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दिल्ली सरकार की हॉट-स्पॉट योजना पर बीजेपी-कांग्रेस का सियासी हमला, बताया फिजूलखर्ची

CM अरविंद केजरीवाल की फ्री वाईफाई घोषणा के बाद बीजेपी और कांग्रेस ने इस पर सवाल उठाए हैं. कांग्रेस ने इसे फिजूलखर्ची बताया तो बीजेपी ने इसे लेटलतीफी कहा.

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Published : Aug 9, 2019, 4:06 AM IST

Updated : Aug 9, 2019, 7:27 AM IST

हॉट-स्पॉट योजना पर बीजेपी-कांग्रेस का सियासी हमला etv bharat

नई दिल्ली: फ्री बिजली, फ्री पानी, महिलाओं के लिए मुफ्त यात्रा के वादे के बाद अब दिल्ली सरकार की फ्री योजनाओं की फेहरिस्त में एक और नाम जुड़ गया है और वो है, फ्री वाईफाई योजना.

दिल्ली सरकार की फ्री वाई फाई योजना पर बीजेपी-कांग्रेस की तीखी टिप्पणी

मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली सचिवालय में गुरुवार को दिल्ली में फ्री वाई फाई लगाए जाने की घोषणा की. जल्द ही राजधानी में 3 से 4 महीने में पूरी दिल्ली में 11 हजार हॉटस्पॉट लगाए जाएंगे, जिसके जरिए हर व्यक्ति को 15 जीबी डाटा मुफ्त मिलेगा.

अरविंद केजरीवाल की घोषणा के तुरंत बाद आम आदमी पार्टी ने इसका सियासी माइलेज लेने की तरफ कदम बढ़ा दिया है. पार्टी की तरफ से इस मुद्दे पर प्रेस कॉन्फ्रेंस की गई. जहां प्रवक्ता आतिशी ने कहा कि ये दिल्ली के लोगों और खासकर युवा वर्ग के लिए एक बड़े फायदे की योजना साबित होगी. इसके साथ ही उन्होंने ये भी कहा कि इस योजना की घोषणा के साथ ही आम आदमी पार्टी ने अपने सभी वादों को पूरा कर दिया है.

खर्च को लेकर उठ रहे सवाल
बता दें, इन फ्री-स्कीम्स पर होने वाले खर्च को लेकर सवाल उठते रहे हैं. पहले से आम आदमी पार्टी सरकार फ्री पानी पर करीब 450 करोड़ और फ्री बिजली और बिजली पर दी जाने वाली सब्सिडी को मिलाकर 2500 करोड़ सालाना खर्च कर रही है. इसके अलावा दिल्ली सरकार की तरफ से महिलाओं के लिए डीटीसी और मेट्रो को फ्री करने की बात कही गई है, उस पर करीब 1400 करोड़ सालाना खर्च होना है.

फ्री वाईफाई योजना पर करीब 100 करोड़ रुपये खर्च होंगे.

फ्री वाईफाई पर जब ईटीवी भारत ने दिल्ली प्रदेश कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष राजेश लिलोठिया से बात की, तो उन्होंने इसे फिजूलखर्ची बता दिया. उन्होंने कहा कि ये दिल्ली के टैक्सपेयर्स का पैसा है और ये सही जगह पर सभी लोगों के लिए इस्तेमाल होना चाहिए.

बीजेपी ने भी इस पर सवाल उठाये हैं, बीजेपी की ओर से इस योजना में हो रही लेटलतीफी को लेकर सवाल उठाए गए. विजेंद्र गुप्ता ने केजरीवाल सरकार पर आरोप लगाया कि सरकार बीते 5 साल में इस योजना को जमीन पर नहीं उतार सकी और इसे तारीख दर तारीख बढ़ाती चली गई.

यानि फ्री पानी, बिजली और सफर के बाद अब फ्री वाई फाई पर सियासी हमले शुरू हो गए हैं, जबकि आम आदमी पार्टी का कहना है कि उन्होंने वाईफाई लगाने के साथ ही घोषणा पत्र में लिखे तमाम वादों को पूरा किया है.

