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दिल्ली: दो दिन में कोरोना से मौत के 500 मामले, अब केंद्र के हाथ में कमान - दिल्ली कोरोना बुलेटिन

राजधानी दिल्ली में कोरोना के कारण होने वाली मौत का आंकड़ा लगातार बढ़ता जा रहा है. बीते दो दिनों में ही मौत के 500 से ज्यादा मामले रिकॉर्ड किए गए हैं. वहीं बीते दिन ही 24 घंटे में 2,414 नए मामले सामने आए, जो एक दिन में आने वाली सबसे ज्यादा संख्या में से एक है.

more than 500 death cases due to corona recorded in two days
दिल्ली में दो दिन में हुई कोरोना से 500 मौतें
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Published : Jun 18, 2020, 4:58 PM IST

नई दिल्ली: राजधानी दिल्ली कोरोना के सबसे गंभीर दौर से गुजर रही है. हर दिन कोरोना आंकड़ों के नए रिकॉर्ड सामने आ रहे हैं. बीते दिन ही 24 घंटे में 2,414 नए मामले सामने आए, जो किसी भी एक दिन में आई अब तक की सबसे बड़ी संख्या है. दिल्ली में कोरोना के कारण होने वाली मौत का आंकड़ा भी लगातार बढ़ता जा रहा है. बीते दो दिनों में ही कोरोना से मौत के 500 से ज्यादा मामले रिकॉर्ड किए गए हैं.

दिल्ली में दो दिन में हुई कोरोना से 500 मौतें

16 जून को टूटा था रिकॉर्ड

16 जून के हेल्थ बुलेटिन के मुताबिक 24 घंटे में दिल्ली में कोरोना के कारण 93 लोगों की मौत हुई. यह किसी भी एक दिन में मरने वालों की अब तक की सबसे बड़ी संख्या है. इसी दिन 344 ऐसे मामले भी सामने आए, जिसमें मौत पहले हो चुकी थी, लेकिन मौत की लेट रिपोर्टिंग के कारण डेथ ऑडिट कमेटी ने इन्हें 16 जून को अप्रूव किया और फिर दिल्ली सरकार के हेल्थ बुलेटिन में इन्हें जगह मिली.

लगातार बढ़ता मृत्यु दर

कुल मिलाकर 16 जून को ही कोरोना से मौत के 437 मामले रिकॉर्ड हुए. अगले दिन यानी 17 जून को मौत के मामलों में कुछ कमी आई और 24 घंटे में 67 लोगों ने कोरोना के कारण अपनी जान गंवाई. इन आंकड़ों को मिला दें, तो सिर्फ दो दिनों में ही कोरोना से हुई मौत के 504 मामले रिकॉर्ड किए जा चुके हैं. इस बढ़ोतरी ने दिल्ली के मृत्यु दर को भी बढ़ा दिया है और यह देश के आंकड़े से काफी आगे चला गया है.

देश से पिछड़ती दिल्ली

देशभर के आंकड़े की बात करें, तो देश में कोरोना से होने वाली मृत्यु का दर 3.32 फीसदी है, लेकिन दिल्ली में यह बढ़कर 4.04 फीसदी पर पहुंच चुका है. दिल्ली कभी कोरोना को मात देने वाले लोगों के मामले में देश में आगे थी. मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कई बार इसका जिक्र भी किया था, लेकिन इस मामले में भी अब दिल्ली पिछड़ चुकी है. देशभर में कोरोना से ठीक होने वाले लोगों का दर 52.85 है, लेकिन दिल्ली में यह घटकर 37.06 फीसदी पर पहुंच चुका है.


अब केंद्र के हाथ में बागडोर

कोरोना से लड़ाई में अब तक दिल्ली का नेतृत्व कर रहे स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन खुद संक्रमित हो चुके हैं और अब उनकी जिम्मेदारियों का निर्वहन कर रहे हैं उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया. लेकिन दिल्ली में बिगड़ते हालात के बीच अब कोरोना से जंग की कमान केंद्र सरकार संभालती दिख रही है. गृह मंत्री अमित शाह लगातार मीटिंग्स कर रहे हैं. 14 जून से शुरू हुआ मीटिंग्स का यह क्रम अब भी जारी है.


आज भी हुई महत्वपूर्ण बैठक

दिल्ली सरकार अब केंद्रीय गृह मंत्री की मीटिंग्स से निकले फैसलों को लागू कराने में जुटी है, वो चाहे कोरोना वार्ड में सीसीटीवी लगाने का फैसला हो, टेस्टिंग का दायरा बढ़ाने या टेस्टिंग की दर कम करने का फैसला या फिर एंटीजन टेस्टिंग किट के जरिए टेस्ट करने का निर्णय. अब तैयारियों की बागडोर भी जिलों के डीएम के हाथों में दे दी गई है. गृह मंत्री ने खुद आज मुख्यमंत्री के साथ-साथ दिल्ली से जुड़े सभी आलाधिकारियों और एनसीआर के कमिश्नर्स के साथ बैठक की. देखने वाली बात होगी कि अब तक पस्त होती दिख रही दिल्ली कब तक कोरोना पर हावी हो पाती है.

