नई दिल्ली/नोएडा: फर्जी तरीके से कंपनियों का रजिस्ट्रेशन कराकर 15 हजार करोड़ रुपए से अधिक के फर्जीवाड़े के मामले में नोएडा पुलिस ने गिरोह के एक और सदस्य को गिरफ्तार किया है. आरोपी की पहचान नंदू उर्फ नंदलाल के रूप में हुई है. पुलिस ने उसके पास से एक टैब और मोबाइल सहित अन्य सामान बरामद किया है. गिरफ्तार आरोपी 15 हजार करोड़ से ज्यादा के जीएसटी घोटाले का प्रमुख आरोपी है. आरोपी को न्यायालय में पेश किया गया.
बीते माह एक जून को नोएडा पुलिस ने इस गिरोह का खुलासा करते हुए सरगना दीपक मुर्जानी, उसकी पत्नी विनीता, आकाश सैनी, विशाल, मोहम्मद यासीन, राजीव, अतुल सेंगर और अश्वनी को गिरफ्तार किया था. गिरोह के सदस्य देश के विभिन्न जगहों पर रहने वाले लाखों लोगों के पैन कार्ड और आधार कार्ड का डाटा हासिल करके उसके आधार पर फर्जी कंपनी खोलते थे. इसके बाद जीएसटी नंबर लेकर फर्जी बिल बनाकर जीएसटी रिफंड प्राप्त कर सरकार को करोड़ों का नुकसान पहुंचाते थे. जांच में पता चला है कि जालसाज फर्जी कंपनियों को जीएसटी नंबर के साथ ऑन डिमांड बेच देते थे. इन कंपनियों के नाम पर पैसे जमा कर काले धन को सफेद किया जा रहा था.
इसे भी पढ़ें: Fake GST Case: 15 हजार करोड़ की ठगी के मामले में तीन अन्य आरोपी गिरफ्तार
एडिशनल डीसीपी शक्ति मोहन अवस्थी ने बताया कि गिरोह में शामिल अन्य आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस की पांच टीमें तीन राज्यों में दबिश दे रही हैं. गिरफ्त में आए आरोपी द्वारा फर्जी तरीके से सिम को सक्रिय किया जाता था. इसी सिम का इस्तेमाल फर्जीवाड़े में किया जाता था. आरोपियों ने लोगों के पैन कार्ड और आधार कार्ड का इस्तेमाल करते हुए करीब चार हजार कंपनी कागजों पर खोली और जीएसटी रिटर्न हासिल कर सरकार के राजस्व को नुकसान पहुंचाया.
इसे भी पढ़ें: Fake GST Case: आरोपियों ने जर्मनी में बैठे आइटी इंजीनियर के पैन कार्ड का इस्तेमाल कर बनाई थी कंपनी, ऐसे चला पता