कुल मिलाकर देखें तो भले ही आम आदमी पार्टी इसे अपने चुनावी वादों को पूरा करने की दिशा में बढ़ाया गया कदम बताए, लेकिन विधानसभा चुनाव से ठीक पहले फ्री-स्कीम्स की ये घोषणाएं स्पष्ट तौर पर यही संकेत देती हैं कि इनके जरिए पार्टी की नजर सीधे तौर पर वोटों की तरफ है.

नई दिल्ली: फ्री बिजली, फ्री पानी, महिलाओं के लिए मुफ्त यात्रा के वादे के बाद अब दिल्ली सरकार की फ्री योजनाओं की फेहरिस्त में एक और नाम जुड़ गया है और वो है, फ्री वाईफाई योजना.

दिल्ली सरकार की फ्री वाई फाई योजना पर बीजेपी-कांग्रेस की तीखी टिप्पणी

मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली सचिवालय में गुरुवार को दिल्ली में फ्री वाई फाई लगाए जाने की घोषणा की. जल्द ही राजधानी में 3 से 4 महीने में पूरी दिल्ली में 11 हजार हॉटस्पॉट लगाए जाएंगे, जिसके जरिए हर व्यक्ति को 15 जीबी डाटा मुफ्त मिलेगा.

अरविंद केजरीवाल की घोषणा के तुरंत बाद आम आदमी पार्टी ने इसका सियासी माइलेज लेने की तरफ कदम बढ़ा दिया है. पार्टी की तरफ से इस मुद्दे पर प्रेस कॉन्फ्रेंस की गई. जहां प्रवक्ता आतिशी ने कहा कि ये दिल्ली के लोगों और खासकर युवा वर्ग के लिए एक बड़े फायदे की योजना साबित होगी. इसके साथ ही उन्होंने ये भी कहा कि इस योजना की घोषणा के साथ ही आम आदमी पार्टी ने अपने सभी वादों को पूरा कर दिया है.

खर्च को लेकर उठ रहे सवाल
बता दें, इन फ्री-स्कीम्स पर होने वाले खर्च को लेकर सवाल उठते रहे हैं. पहले से आम आदमी पार्टी सरकार फ्री पानी पर करीब 450 करोड़ और फ्री बिजली और बिजली पर दी जाने वाली सब्सिडी को मिलाकर 2500 करोड़ सालाना खर्च कर रही है. इसके अलावा दिल्ली सरकार की तरफ से महिलाओं के लिए डीटीसी और मेट्रो को फ्री करने की बात कही गई है, उस पर करीब 1400 करोड़ सालाना खर्च होना है.

फ्री वाईफाई योजना पर करीब 100 करोड़ रुपये खर्च होंगे.

फ्री वाईफाई पर जब ईटीवी भारत ने दिल्ली प्रदेश कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष राजेश लिलोठिया से बात की, तो उन्होंने इसे फिजूलखर्ची बता दिया. उन्होंने कहा कि ये दिल्ली के टैक्सपेयर्स का पैसा है और ये सही जगह पर सभी लोगों के लिए इस्तेमाल होना चाहिए.

बीजेपी ने भी इस पर सवाल उठाये हैं, बीजेपी की ओर से इस योजना में हो रही लेटलतीफी को लेकर सवाल उठाए गए. विजेंद्र गुप्ता ने केजरीवाल सरकार पर आरोप लगाया कि सरकार बीते 5 साल में इस योजना को जमीन पर नहीं उतार सकी और इसे तारीख दर तारीख बढ़ाती चली गई.

यानि फ्री पानी, बिजली और सफर के बाद अब फ्री वाई फाई पर सियासी हमले शुरू हो गए हैं, जबकि आम आदमी पार्टी का कहना है कि उन्होंने वाईफाई लगाने के साथ ही घोषणा पत्र में लिखे तमाम वादों को पूरा किया है.

