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नर्सरी दाखिला: 1731 निजी स्कूलों की डेढ़ लाख से अधिक सीटों पर आठ मार्च तक पूरी होगी दाखिला प्रक्रिया - ईडब्ल्यूएस की सीटों पर दाखिला

Nursery admission: राजधानी के 1731 निजी स्कूलों की डेढ़ लाख से अधिक सीटों पर आठ मार्च तक पूरी होगी नर्सरी दाखिला की प्रक्रिया हो जाएगी.

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By ETV Bharat Delhi Team

Published : Jan 13, 2024, 10:02 PM IST

नई दिल्ली: राजधानी दिल्ली के 1731 निजी स्कूलों में 12 जनवरी को नर्सरी दाखिले की पहली सूची जारी होने के बाद अभिभावक अब अपनी पसंद का स्कूल चुनने में लग गए हैं. इन 1731 स्कूलों की एक लाख 30 हजार से अधिक सीटों पर आठ मार्च तक दाखिला प्रक्रिया पूरी होनी है. बता दें कि इन निजी स्कूलों में शिक्षा निदेशालय की तरफ से एक लाख 30 हजार से अधिक सामान्य सीटों के अतिरिक्त 35 हजार से अधिक सीटें आर्थिक रूप से कमजोर (ईडब्ल्यूएस) वर्ग के छात्रों के लिए आरक्षित हैं. ईडब्ल्यूएस की सीटों पर दाखिला प्रक्रिया बाद में शुरू होगी.

दिल्ली में नर्सरी, केजी और प्री प्राइमरी कक्षाओं में दाखिले की यह प्रक्रिया दिल्ली में रह रहे लाखों परिवारों के लिए अहम होती है. इसके लिए अभिभावक बच्चों के दाखिला संबंधित दस्तावेज पूरे करने की साल दो साल पहले से ही तैयारी शुरू कर देते हैं ताकि जब बच्चा स्कूल जाने लायक हो तो उसका दाखिला कराने में कोई परेशानी ना हो.

ये भी पढ़ें: Protest Against School: फीस बढ़ोतरी के खिलाफ पेरेंट्स ने उठाई आवाज, प्रदर्शन कर काटा बवाल

दिल्ली में देश के सभी राज्यों के लोग रहते हैं. ऐसे में जब उन्हें अपने बच्चों का नर्सरी केजी या प्रारंभिक स्तर की कक्षा में दाखिला कराना होता है तो उन्हें अपने स्थानीय निवास से संबंधित प्रमाण पत्र, पते के प्रूफ के रूप में बिजली बिल, गैस कनेक्शन, आधार कार्ड, राशन कार्ड और वोटर कार्ड में से कोई एक दस्तावेज देना होता है. दूसरे राज्यों से दिल्ली में निवास करने वाले लोगों के लिए इन दस्तावेजों को पूरा करने के लिए काफी मशक्कत करनी पड़ती है.

इसके अलावा बच्चों का जन्म प्रमाण पत्र भी आवश्यक होता है. स्कूलों में दाखिला कराने से पहले अभिभावकों को अपने घर से स्कूल की दूरी, बच्चों के आने-जाने के लिए वाहन की सुविधा, बच्चों की सुरक्षा आदि का भी ध्यान रखना पड़ता है. बता दें कि शिक्षा निदेशालय ने दिल्ली के सभी निजी स्कूलों में नर्सरी, केजी और प्री प्राइमरी कक्षा में दाखिले के लिए 23 नवंबर से आवेदन की प्रक्रिया शुरू की थी. 15 दिसंबर आवेदन की अंतिम तिथि रखी गई थी.

स्कूलों को 5 जनवरी तक प्वाइंट्स क्राइटेरिया के आधार पर बच्चों का चयन करना था. 12 जनवरी को दाखिले की पहली सूची और एक प्रतीक्षा सूची जारी करनी थी. पहली सूची जारी होने के बाद सूची में अपने बच्चों का नाम आने या ना आने पर अभिभावकों के मन में जो भी शंकाएं हैं उनका समाधान वे 13 से 22 जनवरी तक संबधित स्कूल में जाकर कर सकते हैं. इसके बाद बच्चे का दाखिला करा सकते हैं.

