ETV Bharat / state

दिल्ली चुनाव 2025: घोषणा पत्र तैयार करने में जुटी कांग्रेस, राहुल गांधी से मिले लोगों की राय को तवज्जो

-घोषणा पत्र तैयार करने के लिए बनाई गई कमेटी. -कांग्रेस के लिए अस्तित्व बचाना होगी बड़ी चुनौती.

राहुल गांधी
राहुल गांधी (ETV Bharat)
author img

By ETV Bharat Delhi Team

Published : 2 hours ago

नई दिल्ली: दिल्ली विधानसभा चुनाव 2025 में अपना खाता खोलने की कोशिश में जुटी कांग्रेस हर कदम फूंक-फूंक कर रख रही है. प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष देवेंद्र यादव न्याय यात्रा निकाल पुराने कार्यकर्ताओं और आम लोगों को बीच अपनी उपस्थिति दर्ज करा वोट बैंक को साधने में जुटे हैं. दिल्ली कांग्रेस विधानसभा चुनाव के लिए घोषणा पत्र भी तैयार करने में जुटी है. घोषणा पत्र तैयार करने के लिए कमेटी व आधा दर्जन सब कमेटी भी बनाई है. यह अलग-अलग मुद्दों पर जनता की राय को घोषणा पत्र में शामिल करेगी. हाल ही में पार्टी ने स्पष्ट कर दिया कि वह अकेले ही दिल्ली में विधानसभा चुनाव लड़ेगी.

राहुल गांधी की राय को तरजीह: कांग्रेस अपनी घोषणा पत्र में राहुल गांधी की राय और विचारों को प्रमुखता से शामिल करने जा रही है. प्रदेश कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अनिल भारद्वाज के मुताबिक, देश में घूमने के अलावा कांग्रेस के वरिष्ठ नेता राहुल गांधी दिल्ली में भी काफी सक्रिय हैं. वह दिल्ली के अलग-अलग वर्ग के लोगों से मिलते रहे हैं. ऐसे में आम लोगों से मुलाकात कर उन्हें जो फीडबैक मिला है, उन फीडबैक्स को पार्टी गंभीरता से घोषणा पत्र में शामिल करेगी.

कई बार जा चुके लोगों के बीच: उन्होंने बताया कि हाल ही में राहुल गांधी ने मुखर्जी नगर में जाकर छात्रों से मुलाकात की थी. राहुल गांधी डीटीसी कर्मचारियों से भी मिल चुके हैं. उनकी समस्याएं सुनी, अस्थाई नौकरी को लेकर जिस कदर डीटीसी के कर्मचारी परेशान है, उन समस्याओं को उन्होंने गंभीरता से सुना. पश्चिमी दिल्ली के कीर्ति नगर में फर्नीचर का काम करने वाले से लेकर सैलून में लोगों के बाल वाले नाई से भी राहुल गांधी ने मुलाकात की. इसके अलावा शकूरबस्ती और नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर उन्होंने रेल कर्मचारियों से भी राहुल गांधी ने मुलाकात की थी. उन सब से हुई अलग-अलग मुद्दों पर बातचीत को पार्टी मेनिफेस्टो में जगह देने में जुटी है.

अस्तित्व बचाने की चुनौती: दिल्ली में आम आदमी पार्टी के सरकार बनने से पहले लगातार तीन बार (वर्ष 1998, 2003, 2008) में पूर्ण बहुमत के साथ कांग्रेस की सरकार बनी थी. तीनों ही बार शीला दीक्षित ने बतौर मुख्यमंत्री दिल्ली की सत्ता संभाली. आम आदमी पार्टी के गठन के बाद जब उनकी सरकार बनी, तो कांग्रेस बैकफुट पर चली गई. तब से दिल्ली विधानसभा में कांग्रेस का खाता भी नहीं खुला है. ऐसे में इस बार कांग्रेस के सामने अस्तित्व बचाने की बड़ी चुनौती है. उधर, दिल्ली बीजेपी ने चुनाव को लेकर तैयार घोषणा पत्र के दूसरे चरण की शुरुआत की है. दिल्ली बीजेपी ने अपने घोषणा पत्र (जिसे संकल्प पत्र का नाम दिया गया है), उसे "मेरी दिल्ली मेरा संकल्प भाजपा" टैगलाइन दिया है. इस पर ईमेल और व्हाट्सऐप नंबर के जरिए दिल्ली की जनता से सुझाव मांगे गए हैं कि उनके घोषणा पत्र में क्या शामिल किया जाना चाहिए.