कुल मिलाकर देखें तो भले ही आम आदमी पार्टी इसे अपने चुनावी वादों को पूरा करने की दिशा में बढ़ाया गया कदम बताए, लेकिन विधानसभा चुनाव से ठीक पहले फ्री-स्कीम्स की ये घोषणाएं स्पष्ट तौर पर यही संकेत देती हैं कि इनके जरिए पार्टी की नजर सीधे तौर पर वोटों की तरफ है.

Intro:फ्री बिजली, फ्री पानी, महिलाओं के लिए मुफ्त यात्रा के वादे के बाद अब दिल्ली सरकार की फ्री योजनाओं की फेहरिस्त में एक और नाम जुड़ गया है और यह है, फ्री वाईफाई योजना.


Body:नई दिल्ली: मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली सचिवालय में प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए गुरुवार को घोषणा की कि वे आम आदमी पार्टी के एक और बड़े वादे को जमीन पर उतारने जा रहे हैं. इसके अंतर्गत केजरीवाल ने बताया कि अगले 3 से 4 महीने में पूरी दिल्ली दिल्ली में 11 हजार हॉटस्पॉट लगाए जाएंगे, जिनके जरिए प्रति व्यक्ति को प्रतिदिन 15 जीबी डाटा मुफ्त मिलेगा.

अरविंद केजरीवाल की घोषणा के तुरंत बाद आम आदमी पार्टी ने इसका सियासी माइलेज लेने की तरफ कदम बढ़ा दिया. पार्टी की तरफ से इस मुद्दे पर प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए प्रवक्ता आतिशी ने कहा कि यह दिल्ली के लोगों और खासकर युवा वर्ग के लिए एक बड़े फायदे योजना साबित होगी. इसके साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि इस योजना की घोषणा के साथ ही आम आदमी पार्टी ने अपने सभी वादों को पूरा कर दिया है.

गौरतलब है कि इन फ्री-स्कीम्स पर होने वाले खर्च को लेकर सवाल उठते रहे हैं. पहले से आम आदमी पार्टी सरकार फ्री पानी पर करीब साढ़े चार सौ करोड़ और फ्री बिजली व बिजली पर दी जाने वाली सब्सिडी को मिलाकर 25 सौ करोड़ सालाना खर्च कर रही है. इसके अलावा दिल्ली सरकार की तरफ से महिलाओं के लिए जिस डीटीसी और मेट्रो को फ्री करने की बात कही गई है, उस पर करीब 14 सौ करोड़ सालाना खर्च होने हैं और अब गुरुवार को जिस फ्री वाईफाई योजना की घोषणा की गई, उस पर करीब 100 करोड़ रुपए खर्च होंगे.

इसे लेकर जब ईटीवी भारत ने कांग्रेस से प्रतिक्रिया ली, तो दिल्ली प्रदेश कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष राजेश लिलोठिया ने इसे फिजूलखर्ची बता दिया. उन्होंने कहा कि यह दिल्ली के टैक्सपेयर्स का पैसा है और यह सही जगह पर सभी लोगों के लिए इस्तेमाल होना चाहिए. भाजपा ने भी इस पर सवाल उठाया, लेकिन वह इस योजना में हो रही लेटलतीफी को लेकर था. इसे लेकर विजेंद्र गुप्ता ने केजरीवाल सरकार पर आरोप लगाया कि केजरीवाल सरकार बीते 5 साल में इस योजना को जमीन पर नहीं उतर सकी और इसके लिए तारीख दर तारीख बढ़ाती चली गई.


Conclusion:कुल मिलाकर देखें तो भले ही आम आदमी पार्टी इसे अपने चुनावी वादों को पूरा करने की दिशा में बढ़ाया गया कदम बताए, लेकिन विधानसभा चुनाव से ठीक पहले फ्री-स्कीम्स की ये घोषणाएं स्पष्ट तौर पर यही संकेत देती हैं कि इनके जरिए पार्टी की नजर सीधे तौर पर वोटों की तरफ है.
Last Updated : Aug 9, 2019, 7:27 AM IST
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