नई दिल्ली: नरेला में सस्ते फ्लैट का सपना देख रहे लोगों के लिए DDA एक बार फिर सुनहरा मौका लेकर आया है. वर्ष 2019 की आवासीय योजना में बचे हुए छह हजार से ज्यादा ईडब्ल्यूएस फ्लैट को बेचने के लिए दोबारा ऑनलाइन आवेदन मांगे जा रहे हैं.
इसके साथ ही लगभग 250 दुकानें भी ऑनलाइन बेची जाएंगी. यह दुकानें पहले आओ पहले पाओ की तर्ज पर बिकेंगी. अगले कुछ दिनों में दोनों के लिए ऑनलाइन बिक्री शुरू की जा सकती है.
जानकारी के अनुसार डीडीए ने वर्ष 2019 की आवासीय योजना में ईडब्ल्यूएस कोटे के तहत 7500 फ्लैट निकाले गए थे. इनमें से लगभग छह हजार फ्लैट कम आवेदन आने के चलते नहीं बिक सके थे. इसलिए इन फ्लैटों को एक बार फिर बेचने के लिए डीडीए तैयारी कर रहा है. इस बार भी इन फ्लैटों को ऑनलाइन ही बेचा जाएगा. इन फ्लैटों की कीमत पहले 16 से 17 लाख रुपये थी, लेकिन उपराज्यपाल के साथ हुई बैठक के बाद इन्हें 20 से 40 फीसदी कम कीमत पर बेचने का निर्णय लिया गया है. नरेला के पॉकेट जी7, जी8 और सेक्टर 5 में यह फ्लैट है जिन्हें इस योजना में बेचा जाएगा.
250 दुकानों की होगी ऑनलाइन बिक्री
डीडीए के अनुसार उनके पास काफी समय से नरेला और रोहिणी में कुछ दुकानें बची हुई हैं. काफी समय से यह दुकानें बिकी नहीं हैं. इसलिए डीडीए ने अब 250 दुकानों को ऑनलाइन बेचने का फैसला किया है. इन दुकानों की बिक्री ऑनलाइन ही की जाएगी. कोई भी व्यक्ति ऑनलाइन जाकर इन्हें खरीद सकता है. दुकान चिन्हित करने के बाद उसे 30 मिनट का समय दस फीसदी टोकन मनी जमा कराने के लिए मिलेगा. अगर इस समय में टोकन मनी नहीं जमा करवाई गई तो कोई दूसरा शख्स इस दुकान को खरीद सकता है.
ऑनलाइन योजनाओं पर जोर
डीडीए अब आवासीय योजना से लेकर दुकानों को ऑनलाइन बेचने पर जोर दे रहा है. इनके लिए ऑनलाइन आवेदन लिए जा रहे हैं और ऑनलाइन ही पेमेंट होती है. डीडीए का मानना है कि एक तरफ इससे जहां आवेदक को चक्कर नहीं काटने पड़ते तो वहीं दूसरी तरफ भ्रष्टाचार की भी गुंजाइश नहीं रहती है.