नई दिल्ली: लोकसभा चुनाव 2024 में अब एक साल से भी कम का समय बचा है. यह चुनाव अपने आप में खास इसलिए है क्योंकि, एक तरफ प्रधानमंत्री मोदी तीसरी बार भाजपा की ओर से पीएम पद के उम्मीदवार होंगे. वहीं दूसरी तरफ मोदी का विजय रथ रोकने के लिए कांग्रेस, आम आदमी पार्टी सहित अन्य पार्टियों ने गठबंधन कर लिया है. मोदी के खिलाफ जो गठबंधन लड़ेगा उसका का नाम I.N.D.I.A है.
बता दें, 2024 में इंडिया बनाम एनडीए की लड़ाई रोचक होने वाली है. देश में बढ़ती महंगाई और बेरोजगारी इस चुनाव का मुख्य मुद्दा रहने वाली है. ऐसे में आइए जानते हैं व्यापारी वर्ग लोकसभा चुनाव 2024 में एनडीए के साथ रहेगा या फिर इंडिया से दिल जोड़ेगा.
देशहित के साथ व्यापारी वर्ग: भारतीय उद्योग व्यापार मंडल के महामंत्री हेमंत गुप्ता से जब यह पूछा गया कि व्यापारी वर्ग लोकसभा चुनाव में 'एनडीए' के साथ जाएगा या फिर 'इंडिया' के साथ रहेगा? उन्होंने जवाब में कहा कि सीधी सी बात है जो व्यापारी वर्ग की बात सुनेगा, हमारी समस्या को समझेगा, हमारी आवाज को संसद में उठाएगा, हमारा समर्थन उसको जाएगा. व्यापारी कभी यह नहीं करता है कि वह 'ए' के साथ है या 'बी' के साथ है. जो पार्टी देशहित की बात करेगा व्यापारी वर्ग हमेशा उसके साथ रहा है.
पीएम मोदी पर भरोसा: भारतीय उद्योग व्यापार मंडल के जनरल सेक्रेटरी राकेश यादव ने कहा कि देश में जब मोदी सरकार बनी तो इकोनॉमी दसवें नंबर पर थी. आज पांचवें नंबर पर है. 2029 तक हम तीसरी इकोनॉमी बन जाएंगे. व्यापारी वर्ग और आम जनता के सहयोग के बिना यह कर पाना मुश्किल है. हमारा व्यापारी वर्ग भारत सरकार के साथ है. व्यापारी राजपूत होता है चाहे सरकार किसी की भी हो. व्यापारी जब किसी पार्टी को वोट देता है तो उसके दो मकसद होते हैं. एक तो राष्ट्रहित, दूसरा जो व्यापारी के दर्द को समझे.
राकेश यादव ने कहा कि हमें मोदी जी की सोच पर विश्वास है. जो सरकार देशहित में काम करेगा वह 2024 में आएगा. हमारा एक प्रोटोकाल है हम किसी व्यापारी से यह नहीं कह सकते कि इस पार्टी को वोट दो. मोदी सरकार में जो वायदा किया गया वह पूरा हुआ. आज हमारा व्यापारी वर्ग खुश और आश्वस्त है.