नई दिल्ली: देश में कोरोना की स्थिति धीरे-धीरे सामान्य हो रही है लेकिन पोस्ट कोविड-19 के मामलों में इजाफा देखने को मिल रहा है. इसी के मद्देनजर वल्लभ भाई पटेल चेस्ट इंस्टीट्यूट (VPCI) में पोस्ट कोविड-19 के सेंटर को बने हुए एक माह हो गए. इस संबंध में ईटीवी भारत ने VPCI के निदेशक डॉ. राजकुमार से बात की. उन्होंने बताया कि यहां पर पोस्ट कोविड-19 मरीजों का हर प्रकार से उपचार किया जा रहा है. साथ ही कहा कि अब तक पोस्ट कोविड-19 सेंटर में एक माह के अंदर करीब 400 लोग उपचार के लिए आ चुके हैं जिनमें ज्यादातर सांस और खांसी से संबंधित मरीज इलाज के लिए आ रहे हैं.
80-90 फीसदी मरीजों में पोस्ट कोविड लक्षण
VPCI के निदेशक डॉ. राजकुमार ने बताया कि कोरोना के शिकार हुए 80 से 90 फीसदी लोगों में पोस्ट कोविड-19 लक्षण पाए गए हैं. उन्होंने कहा कि इसकी वजह से मौजूदा समय में पोस्ट कोविड-19 सेंटर जरूरी हो गए हैं जिससे कि पोस्ट कोविड-19 का शिकार हुए मरीज सेंटर पर जाकर अपना इलाज करा सकें.
एक महीने में 400 मरीज करा चुके हैं इलाज
एक महीने के अंदर पोस्ट कोविड-19 के अब तक करीब 400 लोगों का उपचार किया जा चुका है. उन्होंने बताया कि VPCI एक रेस्पिरेट्री सेंटर है. इसलिए यहां पर ज्यादातर सांस और खांसी से संबंधित मरीज उपचार के लिए आते हैं. इसके अलावा उन्होंने कहा कि यहां पर मोटापा, नींद नहीं आना, बदन दर्द जैसे शिकायत वाले मरीज का उपचार किया जा रहा है.
ये भी पढ़ें- दिल्ली में लगने लगी Sputnik V वैक्सीन, जानिए कीमत
वहीं डॉ. राजकुमार ने बताया कि पोस्ट कोविड-19 केंद्र में चेस्ट फिजिशियन, योगा इंस्ट्रक्टर, डाइटिशियन और मनोचिकित्सक मौजूद है जिससे कि सभी लोग मिलकर पोस्ट कोविड-19 संबंधित मरीज का उपचार कर सकें. इसके अलावा उन्होंने बताया कि हाल ही में होम बेस्ड पलमोनरी रिहैबिलिटेशन की भी शुरुआत की गई है जिससे कि जो लोग यहां पर नहीं आ सकते हैं वह फ़ोन पर डॉक्टर से परामर्श लेकर स्वास्थ्य लाभ उठा सकें.