ETV Bharat / state

BJP सांसद ने AAP के मेनिफेस्टो का किया 'ऑपरेशन', पेश की रिपोर्ट

नई दिल्ली से बीजेपी के राज्यसभा सासंद डॉ विनय सहस्रबुद्धे ने आम आदमी पार्टी का रिपोर्ट कार्ड पेश किया है. उन्होंने अपनी टीम के जरिए आम आदमी पार्टी के मेनिफेस्टो का रिव्यू कराया और उसकी एक रिपोर्ट सार्वजनिक की.

author img

By

Published : May 2, 2019, 10:36 AM IST

Updated : May 2, 2019, 12:27 PM IST

राज्यसभा सासंद डॉ विनय सहस्रबुद्धे ने आम आदमी पार्टी का रिपोर्ट कार्ड तैयार किया है.

नई दिल्ली: लोकसभा चुनाव के लिए दिल्ली में छठे चरण के तहत 12 मई को मतदान होगा. नामांकन के बाद सभी पार्टियों के प्रत्याशी अपने-अपने संसदीय क्षेत्र में चुनाव प्रचार में जुट गए हैं. पार्टी की जीत सुनिश्चित करने के लिए बीजेपी के सक्रिय वरिष्ठ नेता भी मैदान में उतर आए हैं.

राज्यसभा सांसद और बीजेपी के थिंक टैंक कहे जाने वाले डॉ विनय सहस्रबुद्धे ने पार्टी प्रत्याशियों के समर्थन में एक रिपोर्ट तैयार की है. उन्होंने अपनी टीम के जरिए आम आदमी पार्टी द्वारा जारी मेनिफेस्टो का रिव्यू कराया और रिपोर्ट सार्वजनिक की.

डॉ विनय सहस्रबुद्धे ने पेश किया AAP का रिपोर्ट कार्ड

'दिल्लीवासियों को हुआ नुकसान'

ईटीवी भारत से खास बातचीत में विनय सहस्रबुद्धे ने कहा कि आम आदमी पार्टी की सरकार ने रुकावट की राजनीति अपनाई, जिसने ना केवल दिल्ली के लोगों के लिए निराशावाद का माहौल बनाया, बल्कि केंद्र की कई लोक कल्याणकारी योजनाओं में भी बाधा डाली. उन्होंने कहा कि पार्टी के इस रवैये की वजह से दिल्ली के लोगों का बड़ा नुकसान हुआ है.

शिक्षा क्षेत्र की दी रिपोर्ट

उन्होंने कहा कि शिक्षा और स्वास्थ्य के क्षेत्र में बेहतर काम करने का दावा करने वाली आम आदमी पार्टी सरकार ने 500 नए स्कूल खोलने का वादा किया था. इनमें से मात्र 5 परसेंट स्कूलों का निर्माण शुरू हुआ है. सहस्रबुद्धे ने कहा कि उच्च शिक्षा के क्षेत्र में प्रदर्शन अभी भी निराशाजनक है. उन्होंने बताया कि दिल्ली सरकार ने पास होने वाले कुल छात्रों में से केवल 0.13 फीसद को ऋण वितरित किया तो वहीं टीचिंग स्टाफ के लिए 50 फीसद सीट खाली है.

'फेल साबित हुई आम आदमी पार्टी'

डॉ विनय सहस्रबुद्धे ने कहा कि आम आदमी पार्टी दिल्ली की जनता से बड़े-बड़े वादे कर अपना आभामंडल बनाते हुए सत्ता में आई थी. विधानसभा चुनाव में 70 वादे इन्होंने किए थे, उनमें से कई वादे वो पूरा नहीं कर पाई. प्रचंड बहुमत से दिल्ली में सरकार बनाने के बावजूद आम आदमी पार्टी दिल्ली की जनता के लिए कुछ नहीं कर पाई.

