नई दिल्ली: अपनी जान जोखिम में डालकर कोरोना मरीजों का इलाज करने वाले कोरोना वॉरियर्स पर हमले की खबर सामने आई है. दरअसल, लोकनायक जयप्रकाश अस्पताल के कुछ डॉक्टरों ने गुरुवार देर रात यह आरोप लगाया कि उनकी बस जब ललित होटल की तरफ जा रही थी तो कुछ लोगों ने उनके बस के ऊपर पथराव किया. लेकिन दिल्ली पुलिस ऐसे किसी घटना के होने से इनकार कर रही है.
यह है पूरा मामला
आपको बता दें कि कोरोना से संक्रमित मरीजों के इलाज में जुटे डॉक्टरों के लिए दिल्ली सरकार के जरिए ललित होटल में रुकने का इंतजाम किया गया है. गुरुवार देर रात लोकनायक जयप्रकाश अस्पताल के कुछ डॉक्टरों ने यह आरोप लगाया कि उनकी बस जब ललित होटल की तरफ जा रही थी, तो उनके बस के ऊपर पत्थरबाजी की गई. लेकिन पुलिस इस पूरी घटना के होने से इंकार कर रही है.
सेंट्रल डिस्ट्रिक्ट के डीसीपी संजय भाटिया ने बताया कि बस पर पत्थरबाजी की खबर पूरी तरह से अफवाह है. यह हो सकता है कि किसी गाड़ी से छिटक कर कोई पत्थर बस पर लग गया हो. जिसके बाद डॉक्टरों को लगा हो कि उनके बसों पर पत्थरबाजी हुई है. बस के ऊपर किसी प्रकार की पत्थरबाजी नहीं हुई है और सभी डॉक्टर सुरक्षित है.
होटलों में ठहर रहा स्टाफ
आपको बता दें कि कोरोना संक्रमित मरीजों के इलाज में लगे डॉक्टरों और नर्सिंग स्टाफ के ठहरने की व्यवस्था दिल्ली सरकार ने दिल्ली के विभिन्न होटलों में करवाई है. ऐसा मेडिकल स्टाफ और उनके परिवारों को सुरक्षा को ध्यान में रखकर किया गया है.