नई दिल्लीः दिल्ली में लागू लॉकडाउन के दौरान सुरक्षा व्यवस्था बनाए रखने की जिम्मेदारी दिल्ली पुलिस की है और दिल्ली पुलिस इसे बखूबी अंजाम दे रही है. लेकिन इस दौरान कई बड़े मामलों की जांच पर भी फर्क पड़ा है और कई बड़े मामलों की जांच थम सी गई है.
अनाज मंडी अग्निकांड की जांच पर असर
आपको बता दें कि पिछले साल अनाज मंडी में हुए भीषण अग्निकांड में 43 लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ी थी. मामले की गंभीरता को देखते हुए इस पूरे मामले की जांच क्राइम ब्रांच को सौंपी गई थी. लेकिन इस मामले के 3 महीने से ज्यादा समय बीत जाने के बावजूद अभी तक कोई प्रगति देखने को नहीं मिल रही.
घटना के शुरुआती दिनों में एसएफएल और क्राइम ब्रांच की टीम द्वारा मौके से साक्ष्य जुटाए गए थे. लेकिन अभी तक इस पूरे मामले में चार्जशीट दाखिल नहीं की गई है. क्राइम ब्रांच से जुड़े सूत्रों ने बताया कि लॉकडाउन लग जाने के कारण जांच पर असर पड़ा है, क्योंकि अभी के समय लॉकडाउन का पालन करवाना पुलिस की पहली प्राथमिकता है.
जेएनयू मामले में बयान नहीं हो पा रहे दर्ज
इस साल के शुरुआत में जेएनयू में हुई हिंसा की जांच भी क्राइम ब्रांच की टीम कर रही है और छात्रों के बयान दर्ज किए जा रहे हैं. लेकिन अधिकारी बता रहे हैं कि लॉकडाउन लग जाने के कारण इस पूरे मामले की जांच पर भी फर्क पड़ा है. लॉकडाउन के कारण छात्र बयान दर्ज नहीं करा पा रहे, जिससे इस पूरे मामले की जांच रुकी हुई है.
लॉकडाउन के बाद आएगी तेजी : क्राइम ब्रांच
क्राइम ब्रांच से जुड़े सूत्रों ने बताया कि अभी पुलिस की पहली प्राथमिकता लॉकडाउन का पालन करवाना है. इसलिए इन सभी बड़े मामलों की जांच की रफ्तार थोड़ी धीमी है. इसके अलावा अभी क्राइम ब्रांच का फोकस उत्तर पूर्वी दिल्ली हिंसा और जामिया मामले पर केंद्रित है. लेकिन लॉकडाउन खत्म होते ही इन सभी मामलों की जांच में भी तेजी आएगी.