नई दिल्ली: पिछले दिनों दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमिटी (DSGMC) के अध्यक्ष की ओर से धार्मिक संगठनों के सोने के इस्तेमाल की सहमति देने वाले बयान पर विवाद बढ़ गया है. सिरसा से सवाल पूछा जा रहा है कि वो किस हक से ये बात कह रहे हैं. दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के पूर्व अध्यक्ष मनजीत सिंह जीके ने अकाल तख्त से सिरसा को सजा देने की मांग की है.
सोमवार को ईटीवी भारत से खास बातचीत में जागो पार्टी के अध्यक्ष मनजीत सिंह जीके ने कहा कि सिरसा को विवादों में रहने की आदत है. सिरसा के बयान के बाद सिखों में काफी रोष है. जो लोग अपनी मेहनत की कमाई धार्मिक ट्रस्टों में दान देते हैं. वो ये सवाल पूछ रहे हैं कि आखिर किस हक से सिरसा ने ये बात कही है.
'मुंह छुपाए फिर रहे सिरसा'
जीके ने कहा कि कांग्रेस नेता के इस बयान के बाद सिरसा ने इसका समर्थन किया था. जब भारतीय जनता पार्टी ने भी इससे पल्ला झाड़ लिया, तब सिरसा मुंह छुपाए फिर रहे हैं. उन्होंने कहा कि वो पहले ऐसे बयान देते हैं और बाद में ये ढोंग करते हैं कि उनका ट्विटर अकाउंट हैक हो गया है या उनका मतलब कुछ और था. अब उन्हें अकाल तख्त ही सजा देगा.
जताई थी सहमति
बता दें कि इससे पहले महाराष्ट्र में कांग्रेस नेता पृथ्वीराज चौहान के बयान के बाद मनजिंदर सिंह सिरसा ने धार्मिक ट्रस्टों के सोने का इस्तेमाल मानवता के लिए किए जाने पर अपनी सहमति जताई थी. उन्होंने कहा था कि ऐसे समय में इस सोने का इस्तेमाल किया जा सकता है. हालांकि अब इस पर विवाद बढ़ रहा है