पहली सूची के बाद भी अगर स्कूलों में सीटें खाली रह जाती हैं तो स्कूल 29 जनवरी को दूसरी सूची जारी करेंगे. इसके बाद भी अगर सीटें खाली रह जाती हैं तो स्कूलों के पास 21 फरवरी को तीसरी सूची जारी करने का भी विकल्प होगा. तीसरी सूची के बाद 8 मार्च तक हर हाल में दाखिला प्रक्रिया पूर्ण करनी होगी.

ये भी पढ़ें: नर्सरी दाखिला: दिल्ली स्कूलों में एडमिशन की पहली लिस्ट जारी, जानें अभिभावकों ने क्या कहा

नई दिल्ली: राजधानी दिल्ली के 1731 निजी स्कूलों में 12 जनवरी को नर्सरी दाखिले की पहली सूची जारी होने के बाद अभिभावक अब अपनी पसंद का स्कूल चुनने में लग गए हैं. इन 1731 स्कूलों की एक लाख 30 हजार से अधिक सीटों पर आठ मार्च तक दाखिला प्रक्रिया पूरी होनी है. बता दें कि इन निजी स्कूलों में शिक्षा निदेशालय की तरफ से एक लाख 30 हजार से अधिक सामान्य सीटों के अतिरिक्त 35 हजार से अधिक सीटें आर्थिक रूप से कमजोर (ईडब्ल्यूएस) वर्ग के छात्रों के लिए आरक्षित हैं. ईडब्ल्यूएस की सीटों पर दाखिला प्रक्रिया बाद में शुरू होगी.

दिल्ली में नर्सरी, केजी और प्री प्राइमरी कक्षाओं में दाखिले की यह प्रक्रिया दिल्ली में रह रहे लाखों परिवारों के लिए अहम होती है. इसके लिए अभिभावक बच्चों के दाखिला संबंधित दस्तावेज पूरे करने की साल दो साल पहले से ही तैयारी शुरू कर देते हैं ताकि जब बच्चा स्कूल जाने लायक हो तो उसका दाखिला कराने में कोई परेशानी ना हो.

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दिल्ली में देश के सभी राज्यों के लोग रहते हैं. ऐसे में जब उन्हें अपने बच्चों का नर्सरी केजी या प्रारंभिक स्तर की कक्षा में दाखिला कराना होता है तो उन्हें अपने स्थानीय निवास से संबंधित प्रमाण पत्र, पते के प्रूफ के रूप में बिजली बिल, गैस कनेक्शन, आधार कार्ड, राशन कार्ड और वोटर कार्ड में से कोई एक दस्तावेज देना होता है. दूसरे राज्यों से दिल्ली में निवास करने वाले लोगों के लिए इन दस्तावेजों को पूरा करने के लिए काफी मशक्कत करनी पड़ती है.

इसके अलावा बच्चों का जन्म प्रमाण पत्र भी आवश्यक होता है. स्कूलों में दाखिला कराने से पहले अभिभावकों को अपने घर से स्कूल की दूरी, बच्चों के आने-जाने के लिए वाहन की सुविधा, बच्चों की सुरक्षा आदि का भी ध्यान रखना पड़ता है. बता दें कि शिक्षा निदेशालय ने दिल्ली के सभी निजी स्कूलों में नर्सरी, केजी और प्री प्राइमरी कक्षा में दाखिले के लिए 23 नवंबर से आवेदन की प्रक्रिया शुरू की थी. 15 दिसंबर आवेदन की अंतिम तिथि रखी गई थी.

स्कूलों को 5 जनवरी तक प्वाइंट्स क्राइटेरिया के आधार पर बच्चों का चयन करना था. 12 जनवरी को दाखिले की पहली सूची और एक प्रतीक्षा सूची जारी करनी थी. पहली सूची जारी होने के बाद सूची में अपने बच्चों का नाम आने या ना आने पर अभिभावकों के मन में जो भी शंकाएं हैं उनका समाधान वे 13 से 22 जनवरी तक संबधित स्कूल में जाकर कर सकते हैं. इसके बाद बच्चे का दाखिला करा सकते हैं.

पहली सूची के बाद भी अगर स्कूलों में सीटें खाली रह जाती हैं तो स्कूल 29 जनवरी को दूसरी सूची जारी करेंगे. इसके बाद भी अगर सीटें खाली रह जाती हैं तो स्कूलों के पास 21 फरवरी को तीसरी सूची जारी करने का भी विकल्प होगा. तीसरी सूची के बाद 8 मार्च तक हर हाल में दाखिला प्रक्रिया पूर्ण करनी होगी.

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