ETV Bharat / state

दिल्ली BJP का दावा- सरकारी स्कूलों में नहीं होती है पढ़ाई, करीब एक लाख छात्रों ने छोड़ा स्कूल

स्कूल छात्र पंजीकरण में कमी का दिल्ली सरकार का खुद का आरटीआई जवाब शिक्षा मानकों पर अरविंद केजरीवाल सरकार के बड़े-बड़े दावों की पोल खोलता है, ये कहना है BJP प्रदेश अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा का.

Etv Bharat
Etv Bharat
author img

By ETV Bharat Delhi Team

Published : Oct 2, 2023, 11:10 AM IST

नई दिल्ली: दिल्ली के सरकारी विद्यालयों के सत्र 2023-24 में विद्यार्थियों की संख्या 2022-23 के मुकाबले तीस हजार से ज्यादा घट गई है. इसे लेकर दिल्ली भाजपा अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने AAP पर निशाने साधते हुए CM अरविंद केजरीवाल पर आरोप लगाया है. उन्होंने कहा कि यह चौंकाने वाली बात है कि इस शैक्षणिक वर्ष में दिल्ली सरकार के स्कूलों में छात्र पंजीकरण की संख्या 30339 से कम हो गई है. जाने-माने शिक्षाविद् आशोक अग्रवाल द्वारा दायर एक आरटीआई के जवाब से पता चला है कि 2023-24 में दिल्ली सरकार के स्कूलों में पढ़ने वाले छात्रों की संख्या 17,58,385 रह गई है जबकि 2022-23 में यह संख्या 17, 89,385 पंजीकरण थी.

सचदेवा ने कहा है कि वास्तव में ग्यारहवीं कक्षा के स्तर पर लगभग 1 लाख छात्रों ने सरकारी स्कूलों को छोड़ दिया है क्योंकि इनमें से अधिकांश स्कूलों में विज्ञान और वाणिज्य नहीं पढ़ाया जाता है, जिससे माता-पिता अपने बच्चों को सरकारी स्कूलों से निकालकर महंगे निजी स्कूलों में डालने के लिए मजबूर होते हैं.

दरसल, दिल्ली के सरकारी विद्यालयों के सत्र 2023-24 में विद्यार्थियों की संख्या 2022-23 के मुकाबले तीस हजार से ज्यादा घट गई है। कोरोना वायरस महामारी के बाद वर्ष 2022 में सरकारी विद्यालयों में विद्यार्थियों की कुल संख्या 17,89,385 थी जबकि वर्ष 2023 में विद्यार्थियों की संख्या घटकर 17,58,986 हो गई, जो कि पिछले सत्र के मुकाबले 30,399 कम है. दिल्ली शिक्षा निदेशालय ने सूचना के अधिकार (आरटीआई) अधिनियम के तहत दायर आवेदन के जवाब में यह जानकारी मुहैया कराई है.

नई दिल्ली: दिल्ली के सरकारी विद्यालयों के सत्र 2023-24 में विद्यार्थियों की संख्या 2022-23 के मुकाबले तीस हजार से ज्यादा घट गई है. इसे लेकर दिल्ली भाजपा अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने AAP पर निशाने साधते हुए CM अरविंद केजरीवाल पर आरोप लगाया है. उन्होंने कहा कि यह चौंकाने वाली बात है कि इस शैक्षणिक वर्ष में दिल्ली सरकार के स्कूलों में छात्र पंजीकरण की संख्या 30339 से कम हो गई है. जाने-माने शिक्षाविद् आशोक अग्रवाल द्वारा दायर एक आरटीआई के जवाब से पता चला है कि 2023-24 में दिल्ली सरकार के स्कूलों में पढ़ने वाले छात्रों की संख्या 17,58,385 रह गई है जबकि 2022-23 में यह संख्या 17, 89,385 पंजीकरण थी.

सचदेवा ने कहा है कि वास्तव में ग्यारहवीं कक्षा के स्तर पर लगभग 1 लाख छात्रों ने सरकारी स्कूलों को छोड़ दिया है क्योंकि इनमें से अधिकांश स्कूलों में विज्ञान और वाणिज्य नहीं पढ़ाया जाता है, जिससे माता-पिता अपने बच्चों को सरकारी स्कूलों से निकालकर महंगे निजी स्कूलों में डालने के लिए मजबूर होते हैं.

दरसल, दिल्ली के सरकारी विद्यालयों के सत्र 2023-24 में विद्यार्थियों की संख्या 2022-23 के मुकाबले तीस हजार से ज्यादा घट गई है। कोरोना वायरस महामारी के बाद वर्ष 2022 में सरकारी विद्यालयों में विद्यार्थियों की कुल संख्या 17,89,385 थी जबकि वर्ष 2023 में विद्यार्थियों की संख्या घटकर 17,58,986 हो गई, जो कि पिछले सत्र के मुकाबले 30,399 कम है. दिल्ली शिक्षा निदेशालय ने सूचना के अधिकार (आरटीआई) अधिनियम के तहत दायर आवेदन के जवाब में यह जानकारी मुहैया कराई है.

यह भी पढ़ें- छोटे बच्चों की मस्ती की पाठशाला का वीडियो वायरल, दिल्ली डिप्टी सीएम ने किया ट्वीट

Delhi School: शिक्षा निदेशालय का आदेश, स्कूलों में पैरेंट्स बच्चों को मोबाइल लेकर न भेजें, वरना जमा कर लिया जाएगा

For All Latest Updates

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.