नई दिल्ली: दिल्ली यूनिवर्सिटी की इतिहास विभाग की एसोसिएट प्रोफेसर मनीषा ने कहा कि कॉमर्स, फिजिक्स और इकोनॉमिक्स के छात्रों को भी इतिहास में रुचि है. आज इतिहास को व्हाट्सएप यूनिवर्सिटी के जरिए परोसा जा रहा है, जो बेहद खतरनाक है. इतिहास को अगर स्रोतों के जरिए जाना जाए तो बेहतर होगा. उन्होंने बताया कि हर किसी को इतिहास को जानने की रुचि होती है. यदि छात्र इतिहास विषय में अपना भविष्य बनाना चाहते हैं तो दिल्ली विश्वविद्यालय (डीयू) में सीयूइटी के माध्यम से दाखिले की प्रक्रिया चल रही है. ऐसे में छात्र इतिहास विषय के पाठ्यक्रम में दाखिला लेकर करियर बना सकते हैं.
इतिहास विषय में छात्रों की रुचि और संभावनाओं के बारे में यूनिवर्सिटी की एसोसिएट प्रोफेसर मनीषा ने महत्वपूर्ण जानकारी दी. उन्होंने बताया कि हाल ही में दिल्ली में आई बाढ़ के बाद मीडिया संस्थानों ने बाढ़ का इतिहास खंगालना शुरू कर दिया. जिससे पता चला कि इससे पहले कब-कब दिल्ली को बाढ़ का सामना करना पड़ा. इतिहास पाठ्यक्रम उत्तीर्ण करने के बाद करियर की अपार संभावनाएं हैं. अपनी रुचियों, कौशल और शैक्षिक योग्यता के आधार पर इतिहास में एक बेहतरीन करियर बना सकते हैं. इतिहास या संबंधित क्षेत्रों में डिग्री हासिल करने के लिए अनुसंधान करना और विशिष्ट करियर पथ की पहचान करना महत्वपूर्ण है. आप इतिहास विषय में विशेषज्ञता प्राप्त करके रोजगार के विभिन्न अवसर प्राप्त कर सकते हैं.
इतिहास में इन क्षेत्रों में हैं संभावनाएंः आर्काइव्स मैनेजमेंट, रिकॉर्ड मैनेजमेंट, रपोग्राफी, केयर एंड कंजर्वेशन ऑफ बुक्स, मनुष्किप्टस एंड आर्काइव्स, सर्विस एंड रिपेयर ऑफ रिकार्ड्स, हैरिटेज मैनेजमेंट, इतिहासकार, पुरालेखपाल, म्यूजियम क्यूरेटर, शिक्षक/प्रोफेसर, ऐतिहासिक शोधकर्ता, पुरातत्वविद्, ऐतिहासिक संरक्षण विशेषज्ञ, लेखक/पत्रकार और टूर गाइड इत्यादि.
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