नई दिल्ली: देश के नए संसद भवन का 28 मई को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी उद्घाटन करेंगे, लेकिन अब इसको लेकर सियासत छिड़ गई है. विपक्षी दल पीएम मोदी की आलोचना कर रहे हैं. 19 विपक्षी दलों ने उद्घाटन समारोह का बहिष्कार का ऐलान कर दिया है. इस मामले को लेकर ईटीवी भारत की टीम ने संसद भवन के पास पहुंचकर लोगों से बातचीत की और इस संसद भवन का निर्माण कर रहे मजदूरों से भी बातचीत की.
संसद भवन का निर्माण कर रहे एक मजदूर ने बताया कि वह पिछले एक साल से यहां पर मजदूरी कर रहे हैं. आज उन्हें काफी अच्छा लग रहा है कि उनके द्वारा बनाए जा रहे संसद भवन का उद्घाटन देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 28 मई को करने वाले हैं. उन्होंने बताया कि उनके तरह हजारों मजदूरों ने यहां पर काम किया है. यहां दिन-रात काम चल रहा है. अब कुछ ही दिन इस ऐतिहासिक पल में बचे हैं. कार्य बहुत तेजी से चल रहा है. मजदूरों के लिए सबसे बड़ी खुशी इस बात की है कि उन्होंने इस भवन को बनाने में अपना योगदान दिया.
नए संसद भवन के बाहर घूम रहे लोगों का कहना था कि विपक्ष का काम सिर्फ कमियां निकालना है. हमें बहुत खुशी हो रही है कि आजादी के 75 वर्ष बाद हमें अपने देश का नया संसद भवन मिलने जा रहा है. इस संसद भवन में सिर्फ भाजपा के लोग नहीं बैठेंगे, देश के सभी सांसदों के लिए यह संसद भवन है. जो लोग इसका विरोध कर रहे हैं, उन्होंने हमेशा से मोदी की नीतियों का विरोध किया है. चाहे पीएम मोदी अच्छा काम करे तब भी विपक्ष विरोध करते हैं. अगर हम अपने नजरिए से बताएं तो यह देश के लिए गौरवान्वित वाला पल होगा.
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