नई दिल्ली: सरदार पटेल कोविड-19 सेंटर की साफ-सफाई को लेकर दिल्ली सरकार और निगम में एक बार फिर तकरार की स्थिति पैदा हो गई है. आरोप है कि केयर सेंटर की साफ-सफाई निगम को करनी थी जबकि पैसा दिल्ली सरकार द्वारा आना था, लेकिन लगातार पत्र लिखने के बावजूद निगम को कोई पैसा नहीं दिया गया है. निगम नेताओं का कहना है कि अब अगर कोविड-19 टर्की साफ-सफाई व्यवस्था प्रभावित होती है, तो इसके लिए कोई और नहीं बल्कि दिल्ली सरकार जिम्मेदार होगी.
पैसा दिल्ली सरकार करेगी वाहन
साउथ एमसीडी में नेता सदन नरेंद्र चावला ने कहा कि जिस समय यह कोविड-19 सेंटर बनाया गया था. उसी समय यह तय हुआ था कि इसकी साफ-सफाई नगर निगम करेगी. इसमें किसी को कोई आपत्ति भी नहीं थी क्योंकि नगर निगम का काम ही साफ-सफाई करना है. हालांकि उसी समय यह साफ किया गया था कि निगम के पास फंड नहीं है और इस काम के टेंडर के लिए जो पैसा आएगा उसे दिल्ली सरकार वहन करेगी. हालांकि आज तक दिल्ली सरकार ने कोई पैसा नहीं दिया है.
निगम की मंशा काम प्रभावित करने की नहीं
नरेंद्र चावला ने बताया कि दिसंबर महीने तक इसकी साफ-सफाई पर 3 करोड़ रुपये खर्च किए जा चुके है और इसे लेकर कई पत्र भी दिल्ली सरकार के अधिकारियों को दिए जा चुके हैं. हालांकि अब तक कोई पैसा नहीं दिया गया है. उन्होंने कहा कि पूरे मामले में निगम की मंशा काम प्रभावित करने की नहीं है, लेकिन दिल्ली सरकार को यह याद दिलाने की जरूर है कि वह इस बार भी अपने वायदे से पीछे हट रहे हैं.
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गौरतलब है कि बीते दिन साउथ एमसीडी की स्थाई समिति बैठक में सरदार पटेल कोविड-19 सेंटर की साफ सफाई से जुड़े प्रस्ताव को मंजूरी नहीं दी थी. इसी पर निगम नेताओं ने आज प्रेस वार्ता कर आरोप लगाए कि दिल्ली सरकार इसे लेकर पैसा नहीं दे रही है. नेताओं का कहना है कि कोविड सेंटर के सेवाएं प्रभावित होने पर निगम इसके लिए जिम्मेदार नहीं होगी.