यह भी पढ़ें-

नई दिल्ली: दिल्ली विधानसभा चुनाव 2025 में अपना खाता खोलने की कोशिश में जुटी कांग्रेस हर कदम फूंक-फूंक कर रख रही है. प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष देवेंद्र यादव न्याय यात्रा निकाल पुराने कार्यकर्ताओं और आम लोगों को बीच अपनी उपस्थिति दर्ज करा वोट बैंक को साधने में जुटे हैं. दिल्ली कांग्रेस विधानसभा चुनाव के लिए घोषणा पत्र भी तैयार करने में जुटी है. घोषणा पत्र तैयार करने के लिए कमेटी व आधा दर्जन सब कमेटी भी बनाई है. यह अलग-अलग मुद्दों पर जनता की राय को घोषणा पत्र में शामिल करेगी. हाल ही में पार्टी ने स्पष्ट कर दिया कि वह अकेले ही दिल्ली में विधानसभा चुनाव लड़ेगी.

राहुल गांधी की राय को तरजीह: कांग्रेस अपनी घोषणा पत्र में राहुल गांधी की राय और विचारों को प्रमुखता से शामिल करने जा रही है. प्रदेश कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अनिल भारद्वाज के मुताबिक, देश में घूमने के अलावा कांग्रेस के वरिष्ठ नेता राहुल गांधी दिल्ली में भी काफी सक्रिय हैं. वह दिल्ली के अलग-अलग वर्ग के लोगों से मिलते रहे हैं. ऐसे में आम लोगों से मुलाकात कर उन्हें जो फीडबैक मिला है, उन फीडबैक्स को पार्टी गंभीरता से घोषणा पत्र में शामिल करेगी.

कई बार जा चुके लोगों के बीच: उन्होंने बताया कि हाल ही में राहुल गांधी ने मुखर्जी नगर में जाकर छात्रों से मुलाकात की थी. राहुल गांधी डीटीसी कर्मचारियों से भी मिल चुके हैं. उनकी समस्याएं सुनी, अस्थाई नौकरी को लेकर जिस कदर डीटीसी के कर्मचारी परेशान है, उन समस्याओं को उन्होंने गंभीरता से सुना. पश्चिमी दिल्ली के कीर्ति नगर में फर्नीचर का काम करने वाले से लेकर सैलून में लोगों के बाल वाले नाई से भी राहुल गांधी ने मुलाकात की. इसके अलावा शकूरबस्ती और नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर उन्होंने रेल कर्मचारियों से भी राहुल गांधी ने मुलाकात की थी. उन सब से हुई अलग-अलग मुद्दों पर बातचीत को पार्टी मेनिफेस्टो में जगह देने में जुटी है.

अस्तित्व बचाने की चुनौती: दिल्ली में आम आदमी पार्टी के सरकार बनने से पहले लगातार तीन बार (वर्ष 1998, 2003, 2008) में पूर्ण बहुमत के साथ कांग्रेस की सरकार बनी थी. तीनों ही बार शीला दीक्षित ने बतौर मुख्यमंत्री दिल्ली की सत्ता संभाली. आम आदमी पार्टी के गठन के बाद जब उनकी सरकार बनी, तो कांग्रेस बैकफुट पर चली गई. तब से दिल्ली विधानसभा में कांग्रेस का खाता भी नहीं खुला है. ऐसे में इस बार कांग्रेस के सामने अस्तित्व बचाने की बड़ी चुनौती है. उधर, दिल्ली बीजेपी ने चुनाव को लेकर तैयार घोषणा पत्र के दूसरे चरण की शुरुआत की है. दिल्ली बीजेपी ने अपने घोषणा पत्र (जिसे संकल्प पत्र का नाम दिया गया है), उसे "मेरी दिल्ली मेरा संकल्प भाजपा" टैगलाइन दिया है. इस पर ईमेल और व्हाट्सऐप नंबर के जरिए दिल्ली की जनता से सुझाव मांगे गए हैं कि उनके घोषणा पत्र में क्या शामिल किया जाना चाहिए.

यह भी पढ़ें-

भाजपा ने की 43 समितियों की पहली बैठक, आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर बनी स्ट्रेटजी

दिल्ली न्याय यात्रा पहुंची जंगपुरा विधानसभा, देवेंद्र यादव ने 'आप' और बीजेपी पर साधा निशाना

आप के साथ "चुनावी गठबंधन" से कांग्रेस का साफ़ इंकार , पार्टी अकेले ही लड़ेगी विधानसभा चुनाव

दिल्ली विधानसभा चुनाव में होगा त्रिकोणीय मुकाबला, आम आदमी पार्टी भी लड़ेगी अकेले

पीएम-उदय योजना: DDA के शिवरों में दो दिनों में अनधिकृत कालोनियों के 6,654 लोगों ने लिया हिस्सा, ऐसे करें आवेदन

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.