नई दिल्लीः कोरोना के बढ़ते प्रकोप के बीच राज्य सरकारों ने अपने-अपने प्रवासी मजदूरों को गृहराज्य लाने की कवायद शुरू कर दी है. इसके बावजूद दिल्ली में प्रवासी मजदूर काफी संख्या में फंसे हुए हैं. कई ऐसे मजदूर हैं जिन्हें न तो केंद्र की योजनाओं का लाभ मिल रहा है और ना ही राज्य सरकारों की स्कीम उन तक पहुंच पा रही है.
इन प्रवासी मजदूरों को मिथिला स्टूडेंट युनियन पिछले 46 दिनों से दिल्ली के उत्तम नगर स्थित नवादा एक्सटेंशन में खाना खिला रही है. यहां यूनियन की तरफ से 400 से 500 मजदूरों को रोज भोजन उपलब्ध कराया जाता है. किचन चला रहे मिथिला स्टूडेंट यूनियन के काम का बिहार के प्रवासी मजदूर काफी सराहना कर रहे हैं.
यूनियन की तरफ से मिल रहे खाना औव व्यवस्था को लेकर प्रवासी मजदूरों का कहना है कि उनकी मदद के लिए कोई सरकारी मदद अभी तक नहीं आई है. प्रवासी मजदूरों की मदद कर मिथिला स्टूडेंट यूनियन ना सिर्फ नेकी का काम कर रहा है, बल्कि मजबूर, बेबस और जरूरतमंदों के लिए कोरोना महामारी के इस संकट में किसी भगवान से कम नहीं है.