नई दिल्ली: दिल्ली नगर निगम में नेता विपक्ष राजा इकबाल सिंह ने कहा कि आम आदमी पार्टी की अनुभवहीनता के कारण दिल्ली नगर निगम की साधारण सभा की बैठक को स्थगित किया गया है. उन्होंने कहा कि आम आदमी पार्टी को अभी भी दिल्ली नगर निगम अधिनियम व निगम की कार्यप्रणाली का पूरा अनुभव नहीं हुआ है.
जिसकी वजह से आए दिन बहुत प्रकार की खामियां देखने को मिलती हैं. इसका ताजा उदाहरण नियमानुसार कार्रवाई ना होने पर निगम की बैठक को स्थगित किया जाना है. उन्होंने बताया कि नियमानुसार बैठक के 72 घंटे पूर्व एजेंडे की प्रतियां सभी निगम पार्षद तक पहुँच जानी चाहिए. मगर आम आदमी पार्टी ने अपनी भ्रष्टाचारी नीतियों को लागू करवाने के लिए इस नियम का उल्लंघन किया ताकि सभी पार्षद एजेंडे के प्रस्तावों को न पढ़ सकें.
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राजा इकबाल सिंह ने बताया कि आम आदमी पार्टी अपनी भ्रष्टाचारी नीतियों के अंतर्गत निगम की स्वास्थ्य इकाइयों को निजी हाथों में सौंपने की तैयारी कर रही थी. जिसके लिए वे इस सदन की बैठक में प्रस्ताव लेकर आ रहे थे जिसका विरोध भारतीय जनता पार्टी ने किया और आम आदमी पार्टी को सदन की बैठक स्थगित करनी पड़ी.
उन्होंने बताया कि स्वास्थ्य इकाइयों के निजीकरण से भ्रष्टाचार फैलेगा व नागरिकों को मिलने वाली मुफ़्त स्वास्थ्य सुविधाओं के लिए शुल्क अदा करना पड़ेगा. उन्होंने बताया कि दिल्ली नगर निगम की मेयर केवल आम आदमी पार्टी की कठपुतली की तरह कार्य कर रही हैं. आम आदमी पार्टी के शीर्ष पदाधिकारी और निगम प्रभारी जो कहते हैं मेयर उसी प्रकार कार्य करती हैं. आम आदमी पार्टी की अनुभवहीनता का खामियाजा निगम पार्षद व दिल्ली के नागरिक भुगत रहे हैं.
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