नई दिल्लीः दिल्ली के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में पानी का स्तर कम होने के बाद दिल्ली नगर निगम सामान्य स्थिति बहाल करने में जुटा है. दिल्ली नगर निगम के बाढ़ से प्रभावित मध्य क्षेत्र, सिविल लाइंस क्षेत्र और शहरी सदर पहाड़गंज क्षेत्र में सड़कों से पानी और गाद हटाने का कार्य तीव्र गति से किया जा रहा है. जेटिंग मशीनों के सहारे सड़कों की धुलाई की जा रही है. निगम द्वारा मानव संसाधन और आधुनिक मशीनों के सहारे साफ-सफाई का कार्य किया जा रहा है. बाढ़ राहत शिविरों में जलजनित एवं मच्छरजनित बीमारियों की रोकथाम के लिए फॉगिंग एवं कीटनाशक दवाओं का छिड़काव किया जा रहा है. निगम के अधिकारी और कर्मचारी दिन-रात बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में राहत कार्यों में लगे हुए हैं.
एमसीडी की टीम मिशन मोड में जुटीः निगम के शहरी सदर पहाड़गंज क्षेत्र में दिल्ली नगर निगम की टीम मिशन मोड में कार्य कर रही है. टीम ने प्रियदर्शिनी कॉलोनी, निगमबोध घाट, बेला रोड, हनुमान मंदिर से चंदगीराम अखाड़े तक रिंग रोड के भाग, यमुना बाजार एवं लाल किले के पिछले भाग का निरीक्षण किया. क्षेत्रीय टीम में निगम के विभिन्न विभागों के कर्मचारी समन्वय बनाकर कार्य कर रहे हैं. दिल्ली नगर निगम द्वारा शहरी सदर पहाड़गंज क्षेत्र में 4 पोर्टेबल पंप, 8 स्प्रिंकलर मशीन, 2 एम आर एस मशीन, 8 वाटर टैंकर, 2 जेसीबी, 1 वेक्ट्रा मशीन और 14 ऑटो टिप्पर लगाए गए हैं. साथ ही 345 स्वच्छता कर्मचारी भी तैनात किए गए हैं. सुपर सकर मशीन से सीवर की भी सफाई की जा रही है ताकि समुचित जल निकासी हो सके. निगम के कर्मचारी पूरे समर्पण और सेवाभाव से स्थिति को बेहतर करने की दिशा में कार्यरत है.
एमसीडी के मध्य क्षेत्र में सड़कों की नियमित रूप से सफाई की जा रही है. निगम की टीम ने बेला गांव, मिलेनियम डिपो रिंग रोड, हाफिज नगर भैरों मार्ग, मदीना मस्जिद डी ब्लॉक जैतपुर इत्यादि स्थानों पर सघन सफाई अभियान चलाया. निगम की टीम ने ड्रेन संख्या 12ए ,12ए+2,z ब्लॉक नाला ओखला फेज 2 से तैरती सामग्री भी निकाली. एमसीडी ने जलभराव से निपटने के लिए 16 पंप लगाए गए. इसके साथ ही 2 जेसीबी मशीन, 15 सेक्शन एवं जेटिंग मशीन, 1 सुपर सकर मशीन लगाई गई है. निगम ने आज 9.5 घन मीटर मलबा हटाया एवं 108.2 वर्ग मीटर सड़कों की मरम्मत की.
कई इलाकों में नालियों से गाद निकालने का कामः एमसीडी तैमूर नगर नाले से कचरे को निकलने का कार्य तेजी से कर रहा है. इसी कड़ी में नाले से कचरा निकलने के लिए निगम द्वारा दो ट्रक एवं एक लोडर लगाए गए हैं तथा नाले से 10 मीट्रिक टन कचरा निकाला गया. एमसीडी दिल्ली गेट नाले से गाद निकालने का कार्य भी कर रहा है. एमसीडी के सिविल लाइंस क्षेत्र में जलभराव वाले स्थानों पर सुपर सकर मशीन लगाई गई है. एक मशीन वजीराबाद गली नंबर 14 ए एवं एक मशीन संजय गांधी ट्रांसपोर्ट नगर में लगाई गई है. क्षेत्र में जलभराव वाले स्थलों पर पंपों की सहायता से पानी निकला जा रहा है. एक पंप जहांगीरपुरी प्रयास रोड पर तथा दो पंप वजीराबाद गली नंबर 9/46 एवं 9/50 में लगाए गए है. इसके साथ ही आजादपुर,सेंट स्टीफन कॉलेज रोड, मल्कागंज, यूनिवर्सिटी एरिया, हकीकत नगर एवं मुखर्जी नगर इत्यादि स्थलों पर सड़कों की सफाई की जा रही है. जहांगीरपुरी प्रयास रोड पर स्थित पीडब्ल्यूडी पंप सेट के निकट स्थित नाले से फ्लोटिंग सामग्री साफ की गई.
दिल्ली में आई बाढ़ के कारण 4 श्मशान घाट प्रभावित हुए थे. निगमबोध घाट एवं सराय काले खां श्मशान घाट निगम द्वारा संचालित हैं एवं गीता कॉलोनी एवं वजीराबाद बाढ़ श्मशान घाट का संचालन निजी संस्था करती है. 18 जुलाई 2023 को सरायकाले खां एवं गीता कॉलोनी श्मशान घाट को चालू कर दिया गया है एवं निगमबोध घाट एवं वजीराबाद घाट को भी जल्द से जल्द चालू करने की दिशा में प्रयास किए जा रहे हैं.
बीमारियों की रोकथाम के लिए युद्धस्तर पर कामः निगम के जनस्वास्थ्य विभाग द्वारा बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों और राहत शिविरों में जलजनित एवं मच्छरजनित बीमारियों की रोकथाम के लिए युद्धस्तर पर प्रयास किए जा रहे हैं. निगम द्वारा इन क्षेत्रों में नियमित रूप से मच्छररोधी दवा का छिड़काव व फॉगिंग की जा रही है. बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में निगम द्वारा 58 डीबीसी कर्मचारी एवं 59 फील्ड वर्कर तैनात किए गए हैं, जो प्रभावित क्षेत्रों में मच्छरों के प्रजनन की जांच कर रहे हैं. निगम द्वारा राहत शिविरों में आज नागरिकों को 900 ओ आर एस के पैकेट, क्लोरीन की 470 बॉटल वितरित की गई.
बाढ़ राहत शिविरों में दिल्ली नगर निगम का अस्पताल प्रबंधन विभाग 10 मोबाइल डिस्पेंसरी संचालित कर रहा है. मोबाइल डिस्पेंसरी द्वारा 407 ओपीडी आयोजित की गई, 30 स्वास्थ्य परामर्श दिए गए और बुनियादी दवाएं भी वितरित की जा रही है. विभाग द्वार 140 ओ आर एस के पैकेट वितरित किए गए. निगम के पशु चिकित्सा विभाग द्वारा मृत जानवरों को उठाने का कार्य किया जा रहा है. निगम के पशु चिकित्सा विभाग द्वारा आज बाढ़ग्रस्त इलाकों से 315 मृत पशुओं को उठाया गया और नियमानुसार निस्तारित किया गया.