नई दिल्ली: राजधानी दिल्ली में बाराखंबा स्थित रंजीत सिंह फ्लाईओवर पर रात के समय चलती कार में अचानक एक गोली चली. इस गोली से कार सवार एक युवक की मौत हो गई. वारदत के समय कार में दो अन्य युवक सवार थे. पुलिस ने मामले में तीन लोगों को अरेस्ट किया है.
डीसीपी मधुर वर्मा के अनुसार इस बाबत हत्या का मामला दर्ज कर मृतक के दो दोस्तों और उनके एक अन्य साथी को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. वारदात में इस्तेमाल हथियार और कार भी पुलिस ने जब्त कर ली है.
पुलिस के अनुसार जाफराबाद का रहने वाला 19 साल का सलमान अपने पिता के साथ जैकेट का कारोबार करता था. रात के समय सलमान अपने एक रिश्तेदार की क्रेटा गाड़ी लेकर अपने दो दोस्तों सोहेल और आमिर के साथ इंडिया गेट जाने के लिए निकला था.
देर रात वो सलमान को जख्मी हालत में लोकनायक जयप्रकाश अस्पताल लेकर पहुंचे, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया. डॉक्टरों ने देखा कि सलमान के गले में गोली लगी है. उन्होंने मामले की जानकारी पुलिस को दी.
'दोस्तों ने बताया हादसा'
छानबीन के दौरान पुलिस को पता चला कि सलमान अपने दो अन्य दोस्तों के साथ इंडिया गेट जाने के लिए निकला था. सलमान गाड़ी चला रहा था. सोहेल उसके साथ वाली सीट पर जबकि आमिर पीछे बैठा हुआ था.
सोहेल ने पुलिस को बताया कि उसने सलमान को अपनी पिस्टल दिखाई तो सलमान उससे छेड़छाड़ करने लगा. तभी अचानक गोली चल गई. डीसीपी मधुर वर्मा के अनुसार आमिर और शरीफ को सबूत नष्ट करने में मदद करने के आरोप में और सोहेल को हत्या के आरोप में गिरफ्तार किया गया है.
'वीडियो बनाते वक्त चली गोली'
पुलिस के अनुसार आमिर ने उन्हें बताया है कि रंजीत सिंह फ्लाईओवर के रास्ते वह इंडिया गेट की तरफ जा रहे थे. रास्ते में सोहेल ने अपने पास मौजूद पिस्तौल दिखाई जिस पर सलमान ने उसका वीडियो बनाने के लिए कहा.
सोहेल ने पिस्टल गाड़ी चला रहे सलमान की तरफ तानी और पीछे बैठा आमिर मोबाइल से वीडियो बनाने लगा. उसी दौरान एक ब्रेकर पर गाड़ी उछली और अचानक गोली चल गई.
इस गोली से सलमान की मौत हो गई. हादसा होने से पहले ही सोहेल ने गाड़ी संभाल ली और इसके बाद उसने अपने भाई को कॉल करके पूरी बात बताई.
'परिजनों ने उठाये सवाल'
इस मामले में सलमान के परिवार ने गंभीर सवाल उठाए हैं. उनका कहना है कि सलमान की हत्या की गई है. पहली बात अगर गाड़ी चलाते समय सलमान को गोली लगी तो गाड़ी का एक्सीडेंट क्यों नहीं हुआ.
दूसरी बात सलमान को मारने के बाद इन्होंने तुरंत पुलिस को सूचना नहीं दी. लगभग एक घंटे बाद वह उसे अस्पताल लेकर गए. इस दौरान उन्होंने अपने खून के धब्बे वाले कपड़े भी छिपाए.