नई दिल्ली: दक्षिणी दिल्ली जिला के अंबेडकर नगर थाने की पुलिस टीम ने फल विक्रेता से लूट की गुत्थी को सुलझाते हुए दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है. साथ ही उनके कब्जे से लूटी गई 5 हजार की नकदी बरामद की गई है. आरोपियों की पहचान मदनगीर निवासी हर्ष नेगी उर्फ हेमंत (24) और काकू उर्फ मनीष (25) के रूप में की गई है. इनमें से मनीष के ऊपर पहले से ही अंबेडकर नगर थाने में कई आपराधिक मामले दर्ज हैं. वह इस थाने का सक्रिय बैड कैरेक्टर भी है.
जिला पुलिस उपायुक्त चंदन चौधरी ने बताया कि आठ अगस्त को मदनगीर क्षेत्र में मारपीट एवं पैसे लूटने के संबंध में थाना अंबेडकर नगर में एक पीसीआर कॉल प्राप्त हुई थी. इसके बाद पुलिसकर्मी मौके पर पहुंचे, लेकिन वहां पीड़ित नहीं मिला. बाद में जानकारी मिली की पीड़ित को इलाज कराने के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है. फिर पुलिसकर्मियों ने अस्पताल पहुंचकर पीड़ित से बात की. उसने बताया कि वह खानपुर टी पॉइंट पर फल बेचता है और शाम करीब 7 बजे जब वह फल बेचकर घर जा रहा था तो गली नंबर 42 में अचानक एक परिचित (हर्ष नेगी) आया, जिसके साथ एक व्यक्ति नशे में था. पहले उसने 150 रुपये मांगे लेकिन जब उसने पैसे देने से मना कर दिया तो आरोपियों ने उसका सिर पकड़ कर दीवार पर दे मारा और उसके 10,000 लूट कर फरार हो गए.
अपराध की गंभीरता को ध्यान में रखते हुए एसीपी मनु हिमांशु ने अंबेडकर नगर थाने के एसएचओ की देखरेख में टीम का गठन किया, जिसमें एसआई राजेश कुमार, हेड कॉन्स्टेबल मुख्तार अहमद और संदीप को शामिल किया गया. जांच के दौरान टीम ने अपराध स्थल का दौरा किया और सीसीटीवी फुटेज की जांच की. इसके अलावा आरोपी हर्ष नेगी उर्फ हेमंत का विवरण प्राप्त किया. काफी छानबीन के दौरान आरोपी हर्ष नेगी की लोकेशन राजस्थान के अलवर में पाई गई, जिसके बाद टीम ने तत्काल छापेमारी करते हुए हेमंत और उसके साथी को गिरफ्तार कर लिया. बाद में उनके कब्जे से 5 हजार के नगदी भी बरामद की गई. फिलहाल मामला दर्ज कर आगे की जांच शुरू कर दी गई है.
वहीं, एक अन्य मामले में दक्षिण पश्चिम जिले के एंटी ऑटो थेफ्ट स्क्वाड की टीम ने दोपहिया वाहनों की चोरी की घटनाओं को अंजाम देने वाले एक कुख्यात ऑटो लिफ्टर और चोरी की मोटरसाइकिल खरीदने वाले एक मैकेनिक को गुप्त सूचना के आधार पर छापेमारी करते हुए गिरफ्तार किया. गिरफ्तारी के बाद दोनों के कब्जे से आठ दोपहिया वाहन बरामद किए गए. आरोपियों की पहचान नारायणा गांव निवासी मनीष कुमार (22) और चंदन कुमार (33) के रूप में हुई है. आरोपी चंदन कुमार एक मैकेनिक है और वह चोरी वाहनों को खरीदकर उनके पार्ट्स अलग-अलग गाड़ियों में बदलकर बेच देता था.
डीसीपी मनोज सी ने बताया कि दक्षिण पश्चिम जिले के क्षेत्र में दोपहिया वाहनों की चोरी की बढ़ती घटनाओं को ध्यान में रखते हुए इन पर अंकुश लगाने के लिए एएटीएस की टीम को काम सौंपा गया था. टीम लगातार छानबीन कर रही थी. इस दौरान पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज की जांच की और मैनुअल इंटेलिजेंस को भी काम पर लगाया गया. छानबीन और जांच के दौरान हेड कॉन्स्टेबल राघवेंद्र को सागरपुर क्षेत्र में मनीष नाम के एक चोर की उपस्थिति के बारे में सूचना मिली. इसके बाद गुप्त सूचना को वरिष्ठ अधिकारियों के साथ साझा किया गया और एसीपी देवेंद्र कुमार सिंह ने इंस्पेक्टर गौतम मालिक की देखरेख में टीम का गठन किया. इसमें एएसआई प्रवीण कुमार, हेमंत कुमार, हेड कॉन्स्टेबल राघवेंद्र सिंह, रविंद्र कुमार और राकेश को शामिल किया गया.
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मिली जानकारी के अनुसार, क्षेत्र की स्थानीय जांच की गई और पुलिस टीम ने सागरपुर इलाके में छापेमारी करते हुए मनीष नाम के एक व्यक्ति को पकड़ा. जांच करने पर मोटरसाइकिल मंगोलपुरी इलाके से चोरी की पाई गई. इसके बाद आरोपी की निशानदेही पर नारायणा फ्लाईओवर के नीचे दो और चोरी की मोटरसाइकिल बरामद की गई. पूछताछ में उसने खुलासा किया कि वह चोरी की मोटरसाइकिल चंदन कुमार को बेचता था. बाद में पुलिस ने चंदन कुमार को भी गिरफ्तार कर लिया और उसके कब्जे से दो मोटरसाइकिल बरामद की गई. आरोपियों के खिलाफ विभिन्न धाराओं में मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी गई है.
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