नई दिल्ली: मानसून इस बार करीब दो हफ्तों की देरी से विदा होगा, लेकिन इसके बावजूद अब राजधानी में बारिश की संभावना नहीं है. मानसून के देरी से जाने के बावजूद यह सितंबर सबसे कम बारिश वाले सालों में शुमार हो सकता है. मौसम विभाग का कहना है कि इस बार मानसून अक्टूबर के पहले हफ्ते तक दिल्ली में रह सकता है. हालांकि, इसके बावजूद अभी के समय में यह अच्छी बारिश की संभावनाएं नजर नहीं आ रही है.
मानसून की वापसी
आमतौर पर सितंबर के तीसरे हफ्ते तक राजधानी दिल्ली से मानसून की वापसी हो जाती है. इस बार अपने तय समय से 2 दिन पहले आकर मानसून ने यह उम्मीद दिखाई थी कि शायद बारिश अच्छी हो. लेकिन इस बार का सितंबर भी कम बारिश वाले सालों में शुमार हो सकता है. 9 सितंबर तक राजधानी में मानसूनी बारिश दर्ज की गई थी, लेकिन उसके बाद यहां मौसम साफ है.
क्या है मानसून वापसी का संकेत
अधिकारियों की मानें तो हवाओं की दिशा में परिवर्तन मानसून की वापसी का संकेत है. वही जब किसी बड़े इलाके में लगातार बारिश नहीं होती और उमस की वापसी हो जाती है तब इसे मॉनसून की वापसी मान लिया जाता है. मौजूदा सिस्टम को देखते हुए अक्टूबर के पहले हफ्ते तक राजधानी दिल्ली में मानसून के बने रहने की संभावनाएं जताई जा रही हैं.
कब होगी बारिश
बारिश की बात करें तो यहां 18 सितंबर से बारिश का दौर शुरू होने की उम्मीद है. इस दौरान भी बारिश की इंटेंसिटी हल्की ही रहेगी. विभागीय अधिकारियों को उम्मीद है कि दिल्लीवासियों को मौजूदा समय में अक्टूबर के बाद से ही गर्मी और उमस से राहत मिल पाएगी.