नई दिल्ली: राजधानी दिल्ली कोरोना के सबसे गंभीर दौर से गुजर रही है. हर दिन कोरोना आंकड़ों के नए रिकॉर्ड सामने आ रहे हैं. बीते दिन ही 24 घंटे में 2,414 नए मामले सामने आए, जो किसी भी एक दिन में आई अब तक की सबसे बड़ी संख्या है. दिल्ली में कोरोना के कारण होने वाली मौत का आंकड़ा भी लगातार बढ़ता जा रहा है. बीते दो दिनों में ही कोरोना से मौत के 500 से ज्यादा मामले रिकॉर्ड किए गए हैं.

दिल्ली में दो दिन में हुई कोरोना से 500 मौतें

16 जून को टूटा था रिकॉर्ड

16 जून के हेल्थ बुलेटिन के मुताबिक 24 घंटे में दिल्ली में कोरोना के कारण 93 लोगों की मौत हुई. यह किसी भी एक दिन में मरने वालों की अब तक की सबसे बड़ी संख्या है. इसी दिन 344 ऐसे मामले भी सामने आए, जिसमें मौत पहले हो चुकी थी, लेकिन मौत की लेट रिपोर्टिंग के कारण डेथ ऑडिट कमेटी ने इन्हें 16 जून को अप्रूव किया और फिर दिल्ली सरकार के हेल्थ बुलेटिन में इन्हें जगह मिली.

लगातार बढ़ता मृत्यु दर

कुल मिलाकर 16 जून को ही कोरोना से मौत के 437 मामले रिकॉर्ड हुए. अगले दिन यानी 17 जून को मौत के मामलों में कुछ कमी आई और 24 घंटे में 67 लोगों ने कोरोना के कारण अपनी जान गंवाई. इन आंकड़ों को मिला दें, तो सिर्फ दो दिनों में ही कोरोना से हुई मौत के 504 मामले रिकॉर्ड किए जा चुके हैं. इस बढ़ोतरी ने दिल्ली के मृत्यु दर को भी बढ़ा दिया है और यह देश के आंकड़े से काफी आगे चला गया है.

देश से पिछड़ती दिल्ली

देशभर के आंकड़े की बात करें, तो देश में कोरोना से होने वाली मृत्यु का दर 3.32 फीसदी है, लेकिन दिल्ली में यह बढ़कर 4.04 फीसदी पर पहुंच चुका है. दिल्ली कभी कोरोना को मात देने वाले लोगों के मामले में देश में आगे थी. मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कई बार इसका जिक्र भी किया था, लेकिन इस मामले में भी अब दिल्ली पिछड़ चुकी है. देशभर में कोरोना से ठीक होने वाले लोगों का दर 52.85 है, लेकिन दिल्ली में यह घटकर 37.06 फीसदी पर पहुंच चुका है.


अब केंद्र के हाथ में बागडोर

कोरोना से लड़ाई में अब तक दिल्ली का नेतृत्व कर रहे स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन खुद संक्रमित हो चुके हैं और अब उनकी जिम्मेदारियों का निर्वहन कर रहे हैं उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया. लेकिन दिल्ली में बिगड़ते हालात के बीच अब कोरोना से जंग की कमान केंद्र सरकार संभालती दिख रही है. गृह मंत्री अमित शाह लगातार मीटिंग्स कर रहे हैं. 14 जून से शुरू हुआ मीटिंग्स का यह क्रम अब भी जारी है.


आज भी हुई महत्वपूर्ण बैठक

दिल्ली सरकार अब केंद्रीय गृह मंत्री की मीटिंग्स से निकले फैसलों को लागू कराने में जुटी है, वो चाहे कोरोना वार्ड में सीसीटीवी लगाने का फैसला हो, टेस्टिंग का दायरा बढ़ाने या टेस्टिंग की दर कम करने का फैसला या फिर एंटीजन टेस्टिंग किट के जरिए टेस्ट करने का निर्णय. अब तैयारियों की बागडोर भी जिलों के डीएम के हाथों में दे दी गई है. गृह मंत्री ने खुद आज मुख्यमंत्री के साथ-साथ दिल्ली से जुड़े सभी आलाधिकारियों और एनसीआर के कमिश्नर्स के साथ बैठक की. देखने वाली बात होगी कि अब तक पस्त होती दिख रही दिल्ली कब तक कोरोना पर हावी हो पाती है.

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