नई दिल्ली: एक तरफ जहां चुनाव आयोग अलग-अलग तरीके अपनाकर निष्पक्ष चुनाव कराने की पूरी कोशिश कर रहा है वहीं दूसरी तरफ आम लोग ही आयोग की इन कोशिशों पर पानी फेर रहे हैं.
इसका ताजा उदाहरण है सी-विजिल ऐप जिसकी मदद से आचार संहिता का उल्लंघन करने को लेकर किसी की भी शिकायत सीधे आयोग से की जा सकती है. हालांकि लोग इससे ठीक उलट इसका गलत इस्तेमाल कर कभी जूते-चप्पल तो कभी घर के पंखों की तस्वीर चुनाव आयोग तक पहुंचा रहे हैं.
दिल्ली के मुख्य निर्वाचन अधिकारी रणबीर सिंह की मानें तो बीते दिनों में आधी से ज्यादा फर्जी शिकायतें प्राप्त हुईं हैं. अकेले नई दिल्ली जिले में 15 ऐसी शिकायतों को फर्स्ट स्टेज में डिस्पोज़ कर दिया गया था क्योंकि उनपर कार्रवाई करने की कोई वजह ही नहीं थी. उधर बाकी शिकायतों पर 100 मिनट की समय सीमा में ही एक्ट कर अब तक सभी शिकायतों का समाधान कराया है.
सिंह की मानें तो शुक्रवार सुबह 10 बजे तक दिल्ली में सी-विजिल ऐप की मदद से कुल 79 शिकायतें प्राप्त हुई थी. इन शिकायतों में महज 35 शिकायतें जांच के बाद सही पाई गईं जबकि बची हुई आधी से ज्यादा शिकायतें गलत थी. वो कहते हैं कि इसका सबसे बड़ा कारण है कि अभी के समय में स्कूल जाते हुए बच्चे को भी ये आजादी है कि अगर उसके पास फ़ोन है तो वो चुनाव आयोग को फ़ोटो भेज सकता है. कभी इसमें जूते-चप्पल और पंखे की तस्वीरें तो कभी किसी अन्य चीज की तस्वीरें मिल रही हैं.
सीईओ ऑफिस की ओर से जानकारी में बताया गया कि मिली कुल 35 शिकायतों में ज्यादातर शिकायतें पोस्टर या बैनर हटाने को लेकर थी. इनपर तुरंत काम कर तय वक्त के भीतर ही सारी समस्याओं का निवारण हुआ. बताया गया कि आने वाले दिनों में ऐप के सही इस्तेमाल को लेकर लोगों को जागरुक किया जाएगा.