दिल्ली सरकार पर लगाए आरोप

सहस्रबुद्धे ने कहा कि बिजली और पानी के वितरण में भी ये पार्टी फेल साबित हुई है. जल आपूर्ति की शिकायतों की संख्या में 51% की वृद्धि हुई है. दूषित पानी की शिकायतों में 24% की वृद्धि हुई है. डायरिया के मामले जो पहले सामने नहीं आते थे, दिल्ली में साल 2016 में 6.2 लाख मामले दर्ज किए गए. सीवेज संबंधित शिकायतों में 14% की वृद्धि हुई है. पानी के शुल्क में सीवेज शुल्क 80% बढ़ गया है. पानी माफिया आज भी सक्रिय हैं.

'जानबूझकर उछाला जा रहा है पूर्ण राज्य का मुद्दा'

सहस्रबुद्धे ने कहा कि लोकसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी ने दिल्ली को पूर्ण राज्य का दर्जा दिलाने के मुद्दे को उछाला है और इसी मुद्दे पर चुनाव लड़ रही है. उन्होंने कहा कि ये एक गंभीर मसला है और इस पर अलग तरह से चर्चा हो सकती है. इसके लिए दिल्ली सरकार को बीजेपी/कांग्रेस के नेताओं से संपर्क कर गंभीरता से बात करनी चाहिए थी. इतने सालों में आम आदमी पार्टी ने कभी भी दिल्ली के मौजूदा सांसदों को इस मुद्दे पर बातचीत के लिए नहीं बुलाया.

नई दिल्ली: लोकसभा चुनाव के लिए दिल्ली में छठे चरण के तहत 12 मई को मतदान होगा. नामांकन के बाद सभी पार्टियों के प्रत्याशी अपने-अपने संसदीय क्षेत्र में चुनाव प्रचार में जुट गए हैं. पार्टी की जीत सुनिश्चित करने के लिए बीजेपी के सक्रिय वरिष्ठ नेता भी मैदान में उतर आए हैं.

राज्यसभा सांसद और बीजेपी के थिंक टैंक कहे जाने वाले डॉ विनय सहस्रबुद्धे ने पार्टी प्रत्याशियों के समर्थन में एक रिपोर्ट तैयार की है. उन्होंने अपनी टीम के जरिए आम आदमी पार्टी द्वारा जारी मेनिफेस्टो का रिव्यू कराया और रिपोर्ट सार्वजनिक की.

डॉ विनय सहस्रबुद्धे ने पेश किया AAP का रिपोर्ट कार्ड

'दिल्लीवासियों को हुआ नुकसान'

ईटीवी भारत से खास बातचीत में विनय सहस्रबुद्धे ने कहा कि आम आदमी पार्टी की सरकार ने रुकावट की राजनीति अपनाई, जिसने ना केवल दिल्ली के लोगों के लिए निराशावाद का माहौल बनाया, बल्कि केंद्र की कई लोक कल्याणकारी योजनाओं में भी बाधा डाली. उन्होंने कहा कि पार्टी के इस रवैये की वजह से दिल्ली के लोगों का बड़ा नुकसान हुआ है.

शिक्षा क्षेत्र की दी रिपोर्ट

उन्होंने कहा कि शिक्षा और स्वास्थ्य के क्षेत्र में बेहतर काम करने का दावा करने वाली आम आदमी पार्टी सरकार ने 500 नए स्कूल खोलने का वादा किया था. इनमें से मात्र 5 परसेंट स्कूलों का निर्माण शुरू हुआ है. सहस्रबुद्धे ने कहा कि उच्च शिक्षा के क्षेत्र में प्रदर्शन अभी भी निराशाजनक है. उन्होंने बताया कि दिल्ली सरकार ने पास होने वाले कुल छात्रों में से केवल 0.13 फीसद को ऋण वितरित किया तो वहीं टीचिंग स्टाफ के लिए 50 फीसद सीट खाली है.

