नई दिल्ली: भीषण गर्मी के कारण दिल्ली में लोगों का जीना बेहाल हो गया है. बता दें कि पिछले एक पखवाड़े से पानी की किल्लत से लोगों को काफी दिक्कतें आ रही हैं. मुद्दे पर प्रदेश भाजपा अध्यक्ष मनोज तिवारी ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की जमकर खिंचाई की है.
'समर एक्शन प्लान का कोई अता-पता नहीं'
उन्होंने कहा कि केजरीवाल लंबे चौड़े वादे करते हैं लेकिन वादा झूठ का पुलिंदा होता है. मनोज तिवारी ने कहा कि इसी का नतीजा है कि आज देश में किसी के 56 इंच के सीने की चर्चा होती है, तो एक मुख्यमंत्री ऐसा भी है जिसकी 56 इंच जीभ की चर्चा हो रही है.
मनोज तिवारी ने कहा कि गर्मी के दौरान पानी की आपूर्ति को लेकर प्रत्येक वर्ष दिल्ली सरकार समर एक्शन प्लान लाती थी. यह समर एक्शन प्लान फरवरी माह में ही आ जाता था. इस वर्ष इस प्लान का कोई अता-पता नहीं है.
उन्होंने कहा कि दिल्ली के सभी इलाकों में पानी की जबरदस्त किल्लत है. जहां पानी आ भी रहा है वहां दूषित पानी आ रहा है. ऐसी स्थिति में मुख्यमंत्री जहां भी जा रहे हैं, लोग पानी की समस्या को लेकर उनसे सवाल पूछते हैं. केजरीवाल वहां से जान बचाकर भागते हुए किसी कॉलोनी में 3 दिन की मोहलत तो कहीं15 दिन की मोहलत देकर वह खिसक जाते हैं.
'भाजपा ने जल संकट दूर करने का प्लान तैयार किया'
उन्होंने कहा कि देश की राजधानी होने के बावजूद यहां सर्दियों में बेघरों पर मौसम की मार पड़ती है. गर्मियों में भी झुलसने और प्यास बुझाने के लिए कोई उपाय लोगों को नहीं मिलता है. मनोज तिवारी ने कहा कि पानी की जबरदस्त समस्या को देखते हुए भाजपा ने अभी से दिल्ली में जल संकट दूर करने का प्लान तैयार किया है.
दिल्ली विधानसभा चुनाव होने के बाद अगर भाजपा की सरकार बनेगी तो आज जहां-जहां भी पानी की समस्या है और लोग त्राहि-त्राहि कर रहे हैं, वहां 3 से 4 साल में सभी के घरों में नल से साफ जल पानी भाजपा मुहैया कराएगी. पानी ऐसा होगा कि उसे सीधे लोग पी सकें.
40 फीसद पानी हो जाता है बर्बाद
मनोज तिवारी ने इस बाबत दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को पत्र भी लिखा है. इसमें कहा है कि एक सप्ताह पहले उन्होंने दिल्ली में सार्वजनिक परिवहन की समस्या को लेकर भी सरकार से श्वेत पत्र लाने की मांग की थी. वहां से कोई जवाब नहीं आया. पानी बिजली की जो समस्या बनी हुई है, उसका जवाब नहीं बल्कि समाधान लेकर वह जनता को बताएं.
बता दें कि दिल्ली में पानी की कुल खपत 1100 एमजीडी प्रतिदिन है. इन दिनों 800 एमजीडी पानी उपलब्ध हो पा रहा है और उपलब्ध पानी में से भी पानी की लाइनों में लीकेज की वजह से 40 फीसद पानी बर्बाद हो जाता है.