नई दिल्ली: राजधानी में विधानसभा चुनाव के मतदान के लिए केवल कुछ ही दिन बाकीं रह गए हैं. चुनाव आयोग को 21 जनवरी तक 806 प्रत्याशियों के नामांकन मिले हैं. जिसमें 136 महिला और 670 पुरुष प्रत्याशी शामिल है.
वहीं 1 करोड़ 47 लाख 86 हज़ार 382 वोटर दिल्ली विधानसभा चुनाव 2020 में वोट करेंगे. जिसमें से 81 लाख 5 हज़ार 236 पुरुषों की संख्या है वही 66 लाख 80 हजार 277 महिला वोटर है.
महिलाओं ने मतदान में लिया बढ़-चढ़कर हिस्सा
हालांकि इसमें महिलाओं की संख्या पुरुषों के मुकाबले कम है. लेकिन हमेशा से महिलाओं ने मतदान प्रक्रिया में बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया है. जिसके बाद महिला और पुरुषों का वोटिंग फीसदी लगभग एक जैसा ही रहा है. आंकड़ों के मुताबिक पिछले 69 सालों में हमेशा से महिलाओं ने बढ़-चढ़कर मतदान प्रक्रिया में भाग लिया है.
महिला और पुरुष की बराबर भागीदारी
1972 में हुए विधानसभा चुनाव में 69.05 फीसदी पुरुष और 68.62 फीसदी महिलाओं ने मतदान किया था. इसके अलावा 1977 में हुए विधानसभा चुनाव में 55.8 फीसदी मतदान हुआ था. जिसमें महिला और पुरुषों ने लगभग बराबर ही मतदान किया था.
वहीं 2003 में महिलाओं ने 51.53 फीसदी और पुरुषों ने 54.89 फीसदी मतदान किया था,साल 2008 में महिलाओं ने 56.62 फीसदी और 58.34 फ़ीसदी पुरुषों ने और 2013 में 65.14 प्रतिशत महिलाओं ने और 66.3 प्रतिशत पुरुषों ने मतदान किया था.वहीं 2015 में 66.49 फीसदी महिलाओं ने और 67.63 फ़ीसदी पुरुषों ने मतदान किया था.
सरकार चुनने में सबकी भागीदारी
इन आंकड़ों के मुताबिक यह देखा गया है कि हमेशा से महिलाओं ने भी चुनावी प्रक्रिया में बढ़-चढ़कर भाग लिया है. हर एक वर्ग की महिला चुनावी प्रक्रिया में बढ़-चढ़कर मतदान के लिए पहुंची है. इस पर जब हमने दिल्ली की महिलाओं से बात की तो महिलाओं का कहना था कि मतदान हर किसी का मूलभूत अधिकार है. जिसका हर एक नागरिक को प्रयोग करना चाहिए चाहे वो महिला हो या पुरुष. हर किसी को सरकार चुनने में अपनी भागीदारी देते हुए वोट करना चाहिए.