'फेल साबित हुई आम आदमी पार्टी'

डॉ विनय सहस्रबुद्धे ने कहा कि आम आदमी पार्टी दिल्ली की जनता से बड़े-बड़े वादे कर अपना आभामंडल बनाते हुए सत्ता में आई थी. विधानसभा चुनाव में 70 वादे इन्होंने किए थे, उनमें से कई वादे वो पूरा नहीं कर पाई. प्रचंड बहुमत से दिल्ली में सरकार बनाने के बावजूद आम आदमी पार्टी दिल्ली की जनता के लिए कुछ नहीं कर पाई.

दिल्ली सरकार पर लगाए आरोप

सहस्रबुद्धे ने कहा कि बिजली और पानी के वितरण में भी ये पार्टी फेल साबित हुई है. जल आपूर्ति की शिकायतों की संख्या में 51% की वृद्धि हुई है. दूषित पानी की शिकायतों में 24% की वृद्धि हुई है. डायरिया के मामले जो पहले सामने नहीं आते थे, दिल्ली में साल 2016 में 6.2 लाख मामले दर्ज किए गए. सीवेज संबंधित शिकायतों में 14% की वृद्धि हुई है. पानी के शुल्क में सीवेज शुल्क 80% बढ़ गया है. पानी माफिया आज भी सक्रिय हैं.

'जानबूझकर उछाला जा रहा है पूर्ण राज्य का मुद्दा'

सहस्रबुद्धे ने कहा कि लोकसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी ने दिल्ली को पूर्ण राज्य का दर्जा दिलाने के मुद्दे को उछाला है और इसी मुद्दे पर चुनाव लड़ रही है. उन्होंने कहा कि ये एक गंभीर मसला है और इस पर अलग तरह से चर्चा हो सकती है. इसके लिए दिल्ली सरकार को बीजेपी/कांग्रेस के नेताओं से संपर्क कर गंभीरता से बात करनी चाहिए थी. इतने सालों में आम आदमी पार्टी ने कभी भी दिल्ली के मौजूदा सांसदों को इस मुद्दे पर बातचीत के लिए नहीं बुलाया.

Intro:नई दिल्ली. दिल्ली में लोकसभा चुनाव के लिए छठे चरण के तहत 12 मई को मतदान होगा. नामांकन के बाद सभी पार्टी के प्रत्याशी अपने-अपने संसदीय क्षेत्र में चुनाव प्रचार में जुट गए हैं. सातों सीट पर पार्टी के प्रत्याशियों की दोबारा जीत सुनिश्चित करने के लिए भाजपा के सक्रिय वरिष्ठ नेता जुटे हुए हैं. अब प्रत्यक्ष रूप से भाजपा के चिंतक माने जाने वाले नेता भी प्रत्याशी के समर्थन में सामने उतर आएं हैं.


Body:राज्यसभा सदस्य व भाजपा के थिंक टैंक कहे जाने वाले डॉ विनय सहस्त्रबुद्धे ने पार्टी प्रत्याशियों के समर्थन में एक रिपोर्ट तैयार की. जिस रिपोर्ट के जरिए वह है दिल्ली के चुनाव मैदान में उतरे आम आदमी पार्टी के सात प्रत्याशियों को पोल खोल सके. डॉ विनय सहस्त्रबुद्धे ने अपनी टीम के जरिए आम आदमी पार्टी द्वारा जारी मेनिफेस्टो का रिव्यू कराया और उसकी एक रिपोर्ट सार्वजनिक की.

ईटीवी भारत से खास बातचीत में विनय सहस्त्रबुद्धे ने कहा कि आम आदमी पार्टी सरकार द्वारा अपनाई गई रुकावट की राजनीति ने ना केवल दिल्ली के लोगों के लिए निराशावाद का माहौल बनाया, बल्कि दिल्ली में महत्वपूर्ण लोक कल्याणकारी योजनाओं के कार्यान्वयन को भी रोक दिया है. इस रवैया की वजह से दिल्ली के लोगों का बड़ा नुकसान हुआ है.

