिए राजनीति: गोपाल राय ने कहा कि प्रदूषण के मुद्दे पर राजनीति नहीं होनी चाहिए बल्कि सभी को साथ मिलकर प्रदूषण के खिलाफ काम करना चाहिए. लेकिन भाजपा राजनीति करने में लगी है. वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग (सीएक्यूएम) की योजना को उत्तर प्रदेश और हरियाणा में भी लागू करने की जरूरत है. भाजपा अब किसानों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करने की मांग कर रही है. बदला ना लें, उनका साथ दें. भाजपा को पराली जलाने के लिए किसानों को कोसना बंद करना चाहिए, वह कृषि कानूनों के खिलाफ हुए प्रदर्शनों की वजह से किसानों से नफरत करती है.यही वजह है कि भाजपा ने पटाखों का प्रदूषण बढ़ाने के लिए एड़ी चोटी का जोर लगाती हैं. रेड लाइट ऑन, गाड़ी ऑफ रोकने की साज़िश की गई.
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