नई दिल्ली/ग्रेटर नोएडा : नेशनल हाईवे-91 पर स्थित लुहारली टोल प्लाजा को व्यवसायिक वाहनों द्वारा लगभग 1.5 करोड़ रुपये की चपत लगाई गई है. टोल प्लाजा पर ऐसे लगभग एक हजार वाहनों को अब चिह्नित करके कानूनी नोटिस भेजा जा रहा है. यदि 14 दिन में वाहन स्वामियों ने नोटस का जवाब नहीं दिया तो उनके खिलाफ कोर्ट में कानूनी कार्रवाई की जाएगी. टोल प्लाजा से बिना टोल दिए गुजरने वाले व्यवसायिक वाहनों के सीसीटीवी फुटेज के आधार पर ब्यौरा इकट्ठा कर यह कार्रवाई की गई है.
दरअसल, गौतम बुद्ध नगर में एनएच-91 पर दादरी और सिकन्दराबाद के बीच लुहारली टोल प्लाजा स्थित है. यहां से लगभग 25 हजार वाहन प्रतिदिन गुजरते हैं. पिछले मई के महीने से टोल वसूलने का काम गाजियाबाद अलीगढ़ एक्सप्रेस-वे प्राइवेट लिमिटेड कम्पनी को मिला है. कंपनी को ही एनएचएआई ने टोल के रख रखाव, विकास और निर्माण का अधिकार दिया गया है. कंपनी के अनुसार यहां से बड़ी मात्रा में व्यवसायिक वाहन बिना फास्ट टैग एवं ओवरलोडिंग करके गुजरते रहे हैं. इनके द्वारा टोल टैक्स भी जमा नहीं कराया गया है. इतना ही नहीं इनमें से अधिकांश व्यावसायिक वहानों द्वारा ओवर लोडिंग करके भी राजस्व को हानि पहुंचाई है.
सीसीटीवी फुटेज के आधार पर किया वाहनों को चिह्नित
पिछले मई महीने से इन वाहनों द्वारा एनएचएआई को लगभग सात महीनों में 1.5 करोड़ रूपये के राजस्व का भारी नुकसान हुआ है. कंपनी द्वारा ऐसे लगभग एक हजार व्यवसायिक वाहनों को वीडियोग्राफी एंव सीसीटीवी कैमरों की मदद से चिह्नित किया गया है. अभी तक ऐसे लगभग चार सौ व्यावसायिक वाहन स्वामियों को नोटिस जारी किए जा चुके हैं. नोटिस में प्रत्येक वाहन का टोल प्लाजा से बिना टोल जमा किए गुजरने का पूरा ब्यौरा दिया गया है. नोटिस में कंपनी द्वारा वाहन स्वामियों को चेतावनी दी गई है. कम्पनी की ओर से कहा गया है यदि चोरी किया गया टोल टैक्स जमा नहीं किया गया तो ऐसे वाहन स्वामियों पर कानूनी कार्रवाई की जाएगी.
टोल प्लाजा पर दबंगई, अव्यवस्था और अभद्रता करके एनएचएआई को लगाई चपत
गाजियाबाद अलीगढ़ एक्सप्रेस-वे प्राइवेट लिमिटेड के अनुसार टोल प्लाजा पर वाहनों के आने-जाने के लिए अलग-अलग लाइनें बनाई गई हैं. वाहन चालकों एवं यात्रियों की सुविधा के लिए एनएचएआई द्वारा फास्टैग सुविधा शुरू की गई है. इसके बावजूद कई बार वाहन चालक बिना फास्टैग के लाइन में आकर टोल प्लाजा पर अव्यवस्था फैलाते हैं. इससे जाम की समस्या पैदा हो जाती है. कई बार व्यवस्था को बनाए रखने के लिए ऐसे वाहनों को बिना टोल चुकाए गुजरने देना मजबूरी होती है. कई बार टोल वसूलने पर टोल कर्मचारियों के साथ दबंगई और अभद्रता की जाती रही है. अब कंपनी द्वारा ऐसे सभी वाहनों को टोल प्लाजा के रिकार्ड से चिह्नित करके नोटिस जारी किए गए हैं.
व्यवसायिक वाहनों को जबरदस्ती निकालने के लिए टोल प्लाजा पर बनाते हैं दबाव
टोल प्लाजा मैनेजर मुकेश कुमार ने बताया कि एनएचएआई 91 पर लुहारली टोल प्लाजा पर उसके दायरे में आने वाले 42 गांवों के लोगों को यहां से निशुल्क वाहन निकालने की सुविधा. है लेकिन आसपास के क्षेत्र के दबंग द्वारा यहां पर व्यावसायिक गाड़ियों को भी फ्री में निकालकर एनएचएआई को करोड़ों का चूना लगाया. दरअसल आसपास के गांव के कुछ दबंग लोगों ने ट्रांसपोर्टरों से संपर्क किया और उनकी गाड़ी को अपने नाम से जबरदस्ती टोल प्लाजा से निकलवाने लगे. जिसके बाद गाड़ी का रोड टैक्स व ओवरलोडिंग एनएचएआई को नहीं दी जाती थी. इससे एनएचएआई को करोड़ों रुपए का आर्थिक नुकसान हुआ. अब टोल प्लाजा टोल वसूलने वाली कंपनी ने ऐसे दबंगों पर नकेल कसने के लिए पिछले 6 महीने में यहां से गुजरे व्यवसायिक वाहनों के स्वामियों को कानूनी नोटिस भेजा है.
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