उन्होंने कहा कि शिक्षा व स्वास्थ्य क्षेत्र में बेहतर काम करने का दावा करने वाली आम आदमी पार्टी सरकार द्वारा 500 नए स्कूल खोलने का वादा किया गया था. जिसमें में से मात्र 5 परसेंट स्कूलों का निर्माण शुरू हुआ है. उच्च शिक्षा के क्षेत्र में प्रदर्शन अभी भी निराशाजनक है. दिल्ली सरकार ने दिल्ली के स्कूलों से पास होने वाले कुल छात्रों में से केवल 0.13 फीसद को ऋण वितरित किया. स्कूलों में टीचिंग स्टाफ के लिए 50 फीसद सीट खाली है.

उन्होंने कहा कि आम आदमी पार्टी दिल्ली की जनता से बड़े-बड़े वादे कर अपना आभामंडल बनाते हुए सत्ता में आई थी. लोगों को भी इन से काफी उम्मीद थी. विधानसभा चुनाव में 70 वादे इन्होंने किए थे उनमें से उन वादों को वह पूरा नहीं कर पाई. प्रचंड बहुमत से दिल्ली में सरकार बनाने के बाद भी आम आदमी पार्टी ना तो दिल्ली की जनता के लिए कुछ कर पाई. बिजली और पानी के वितरण में भी यह पार्टी फेल साबित हुई जल आपूर्ति की शिकायतों की संख्या में 51% की वृद्धि हुई है. दूषित पानी की शिकायतों में 24% की वृद्धि हुई है. डायरिया के मामले जो पहले सामने नहीं आते थे दिल्ली में वर्ष 2016 में 6.2 लाख मामले दर्ज किए गए. सीवेज संबंधित शिकायतों में 14% की वृद्धि हुई है. पानी के शुल्क में सीवेज शुल्क 80% बढ़ गया है. पानी माफिया आज भी सक्रिय है. यह जन सुविधा जब उपलब्ध नहीं करा पाए तो इसका एक कारण यह है कि शासन तंत्र चलाने के लिए जो गंभीरता होनी चाहिए यह आम आदमी पार्टी ने नहीं दिखाई. इनका मकसद सिर्फ सुर्खियां बटोर है. देश की सक्रिय राजनीति में अपनी उपस्थिति किसी भी बात से दर्ज कराने की, पार्टी की जो मनसा है वह उस में जुटी रही. सुशासन से इनका कोई मतलब नहीं रहा.

लोकसभा चुनाव में जिस तरह आम आदमी पार्टी ने दिल्ली को पूर्ण राज्य का दर्जा दिलाने के मुद्दे को उछाला है, और इसी मुद्दे पर चुनाव लड़ रही हैं. विनय सहस्त्रबुद्धे कहते हैं यह एक गंभीर मसला है. इस पर अलग तरह से चर्चा हो सकती है. इसके लिए भाजपा कांग्रेस के नेताओं से संपर्क कर गंभीरता से बात करनी चाहिए थी. इतने सालों में आम आदमी पार्टी ने कभी भी दिल्ली के मौजूदा सांसदों को इस मुद्दे पर बातचीत के लिए नहीं बुलाया. अब अपनी सरकार की विफलता का आरोप दिल्ली को पूर्ण राज्य का दर्जा नहीं होने पर फोड़ने के लिए इस मुद्दे को लेकर चुनाव मैदान में उतरे हैं.


Conclusion:भाजपा के चिंतक विनय सहस्त्रबुद्धे कहते हैं, दिल्ली के लिए पूर्ण राज्य का वादा मात्र एक स्वांग है. पूर्ण राज्य के दर्जे के बिना भी कई विकास की पहल दिल्ली में पहले भी की गई है. आम आदमी पार्टी का यह अपनी अक्षमता को छुपाने के बहाने से ज्यादा और कुछ नहीं है.

समाप्त, आशुतोष झा
Last Updated : May 2, 2019, 12:27 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.