नई दिल्ली: बीबीसी के खिलाफ आयकर विभाग के कार्रवाई से राजनीतिक बहस छिड़ गई है. तमाम विपक्षी पार्टियां जहां इसे चौथे स्तंभ पर प्रहार करार दे रही हैं, वहीं बीजेपी ने बीबीसी को दुनिया का 'सबसे भ्रष्ट' कॉर्पोरेशन करार दिया है. गुरुवार को भी IT अधिकारियों के द्वारा बीबीसी के दिल्ली और मुंबई कार्यालयों में 'सर्वे' अभियान चलाया जा रहा है. इस कार्रवाई को लेकर आम आदमी पार्टी के नेता संजय सिंह ने मोदी सरकार पर तंज कसते हुए कहा ईडी, सीबीआई और आयकर विभाग जैसी तमाम बड़ी जांच एजेंसियां केंद्र सरकार के इशारे पर काम कर रही हैं. वहीं भाजपा नेता मनोज तिवारी ने तमाम राजनीतिक दलों के नेताओं को आड़े हाथों लिया और कहा BBC के खिलाफ खासकर हर पॉलिटिकल पार्टी को एक साथ मिल कर खड़ा होना चाहिए, लेकिन क्या करें विश्वासघात का इलाज तो भगवान के पास भी नहीं है. ना जाने देश से विश्वासघात करने वाले क्यों अपनी आत्मा बेच कर देश के खिलाफ प्रचार को बढ़ावा देते हैं.
केजरावाल बोले BJP देश को गुलाम बनाना चाहती: बुधवार को आम आदमी पार्टी के मुखिया अरविंद केजरीवाल ने भी केंद्र की मोदी सरकार पर जोरदार हमला किया था. उन्होंने कहा था कि मीडिया की आवाज दबाना गलत है, लोकतंत्र का चौथा स्तम्भ है मीडिया, इनकी स्वतंत्रता पर हमला जनता की आवाज दबाने के बराबर है. उन्होंने कहा भाजपा के खिलाफ जो भी बोलता है, उसके पीछे ये लोग IT, CBI और ED को छोड़ देते हैं. ऐसे में अब केंद्र सरकार लोकतंत्र के चौथे स्तंभ पर हमला कर रही है, जो गलत है. क्या भाजपा देश की लोकतांत्रिक व्यवस्था को कुचलकर देश को अपना गुलाम बनाना चाहती है?
BBC विश्व का सबसे भ्रष्ट कॉर्पोरेशन : भारतीय जनता पार्टी ने कांग्रेस सहित तमाम विपक्षी दलों को भी आड़े हाथों लिया और उन्हें याद दिलाया कि देश की पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने भी बीबीसी पर तीन साल का प्रतिबंध लगाया था. क्या यह उस समय लोकतंत्र के चौथे स्तंभ पर हमला नहीं था.
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बीबीसी डॉक्यूमेंट्री कब रिलीज हुई: बता दें कि बीबीसी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की गुजरात-दिल्ली दंगों में भूमिका पर सवाल उठाने वाली बीबीसी द्वारा बनाई गई डॉक्यूमेंट्री 'इंडिया: द मोदी क्वेश्चन' को जारी किया. बीबीसी द्वारा बनाई गई इस डॉक्यूमेंट्री को दो हिस्सों में जारी किया गया, जिसका पहला भाग 17 जनवरी और दूसरा भाग 24 जनवरी को यूट्यूब पर रिलीज किया गया था. हालांकि देशभर में इस डॉक्यूमेंट्री का पहला भाग आते ही बवाल मचना शुरू हो गया था. इस दौरान विपक्ष के नेताओं और कुछ संगठनों के द्वारा प्रधानमंत्री पर तंज कसना शुरू कर दिया था. हालांकि बीबीसी द्वारा बनाई गई डॉक्यूमेंट्री को भाजपा ने बैन करवा दिया, ताकि भारत में कोई डॉक्यूमेंट्री को देख ना पाए.
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